चंडीगढ़ PGI में लगी भीषण आग; तेज लपटों और धुएं में घिरा अस्पताल, आनन-फानन में 415 मरीज बचाए गए, कम्प्यूटर रूम से भड़की चिंगारी बनी ज्वाला
Chandigarh PGI Fire Nehru Block Latest Updates
Chandigarh PGI Fire: चंडीगढ़ पीजीआई के नेहरू ब्लॉक में सोमवार देर रात भीषण आग गई। बताया जाता है कि, नेहरू ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर भड़की यह आग देखते ही देखते ऊपरी मंजिलों तक भी जा पहुंची। आग की तेज लपटों और धुएं में पूरा ब्लॉक घिर गया। आग के चलते पीजीआई स्टाफ और मरीजों में अफरा-तफरा मच गई। आग की इस घटना में सामान्य वार्ड से लेकर इमरजेंसी और वेंटिलेटर पर भर्ती करीब 415 मरीजों को आनन-फानन में सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। कुछ मरीज क्रेन के जरिये भी बाहर निकाले गए। खैर यह बड़ी गनीमत रही कि, आग की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। पीजीआई के इंटरनल स्टाफ के साथ-साथ चंडीगढ़ प्रशासन ने भी मुस्तैदी दिखाई और जल्दी से मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंची और आग पर मशक्कत के बाद पूरी तरह से काबू पा लिया गया। फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और रिस्टोरेशन का काम जारी है।
कम्प्यूटर रूम से भड़की चिंगारी बनी ज्वाला
बताया जा रहा है कि, नेहरू ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर किडनी सेंटर के साथ कंप्यूटर डेटा सेंटर है। यहां किसी यूपीएस में शॉर्ट सर्किट से आग भड़की और कुछ पलों में ज्वाला बन गई। आग तेजी से फैलती चली गई और नेहरू ब्लॉक के काफी हिस्से को अपनी चपेट ले लिया। आग ग्राउंड फ्लोर से ऊपर मंजिलों की ओर बढ़ती जा रही थी। इस बीच तेज लपटों के साथ धुएं का भयंकर गुबार भी पूरे ब्लॉक में भर गया। जिसने मरीजों और लोगों की काफी परेशानी बढ़ा दी। आग लगने से हर तरफ धुआं ही धुआं था. जिसकी वजह से मरीजों में अफरा-तफरा मच गई। धुएं के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्क्त हो रही थी और साथ ही आंखों में भी जलन हो रही थी। फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। पीजीआई के इतिहास में यह पहली बार है कि अस्पताल में इतनी बड़ी आग लगी है। बताया जाता है कि, पीजीआई में मौजूद इंटरनल फायर स्टेशन से जब आग पर काबू पाना नहीं हो पाया तब चंडीगढ़ के फायर स्टेशन को सूचना दी गई और फायर टेंडर बुलाए गए।
PGI निदेशक ने दौरा किया
आग की बड़ी घटना के बाद पीजीआई के निदेशक डॉ. विवेक लाल स्थिति का जायजा लिया है। डॉ. विवेक लाल ने कहा कि, यह आग कम्प्यूटर रूम के UPS सिस्टम की बैटरी में आग लगी जो काफी तेज़ी से फैली। आग लगने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने तेजी से रिस्पांड किया और सभी कर्मियों ने मिलकर लगभग आधे घंटे में करीब 415 मरीजों को बचाया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। डॉ. विवेक लाल ने कहा कि जो मरीज इमरजेंसी में थे उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया है और जो वेंटिलेटर पर थे। उन्हें वेंटिलेटर पर ही रखा गया है। विवेक लाल ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन ने भी मुस्तैदी दिखाई। जल्दी से मौके पर फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंच गईं थीं। घटना में किसी भी मरीज ने अपनी जांच नहीं गंवाई है। आग पर काबू पा लिया गया है और बहाली कार्य शुरू कर दिया गया है।
बता दें कि पीजीआई में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इससे पहले पीजीआई में आग की घटनाएँ घट चुकी हैं। हाल ही में अगस्त के महीने में भी में यहां रिसर्च ब्लॉक में आग लगी थी।