चंडीगढ़ मेयर चुनाव में BJP के उम्मीदवार; जानिए किसने किस पद के लिए भरा नामांकन, अबकी बार मुकाबला फंसा!
Chandigarh Mayor Election 2024 BJP Candidates Filed Nomination
Chandigarh Mayor Election 2024: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद अब बीजेपी ने भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने मेयर पद के लिए मनोज सोनकर, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए कुलजीत संधू और डिप्टी मेयर पद के लिए रजिन्दर शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी के इन तीनों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव
इस बार 18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। कांग्रेस भी इस बार मैदान में है। कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों ने नामांकन भर दिया है। मेयर पद के लिए कांग्रेस के जसबीर बंटी, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर पद के लिए निर्मला देवी ने नामांकन दाखिल किया। ऐसे में मेयर चुनाव में आप, कांग्रेस और बीजेपी में त्रिकोणी मुक़ाबला कड़ा होने वाला है। इस बार का मेयर चुनाव दिलचस्प होगा।
दरअसल, पिछली बार के मेयर चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया था और प्रदेश अध्यक्ष एच एस लक्की अपने सभी पर पार्षदों को लेकर चंडीगढ़ से बाहर चले गए थे। लेकिन इस बार जब कांग्रेस मैदान में है और तो चुनावी स्थिति कुछ भी हो सकती है। क्योंकि कांग्रेस के पास अपने 7 पार्षद ही हैं। ऐसे में कांग्रेस का चुनाव मैदान में उतरना। यह कुछ हजम नहीं हो रहा। बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और आप में मेलजोल होने की अटकलें लग रहीं हैं।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए AAP के उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों पर नामांकन के समय पत्ते खोले हैं। आप ने कुलदीप कुमार टीटा को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है। जबकि नेहा को सीनियर डिप्टी मेयर और पूनम को डिप्टी मेयर के लिए खड़ा किया है। तीनों ने आज नामांकन भर दिया है। बता दें कि आप के सभी पार्षद रोपड़ के एक रिसॉर्ट में मौजूद हैं, नामांकन करने वाले ये तीनों पार्षद भी वापस रोपड़ रिसॉर्ट चले जाएंगे। दरअसल, आप को डर है कि कहीं बीजेपी उसके पार्षदों में सेंधमारी न कर दे।
BJP के लिए मुश्किल हो गई!
फिलहाल, चंडीगढ़ मेयर चुनाव के मैदान में BJP के लिए मुश्किल हो गई है। आप में एक पार्षद (गुरचरणजीत सिंह काला) के चले जाने से और कांग्रेस के चुनावी मैदान में मौजूद होने के चलते पार्टी का खेल बिगड़ सकता है। कांग्रेस के न आने तक बीजेपी का सीधे-सीधे आप से मुक़ाबला था। साथ ही जाहिर सी बात थी कि बीजेपी के पास वोटों की संख्या सबसे ज्यादा होने से उसकी जीत पक्की हो जाती। क्योंकि आप के पास तो उसके वोट ही कम हैं। बहराल अब खेला हो सकता है। हालांकि बीजेपी अपनी जीत कायम रखने के लिए हर प्रकार से पूरा ज़ोर लगा रही है। बीजेपी साधारण तो हार नहीं मानने वाली।