Chandigarh Grenade Blast Case: चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट का आरोपी गिरफ्तार; पंजाब पुलिस का केंद्रीय एजेंसी के साथ जॉइंट ऑपरेशन

चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट का आरोपी गिरफ्तार; पंजाब पुलिस का केंद्रीय एजेंसी के साथ जॉइंट ऑपरेशन, पास से पिस्टल-गोला-बारूद बरामद

Chandigarh Grenade Blast Case Accused Arrest Punjab Police News Update

Chandigarh Grenade Blast Case Accused Arrest Punjab Police News

Chandigarh Grenade Blast Case: चंडीगढ़ के सेक्टर-10 जैसे पॉश इलाके में हैंड ग्रेनेड से ब्लास्ट करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी के साथ जॉइंट ऑपरेशन में आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने आरोपी को पकड़े जाने की जानकारी दी है। डीजीपी पंजाब ने बताया कि, आरोपी अमृतसर ग्रामीण का रहने वाला है और उसका नाम रोहन मसीह है। आरोपी के पास से पिस्टल-गोला-बारूद की बरादमगी की गई है। आरोपी इस समय अमृतसर के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) की गिरफ्त में है और आगे की जांच व कार्रवाई की जा रही है।

चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट में शामिल होने की बात कबूल की

दरअसल, डीजीपी पंजाब ने सोशल मीडिया पर एक्स पर चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट के आरोपी को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी दी है। डीजीपी पंजाब ने बताया कि, पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान में चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट मामले के मुख्य अपराधी को गिरफ्तार किया है। अमृतसर ग्रामीण के थाना रामदास के गांव पासिया निवासी रोहन मसीह को गिरफ्तार करने और अन्य आरोपियों की पहचान के साथ ही मामले को सुलझा लिया गया है। उसके कब्जे से एक 9एमएम ग्लॉक पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद किया गया है।

डीजीपी पंजाब ने आगे कहा कि, चंडीगढ़ पुलिस के साथ मिलकर पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आगे की जांच की जा रही है। आरोपी अमृतसर के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) की हिरासत में है। वहीं डीजीपी पंजाब ने बताया कि, प्रारंभिक खुलासे में रोहन ने 11.09.2024 को चंडीगढ़ में हुए ग्रेनेड विस्फोट में अपनी भूमिका स्वीकार की है। पंजाब पुलिस क्षेत्र में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

11 सितंबर शाम को कोठी पर ग्रेनेड ब्लास्ट किया

चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना 11 सितंबर शाम को घटी। शाम साढ़े 5 बजे के आसपास ऑटो से आए आरोपियों ने यहां रिटायर्ड प्रिंसिपल की कोठी (नंबर-575) पर हैंड ग्रेनेड फेंका। जिसके बाद वह कोठी के लॉन में जाकर तेजी से फटा। जिस जगह पर हैंड ग्रेनेड फटा वहां गड्डा हो गया था साथ ही कोठी की खिड़कियों के शीशे टूट गए। वहीं हैंड ग्रेनेड के तेज धमाके की आवाज इलाके में दूर-दूर तक सुनी गई। जिससे लोगों में भी दहशत फैल गई। वहीं आरोपी हैंड ग्रेनेड फेंकने के बाद मौके से फरार हो गए थे। जबकि सूचना मिलने पर चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस और एनआईए की टीम मौके पर पहुंची थी और जांच शुरू की गई थी।

पुलिस ने 2 संदिग्धों की फोटो जारी की, 2 लाख का इनाम रखा

चंडीगढ़ में ग्रेनेड ब्लास्ट के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालते हुए 2 संदिग्धों की फोटो जारी की थी और उनपर 2-2 लाख का इनाम रखा था। वहीं चंडीगढ़ पुलिस इन दोनों की तलाश में तेजी से जुट गई थी। ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना को लेकर चंडीगढ़ के साथ पंजाब और हरियाणा में अलर्ट जारी कर दिया गया था। चंडीगढ़ में यह पहली बार था कि, जब शहर के इतने पॉश और सुरक्षित इलाके में ग्रेनेड ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया गया हो। इस घटना चंडीगढ़ पुलिस के लिए हलचल पैदा कर दी। चंडीगढ़ पुलिस की सक्रियता सवालों के घेरे में आ गई।

बता दें कि, जिस आटो से आरोपी कोठी पर ग्रेनेड ब्लास्ट करने पहुंचे थे। उस आटो चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और उससे पूछताक्ष की थी। पूछताक्ष में आटो चालक ने बताया था कि, आरोपियों ने उसके आटो में आकर 9 सितंबर को कोठी की रेकी की थी और इसके बाद फिर वह 11 सितंबर को उसकी आटो से कोठी पर पहुंचे थे और ब्लास्ट करने के बाद उसकी आटो से ही फरार हुए। इस दौरान एक जगह पर जब रेड लाइट होने पर उसने आटो रोका तो आरोपियों ने उसे रेड लाइट जंप करने को कहा, लेकिन जब उसने मना किया तो आरोपी आटो से निकलकर भाग गए।

बताया जाता है कि, चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट का मुख्य मास्टरमाइंड US बेस्ड हैपी पासिया है। हैपी पासिया ने इस ब्लास्ट की ज़िम्मेदारी ली थी। उसी ने आरोपियों को ब्लास्ट को अंजाम देने का काम सौंपा था। जिसके बाद 11 सितंबर को आरोपी अमृतसर से वॉल्वो बस में सवार होकर चंडीगढ़ के 43 बस स्टैंड पहुंचे और वहां से आटो में सवार होकर अटावा चौक, किसान भवन से होते हुए मटका चौक की तरफ से सेक्टर-10 में पहुंचे थे।

- रिपोर्ट; रंजीत शम्मी