संभलिए वरना पैसे गए! डिजिटल ठगों की नजर में हैं आप, इंटरनेट पर कुछ ऐसे चल रही साजिश, चंडीगढ़ पुलिस ने पकड़े दो शातिर
Chandigarh Police Arrested Two Cyber Thugs
Cyber Crime News: आजकल जमीनी ठग इतने ज्यादा एक्टिव नहीं हैं जितना डिजिटल ठग एक्टिव हो रखे हैं| डिजिटल ठगों की आप पर पैनी नजर है कि आप कब जरा सा भी चूकें और वो उतने ही पल में आपको कंगाल कर दें| मसलन, अगर आप इंटरनेट की दुनिया से जुड़े हुए हैं तो संभल जाइये और बेहद सावधान हो जाइये| ये डिजिटल ठग आपको कभी भी अपना निशाना बना सकते हैं| आप जब भी इंटरनेट संबंधी कोई काम करें खासकर पर्सनल डाक्यूमेंट्स और पैसे से जुड़ा हुआ तो होशियार रहकर करें|
आपको एक और अहम् जानकारी दे दें कि जब भी इंटरनेट संबंधी किसी काम में आपको दिक्कत आती है और फिर आप फट से गूगल पर जाकर संबंधित हेल्पलाइन खोजते हैं तो जरा रुकिए| आपको बतादें कि, आपके द्वारा दिक्कत को दूर करने के लिए ढूढ़ी गई उक्त हेल्पलाइन आपकी दिक्कत को और ज्यादा बढ़ा सकती है| दरअसल, शातिर डिजिटल ठग ऐसे ही अपना खेल खेल रहे हैं| डिजिटल ठगों ने गूगल पर हेल्पलाइन के रूप में अपने नंबर्स और इमेल्स दे रखे हैं| आप जान नहीं पाते हैं और इनका उपयोग कर ठगी का शिकार हो जाते हैं|
चंडीगढ़ पुलिस ने पकड़े दो शातिर.....
फिलहाल, खबर पर आते हैं| बतादें कि, चंडीगढ़ पुलिस की साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन सेल (Cyber Crime Investigation Cell) ने ऐसे ही दो शातिर डिजिटल ठगों को गिरफ्तार किया है| साइबर सेल द्वारा इन्हें पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार किया गया है| दोनों शातिरों में एक की पहचान सुख सागर (24 वर्ष) पुत्र सतपाल सिंह निवासी खालसा मोहल्ला, पटियाला व दूजे की बीर इंदर सिंह (22 साल) पुत्र गुरप्रीत सिंह खालसा मोहल्ला, पटियाला के रूप में हुई है| साइबर सेल ने दोनों आरोपियों को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया| जहां से 13 जून तक इनकी रिमांड हासिल की गई| रिमांड के दौरान साइबर सेल पता करेगी कि इन्होंने और किन-किन अपराधों को अंजाम दिया है और इनके लिंक में और कौन-कौन हैं?
70000 की ठगी की .....
मिली जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ Cyber Crime Investigation Cell को शहर की एक महिला द्वारा शिकायत मिली थी कि उसके साथ 70000 रूपए की डिजिटल ठगी की गई है| महिला ने पुलिस को बताया था कि वह लोन पेमेंट ऐप जेस्ट मनी (Zest money) का उपयोग करती है| उसने जेस्ट मनी के माध्यम से अपने बेटे के लिए एक मोबाइल खरीदा हुआ था| हर महीने वह जेस्ट मनी को मोबाइल की EMI भरती है लेकिन इस महीने में उसकी EMI दो बार काटी गई| जिसके बारे में पता करने के लिए उसने Zest money की हेल्पलाइन गूगल पर खोजी और कम्पनी से सम्पर्क करना चाहा| गूगल पर से मिली Zest money की हेल्पलाइन पर जब उसने फोन किया तो उसे एक OTP भेजा गया और उसे इसे शेयर करने को कहा गया| इधर, जैसे ही उसने ओटीपी शेयर किया उसके 70000 रुपये कट गए|
ठगी कर शातिर करते थे यह काम ....
मालूम हुआ है कि शातिर ठगी करने के बाद अमेज़न उपहार वाउचर खरीदते थे और फिर उन्हें मालाबार गोल्ड, क्रोमा पर भुनाते थे और यहाँ से और सोना, मोबाइल खरीदते थे| वहीं, सोना, मोबाइल प्राप्त होने के बाद इसे बाजार बेच लेते थे| बतादें कि, गिरफ्तारी के दौरान शातिरों से ठगी का सामान भी बरामद किया गया है|
रिपोर्ट -रंजीत शम्मी