मिलिए चंडीगढ़ के 'बुलेट गैंग' से; YouTube पर ली चोरी की डिग्री, चोर बनने में माहिर हुए तो शहर से गायब करने लगे लोगों के बुलेट मोटरसाइकिल
Chandigarh Bullet Gang Exposed
Chandigarh Bullet Gang Exposed : इंटरनेट (Internet) बुरे कामों में भी लोगों के लिए सुविधा बन रहा है| यह लोगों को ऐसी कलाओं में निपुण कर रहा है कि जिनके उपयोग से दूसरे भले लोगों को मुश्किल झेलनी पड़ रही है| दरअसल, चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने एक 'बुलेट गैंग' को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है| इस 'बुलेट गैंग' (Chandigarh Bullet Gang) ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था| गैंग द्वारा आएदिन शहर से बुलेट मोटरसाइकिल चोरी किए जा रहे थे|
चंडीगढ़ की थाना-36 पुलिस ने इस 'बुलेट गैंग' (Bullet Gang) के दो सदस्यों को पकड़ा है और पास से 15 के करीब बुलेट मोटरसाइकिलों की रिकवरी की है| पकड़े गए दोनों सदस्य पंजाब के तरनतारन और फिरोजपुर से संबंध रखते हैं| नाम है शैलेंदर और अमृतपाल| आरोपी शैलेंदर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था| उसकी निशानदेही पर अब अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया| वहीं पुलिस ने कहा कि इस गैंग के और आरोपी अभी पकड़े जाने हैं|
YouTube पर ली चोरी की डिग्री
हम ऊपर आपसे इंटरनेट की दुरूपयोगिता पर बात कर रहे थे| दरअसल, मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पुलिस ने जानकारी दी कि इस 'बुलेट गैंग' (Bullet Gang in Chandigarh) ने यूट्यूब पर से चोरी की कलाओं को सीखा| ये यूट्यूब पर बुलेट के लॉक को आसानी से ब्रेक करना सीखते थे और जब ये इसमें निपुण हो गए तो चंडीगढ़ और आसपास सक्रिय रहकर लोगों के बुलेट मोटरसाइकिल पर हाथ साफ करने लगे|
चलाकर ले जाते थे पंजाब, 15 से 20 हजार में बेचते थे
पुलिस के मुताबिक, ये 'बुलेट गैंग' (Bullet Gang) इतना बेखौफ था कि बुलेट मोटरसाइकिल चोरी करने के बाद उन्हें खुद चलाकर पंजाब के तरनतारन तक ले जाता था और फिर यहीं पर सौदेबाजी होती थी| 'बुलेट गैंग' के लोग लोगों को सस्ते का झांसा देकर और बिना कागजी लफड़े के 15 से 20 हजार में बुलेट मोटरसाइकिल बेच देते थे और वापिस आकर फिर बुलेट मोटरसाइकिलों को चुराने में लग जाते थे|
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिटी श्रुति अरोड़ा
'बुलेट गैंग' पर कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिटी श्रुति अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के दिशानिर्देशों के चलते एएसपी साउथ/वेस्ट मृदुल की सुपरविजन में टीम गठित की गई थी| टीम में थाना 36 के प्रभारी इंस्पेक्टर जसपाल सिंह भुल्लर और आईएसबीटी सेक्टर 43 चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर नवीन कुमार, थाना 36 के सब इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, सब इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह, सीनियर कांस्टेबल नवीन कुमार, कॉन्स्टेबल सुखप्रीत सिंह सुखी, कॉन्स्टेबल नवीन ,कांस्टेबल संदीप ने आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया| कहा जा रहा है कि, चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी थाना-36 पुलिस की मुस्तैदी को देखते हुए उसे सम्मानित भी कर सकते हैं|
रिपोर्ट- रंजीत शम्मी