Chandigarh International Airport Naming: चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम से करने को लेकर सहमति
Chandigarh International Airport Naming: चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम स
चंडीगढ़, 20 अगस्त - Chandigarh International Airport Naming: चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नामकरण शहीद भगत सिंह(Saheed Bhagat Singh) के नाम से करने को लेकर हरियाणा और पंजाब सरकार में आपसी सहमति बनी हैं। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला(Deputy Chief Minister Shri Dushyant Chautala) ने शनिवार को चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान से मुलाकात कर नया नाम ‘शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट(international airport)’ रखने पर सहमति बनाई। मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि शहीद भगत सिंह देश के स्वतंत्रता संग्राम(Freedom Struggle) के एक ऐसे शहीद हैं जिनसे हर पीढ़ी के युवाओं को प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम अब महान शहीद के नाम पर होगा और इस को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकार दोनों सहमत हैं।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण और आधुनिकीकरण
श्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण और आधुनिकीकरण में हरियाणा सरकार, पंजाब सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन का योगदान शामिल है और विस्तार के बाद यह एयरपोर्ट इस क्षेत्र के विकास और औद्योगिकरण को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि चूंकि इसके निर्माण में हरियाणा की भी बराबर की हिस्सेदारी है इसलिए इसके नाम में ‘पंचकुला’ शहर का नाम भी जोड़ा जाना चाहिए।
डिप्टी सीएम ने बताया कि उन्होंने इस बारे में हरियाणा की ओर से सिफारिश पंजाब सरकार को भेज दी है और केंद्र सरकार से भी इस विषय में आग्रह किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वक्त में चंडीगढ़ एयरपोर्ट उत्तर भारत का एक प्रमुख हवाई अड्डा होगा और यह उत्तर भारत के लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ यहां का प्रगति का भी साक्षी बनेगा इसलिए इसके नामकरण से जुड़े सभी मतभेदों को जल्द खत्म करना चाहिए।
मान साहेब,
बग़ैर कारण विवाद खड़ा करने की बजाय हरियाणा की कांग्रेस सरकार के समय के लिखित काग़ज़ निकालें। शहीद भगत सिंह के नाम पर चंडीगढ़ हवाई अड्डा बनाने पर लिखित सहमती थी।
उम्मीद है भाजपा-जजपा सरकार ने एयरपोर्ट का नाम “मोहाली” नहीं, चंडीगढ़ ही रखा है क्योंकि असहमती इतनी ही थी।. सुरजेवाला