चंडीगढ़ में मेयर चुनाव से पहले BJP को झटका; AAP ने झटक लिया एक पार्षद, गुरचरणजीत काला की ज्वाइनिंग, किडनैपिंग की बात अफवाह
Chandigarh BJP Councilor Joins AAP Before Mayor Election 2024
Chandigarh BJP Councilor Joins AAP: चंडीगढ़ में मेयर चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। वार्ड नंबर-20 से बीजेपी पार्षद गुरचरणजीत सिंह काला ने आम आदमी पार्टी में ज्वाइनिंग कर ली है। मतलब अब तो वही बात हो गई कि एक आया-एक गया। मालूम रहे कि, हाल ही में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी का एक पार्षद तोड़ लिया था। आप पार्षद लखबीर सिंह बिल्लू ने बीजेपी जॉइन कर ली थी। जिसके बाद आम आदमी पार्टी में कुल पार्षदों की संख्या 12 ही रह गई थी। लेकिन अब बीजेपी के एक पार्षद के शामिल होने से आम आदमी पार्टी के पास फिर से कुल 13 पार्षद हो गए हैं।
जबकि बीजेपी के पार्षदों की संख्या 15 से घटकर अब 14 रह गई है। यानि मेयर चुनाव में 14 पार्षदों के रूप में कुल 14 वोट। हालांकि, बीजेपी के पास मेयर चुनाव के लिए सांसद का भी एक वोट अलग से है। मेयर चुनाव में सांसद का वोट भी पड़ता है। मसलन अभी भी मेयर चुनाव के लिए अकेले के हिसाब से सबसे ज्यादा वोट बीजेपी के पास ही हैं। ज्ञात रहे कि, मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। इस चुनाव में जनता वोट नहीं करती है। जनता द्वारा चुने हुए पार्षद इस चुनाव में वोट डालते हैं।
मर्जी से जॉइन की AAP, कोई दवाब नहीं
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद गुरचरणजीत सिंह काला ने एक वीडियो जारी किया है। जिसमें वह बयान दे रहे हैं कि मैंने बीजेपी छोड़कर आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली है. मैं वार्ड नंबर - 20 से पार्षद हूं। इस फैसले के लिए मेरे ऊपर किसी भी प्रकार का दवाब नहीं है। वहीं गुरचरणजीत सिंह काला का कहना है कि मेरे परिवार को गुमराह करने की कोशिश की गई है। मेरी किडनैपिंग की बात अफवाह है। दरअसल, गुरचरणजीत सिंह काला के बेटे ने शिकायत दी थी कि पिता दो-तीन से गायब हैं और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। बेटे का कहना था कि पिता को डरा-धमकाकर किडनैप किया गया है।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए AAP के उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों पर नामांकन के समय पत्ते खोले हैं। आप ने कुलदीप कुमार टीटा को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है। जबकि नेहा को सीनियर डिप्टी मेयर और पूनम को डिप्टी मेयर के लिए खड़ा किया है। तीनों ने आज नामांकन भर दिया है। बता दें कि आप के सभी पार्षद रोपड़ के एक रिसॉर्ट में मौजूद हैं, नामांकन करने वाले ये तीनों पार्षद भी वापस रोपड़ रिसॉर्ट चले जाएंगे। दरअसल, आप को डर है कि कहीं बीजेपी उसके पार्षदों में सेंधमारी न कर दे।
18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव
इस बार 18 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। कांग्रेस भी इस बार मैदान में है। कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों ने नामांकन भर दिया है। मेयर पद के लिए कांग्रेस के जसबीर बंटी, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर पद के लिए निर्मला देवी ने नामांकन दाखिल किया। ऐसे में मेयर चुनाव में आप, कांग्रेस और बीजेपी में त्रिकोणी मुक़ाबला कड़ा होने वाला है। इस बार का मेयर चुनाव दिलचस्प होगा। दरअसल, पिछली बार के मेयर चुनाव में कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया था और प्रदेश अध्यक्ष एच एस लक्की अपने सभी पर पार्षदों को लेकर चंडीगढ़ से बाहर चले गए थे। लेकिन इस बार जब कांग्रेस मैदान में है और तो चुनावी स्थिति कुछ भी हो सकती है।
क्योंकि कांग्रेस के पास अपने 7 पार्षद ही हैं। ऐसे में कांग्रेस का चुनाव मैदान में उतरना। यह कुछ हजम नहीं हो रहा। बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और आप में मेलजोल होने की अटकलें लग रहीं हैं। कांग्रेस और AAP के मेलजोल पर सबकी नजर है। वैसे भी INDIA गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों में साथ चुनाव लड़कर सीटों के बँटवारे पर बात चल रही है। वहीं अगर चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस और आप में बात नहीं बनती है तो ऐसे में क्रॉस वोटिंग की पूरी संभावना बन रही है।
क्रॉस वोटिंग से पलट जाती है बाजी
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पार्षदों की वोटिंग में क्रॉस वोटिंग का अंदेशा बरकरार रहता है। जहां किसी पार्टी के लिए बाजी किसी भी वक्त पलट जाती है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में अक्सर क्रॉस वोटिंग देखने को मिलती है। इसके अलावा वोट डैमेज घोषित होने से भी चुनाव रिजल्ट पर प्रभाव पड़ता है। डैमेज वोट की गिनती नहीं की जाती और उसे इनवैलिड करारा दे दिया जाता है। क्रॉस वोटिंग और डैमेज वोट जैसे कारणों से पर्याप्त बहुमत नहीं होने के बावजूद बीजेपी कई बार बाजी मार चुकी है.
BJP के लिए मुश्किल हो गई!
फिलहाल, चंडीगढ़ मेयर चुनाव के मैदान में BJP के लिए मुश्किल हो गई है। आप में एक पार्षद के चले जाने से और कांग्रेस के चुनावी मैदान में मौजूद होने के चलते पार्टी का खेल बिगड़ सकता है। कांग्रेस के न आने तक बीजेपी का सीधे-सीधे आप से मुक़ाबला था। साथ ही जाहिर सी बात थी कि बीजेपी के पास वोटों की संख्या सबसे ज्यादा होने से उसकी जीत पक्की हो जाती। क्योंकि आप के पास तो उसके वोट ही कम हैं। बहराल अब खेला हो सकता है। हालांकि बीजेपी अपनी जीत कायम रखने के लिए हर प्रकार से पूरा ज़ोर लगा रही है। बीजेपी साधारण तो हार नहीं मानने वाली।
अभी अनूप गुप्ता चंडीगढ़ के मेयर
पिछले साल 17 जनवरी को मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के लिए चुनाव हुआ था। तब वार्ड नंबर- 11 से पार्षद और बीजेपी नेता अनूप गुप्ता चंडीगढ़ के 29वें मेयर चुने गए थे। अनूप गुप्ता ने वार्ड नंबर- 21 से आम आदमी पार्टी के पार्षद और मेयर उम्मीदवार जसवीर सिंह लाडी को हराया था। फिलहाल अब 18 जनवरी को चंडीगढ़ को नया मेयर मिलेगा।