भाजपा नेता का डीजीपी को पत्र: डी,एस,पी व सहयोगियो पर किशनगढ़ निवासी की थर्ड डिग्री से पिटाई का आरोप ,डी ,एस पी ने कहा निराधर हे आरोप

Chandigarh DSP accused of Assault

Chandigarh DSP accused of Assault

चंडीगढ़, 26 जून: Chandigarh DSP accused of Assault: वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व नगर निगम पार्षद सतिंदर सिंह ने चंडीगढ़ पुलिस के महानिदेशक को पत्र लिखकर डीएसपी (पूर्व) पी. अभिनंदन और उनके सहयोगियों के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इन लोगों पर पुलिस हिरासत के दौरान किशनगढ़ निवासी को गंभीर रूप से घायल करने और थर्ड डिग्री की पिटाई करने का आरोप है।

सतिंदर सिंह ने डीएसपी को उनके मूल कैडर में वापस भेजने तथा कानून को अपने हाथ में लेने तथा चंडीगढ़ पुलिस की छवि को धूमिल करने के लिए उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया।

डीजीपी को लिखे अपने पत्र में भाजपा के पूर्व महासचिव सतिंदर सिंह ने कहा कि वह डीएसपी ईस्ट पी. अभिनंदन के अमानवीय और गैरपेशेवर चेहरे को डीजीपी के संज्ञान में लाना चाहते हैं और पुलिस तथा प्रशासन के हित में उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं क्योंकि उन्होंने वर्दी को बदनाम किया है।

उनके अनुसार 18 जून को शाम करीब 4-5 बजे चंडीगढ़ पुलिस के 5-6 पुलिसकर्मी कांस्टेबल अंकित मोर, कांस्टेबल संदीप कुमार, कांस्टेबल दीप और दो अन्य पुलिसकर्मी किशनगढ़ गांव स्थित होटल पाम में आए और अमर सिंह को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के कारणों के बारे में पूछने पर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डीएसपी पी. अभिनंदन ही इस बारे में बताएंगे।

चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी उसे आईटी पार्क चंडीगढ़ पुलिस स्टेशन ले जाने के बजाय मक्खन माजरा स्थित एक निजी संपत्ति में ले गए।

इसी बीच डीएसपी पी. अभिनंदन भी वहां आ गए और पुलिस अधिकारियों को अमर सिंह को लिटाने का निर्देश दिया। अमर सिंह के लेटने के बाद पुलिस अधिकारी उसकी छाती पर चढ़ गए और बाकी दो पुलिस अधिकारियों ने उसके पैरों पर डंडा रखकर रस्सी से बांध दिया।

इसके बाद डीएसपी पी. अभिनंदन ने डंडे से उनकी पिटाई शुरू कर दी। उन्होंने अमर सिंह को तब तक बुरी तरह पीटा जब तक वह बेहोश नहीं हो गया।

इसके बाद वे उसे मनीमाजरा पुलिस स्टेशन ले गए। जब ​​अमर सिंह के माता-पिता को इस बात का पता चला तो वे भी मनीमाजरा पुलिस स्टेशन पहुंचे, लेकिन उन्हें उससे बात करने की इजाजत नहीं दी गई।

अमर सिंह के परिजनों ने पुलिस अधिकारियों से उन्हें छोड़ देने का अनुरोध किया, लेकिन सभी ने कहा कि यह मामला डीएसपी पूर्वी पी. अभिनंदन का निजी मामला है और वरिष्ठ अधिकारियों का आदेश है कि किसी को भी उनसे मिलने की अनुमति न दी जाए।

19 जून को पुलिस ने अमर सिंह को चंडीगढ़ के जेएमआईसी तरुण कुमार के समक्ष उनके आवास पर पेश किया। एल.डी. मजिस्ट्रेट ने भी पाया कि अमर सिंह को पुलिस अधिकारियों ने बुरी तरह पीटा था। इसलिए एल.डी. मजिस्ट्रेट ने उसका बयान दर्ज किया। एल.डी. मजिस्ट्रेट ने अमर सिंह की निष्पक्ष चिकित्सा जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया। इसलिए एल.डी. मजिस्ट्रेट के आदेश पर जी.एम.एस.एच. सेक्टर 16 में डॉक्टरों के पैनल द्वारा मेडिकल जांच कराई गई।

डीएसपी पूर्वी पी. अभिनंदन और अन्य पुलिस अधिकारियों ने कानून को अपने हाथ में लिया और बिना किसी कारण के अमर सिंह की बुरी तरह पिटाई की और उसे गंभीर चोटें पहुंचाईं। इससे अमर सिंह के हाथ में फ्रैक्चर और कई चोटें आईं, जिसके कारण डीएसपी पी. अभिनंदन और उनके साथियों पर गैरकानूनी काम करने के लिए आईपीसी की गंभीर धाराएं लगाई गईं।

उपरोक्त तथ्यों और घटनाओं के मद्देनजर, डीजीपी से अनुरोध किया गया है कि वे मामले की जांच करें और डीएसपी ईस्ट पी. अभिनंदन और अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

मामले की विभागीय जाँच चल रही है

मेरे ऊपर लगाए जा रहे सारे आरोप निराधार है अमर आदतन अपराधी है l पुलिस को 17 जून 2024 को अमर के खिलाफ पीड़ित अमृत को दांत से काटने व चाकू दिखा कर धमकाने की प्राथमिकी थाना मनीमाजरा में दर्ज़ की गई है lआरोपी को  पकड़ने गई पुलिस टीम को देख भागते हुए अमर चोटिल हो गया जिस से उसके पाँव की हड्डी में फ्रेकचर हो गया पुलिस ने सिविल हॉस्पिटल में मेडिकल करवा कर हवालात में भेज दिया l 19 जून को दोबारा मेडिकल करवाने पाँव की चोट में बढ़ोतरी बताई गई जिस की विभागीय जांच चल रही है

Chandigarh DSP accused of Assault

 पी अभिन्दन डी एस पी ( नार्थ ईस्ट )