चंडीगढ़ जैन समाज द्वारा क्षमा वाणी पर्व का भव्य आयोजन
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Grand Kshama Vani festival
क्षमा वीरस्य भूषणम्:
Grand Kshama Vani festival: श्री दिगम्बर जैन सोसाइटी(रजिस्टर्ड ) द्वारा आज श्री दिगम्बर जैन मंदिर सेक्टर चंडीगढ़ में हर्षोल्लास के साथ क्षमावाणी पर्व मनाया गया। यह पर्व जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जहां सभी एक-दूसरे से अपने कृत्यों की क्षमा याचना करते हैं और दूसरों को दिल से माफ करते है।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रात बजे मुख्य अतिथि श्री अमन अरोरा मंत्री पंजाब सरकार द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। आचार्य श्री 108 सूंदर सागर जी महाराज की सुशिष्या बाल ब्रह्मचारिणी हिमानी दीदी तथा सोनाली दीदी ने अपने मंगला चरण से कार्यक्रम का आरम्भ किया। इसके पश्चात क्षुलक श्री विशंक सागर जी एवं क्षुलक श्री शेमंकरनंदी जी ने क्षमा की महत्ता पर प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि क्षमा केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि यह जीवन की शुद्धता और आत्मिक विकास का माध्यम है। क्षमावाणी पर्व हमें यह सिखाता है कि क्रोध, अहंकार, और द्वेष को छोड़कर हम सभी के प्रति प्रेम और करुणा का भाव रखें।
जैन समाज के प्रबुद्ध वक्ताओं ने आत्म शोधन के इस महापर्व क्षमा वाणी पर अपने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर चंडीगढ़ पंचकूला मोहाली से सैंकड़ो श्रद्धालु उपस्थित थे। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और भक्ति गीतों ने सभी को आध्यात्मिकता के रंग में रंग दिया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग में भाईचारा बढ़ाना और आपसी मतभेदों को भूलकर एक-दूसरे से क्षमा याचना करना था। समारोह के अंत में सभी समाज जन एक-दूसरे से गले मिले और "मिच्छामि दुक्कड़म्" कहकर एक-दूसरे से क्षमा मांगी।
श्री दिगम्बर जैन सोसाइटी के अध्यक्ष श्री धरम बाहर जैन एवं जनरल सेक्रेटरी श्री संत कुमार जैन ने इस पर्व की महत्ता बताते हुए कहा कि क्षमावाणी हमें यह सिखाता है कि इंसान को अपने जीवन में हमेशा दूसरों को माफ करने और स्वयं भी क्षमा मांगने के लिए तत्पर रहना चाहिए। इससे न केवल व्यक्तिगत जीवन में शांति आती है, बल्कि समाज में भी सामंजस्य और सद्भावना का वातावरण बनता है।
कार्यक्रम का समापन 2.00 बजे हुआ।
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