Chandigarh Girls-Women Missing Record| चंडीगढ़ में 3 सालों के अंदर इतनी लड़कियां-महिलाएं लापता, रिकॉर्ड में हैरान करने वाला खुलासा

चंडीगढ़ में 3 सालों के अंदर इतनी लड़कियां-महिलाएं लापता; राज्यसभा में पेश रिकॉर्ड में हैरान करने वाला खुलासा, देश के इन हिस्सों में ऐसा हाल

Chandigarh Girls-Women Missing Record in Rajya Sabha

Chandigarh Girls-Women Missing Record in Rajya Sabha

Chandigarh Girls-Women Missing Record: हमारे देश में लड़कियां और महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं। इस बारे में कुछ ज्यादा कहने की जरूरत नहीं हैं। आएदिन सामने आ रहीं वीभत्स से वीभत्स घटनाएं अपने-आप सब कुछ कह डालती हैं। देश में लड़कियों और महिलाओं को लेकर स्थिति हैरान करने वाली है। वहीं आपको यह जानकर और हैरानी होगी कि, देश में लड़कियां और महिलाएं लापता भी खूब हो रहीं हैं। लड़कियों और महिलाओं के लापता होने का आधिकारिक रिकॉर्ड सामने आया है। जो कि बेहद ही चौंकाने वाला और चिंताजनक है।

दरअसल, बीते बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने राज्यसभा में लड़कियों और महिलाओं के लापता होने का रिकॉर्ड दिया। उन्होने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के तहत विस्तार से यह जानकारी दी कि, 2019 से 2021 तक यानि इन 3 सालों में देशभर से कितनी लड़कियां और महिलाएं लापता हुईं हैं? इसके साथ मिश्रा ने लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी। मिश्रा ने बताया कि, केंद्र सरकार हर तरह से लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। उनकी सुरक्षा के लिए क़ानूनों को सख्त कर रही है। मिश्रा ने कहा कि, लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा तय करने में राज्य सरकारों को केंद्र सरकार का पूरा सहयोग है। राज्य सरकारों की यह ज़िम्मेदारी है कि वह लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध में कड़ाई से निपटें।

चंडीगढ़ का रिकॉर्ड हैरान करने वाला

फिलहाल, लड़कियों और महिलाओं के लापता होने के मामले में चंडीगढ़ का रिकॉर्ड हैरान करने वाला है। केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की कैटेगरी में दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के बाद चंडीगढ़ का तीसरा नंबर है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा द्वारा पेश किए रिकॉर्ड के अनुसार, चंडीगढ़ में 2019 से 2021 तक 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के लापता होने के 921 मामले दर्ज हैं। साल 2019 में चंडीगढ़ में 302 लड़कियां लापता हुईं। जबकि साल 2020 में यह आंकड़ा थोड़ा कम हुआ और 298 लड़कियां लापता पाई गईं। इसके बाद साल 2021 में फिर उछाल आया और लड़कियों के लापता होने के 321 मामले दर्ज किए गए।

इसी प्रकार चंडीगढ़ में 2019 से 2021 तक 18 साल से ऊपर की महिलाओं के लापता होने के 3669 मामले दर्ज हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक, साल 2019 में चंडीगढ़ में 1071 महिलाएं लापता हुईं। जबकि साल 2020 में यह आंकड़ा और बढ़ गया और इस साल 1234 महिलाएं लापता पाई गईं। इसके बाद साल 2021 में फिर उछाल आया और महिलाओं के लापता होने के 1364 मामले दर्ज किए गए।

दिल्ली में स्थिति और खराब

केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की कैटेगरी में दिल्ली की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। दिल्ली में 3 साल के अंदर 18 साल से कम उम्र की 22,919 लड़कियां लापता हुईं। जबकि 18 से ज्यादा उम्र की 61,050 महिलाएं लापता पाई गईं। इस बीच अगर जम्मू-कशमीर की बात कर लें तो यहाँ इन 3 सालों में 18 साल से कम उम्र की 1148 लड़कियां लापता हुईं। जबकि 18 साल से ज्यादा उम्र की 8617 महिलाएं लापता हुईं।

देश के किस राज्य में कितनी कितनी लड़कियां और महिलाएं लापता, सबका रिकॉर्ड

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