कटते जबड़े, कराहती जीभ... यह क्रूरता तो वाकई भयावह है, चंडीगढ़ में Police और PETA India का बड़ा एक्शन, शायद अब उन्हें आराम आ जाए
Chandigarh Police and PETA India Seized 200 Spiked Bridle
Chandigarh Police and PETA India Seized 200 Spiked Bridle : जान सिर्फ इंसान में ही नहीं होती बल्कि अन्य जीवों में भी होती है| लेकिन ये बात समझे कौन? कौन समझे उन अन्य जीवों के दर्द को, उनकी पीड़ा को, उनके भाव को| इंसान तो अपने को देखता है कि मैं ही हूं बस| तभी तो देखने में आता है कि किस तरह निर्दयता से आएदिन पक्षियों और पशुओं के साथ क्रूरता होती है| खैर चंडीगढ़ (Chandigarh) में अब शायद घोड़ों (Horses) को राहत मिल जाए| दरअसल, चंडीगढ़ में Police और PETA India ने अपने संयुक्त एक्शन में यहां घोड़ों को लेकर उपयोग की जा रहीं नुकीली लगामें जब्त की हैं और साथ ही उन्हें तत्काल सॉफ्ट लगामों के साथ बदला गया है ताकि इन लगामों के साथ घोड़ों को आराम मिले और उन्हें दर्द न सहना पड़ा|
200 नुकीली लगामें जब्त कीं
बतादें कि, चंडीगढ़ में एएसपी साउथ/वेस्ट मृदुल और थाना मलोया (इंस्पेक्टर सतनाम सिंह) के सहयोग के साथ PETA India के इस संयुक्त एक्शन में करीब 200 लगामें जब्त की गई हैं| ये लगामें शहर के सेक्टर -7, 17, 25, 26, 38, 41 और इंडस्ट्रियल एरियाज से जब्त हुईं हैं| बताया जाता है कि, शहर में इस एक्शन से पहले एक लंबा सर्वे किया गया और फिर इसके बाद ही घोड़े वालों पर यह रेड हुई और उनके द्वारा घोड़ों को लेकर उपयोग में लाई जा रहीं नुकीली लगामें जब्त कर ली गईं|
कटते हैं जबड़े, कराहती है जीभ
PETA India टीम में एडवोकेसी एसोसिएट और इस पूरे एक्शन का हिस्सा रहीं नताशा बताती हैं कि एनिमल एक्ट 1965 के तहत घोड़ों में नुकीली लगामें वर्जित हैं| इनका उपयोग नहीं होना चाहिए| यही नहीं 2014 में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक अडवाइजरी भी जारी की गई थी| जिसमें यह कहा गया था कि नुकीली लगामों की मैन्युफैक्चरिंग और सेल बंद कर दी जाए| लेकिन ऐसा नहीं हुआ| अभी भी नुकीली लगामें लगातार बन और बिक रहीं हैं और इनका यूज भी हो रहा है| नताशा बताती हैं कि इस तरह की लगामों के यूज से घोड़ों को असहनीय दर्द होता है| नताशा ने कहा कि ये नुकीली लगाम खींचने पर घोड़ों के मुंह में तेजी से प्रेस होती है और इससे उनके जबड़े, होंठ कटते हैं और जीभ का भी बुरा हल हो जाता है|
PETA India क्या है?
बतादें कि, पेटा इंडिया (PETA India) पशुओं के साथ अच्छे व्यवहार का पक्षधर है| इस पशु-अधिकार संगठन (PETA India) द्वारा समय-समय पर पशुओं के खिलाफ हो रहीं क्रूरता को लेकर आवाज उठाई जाती है|
Report- Ranjeet Shammi