Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election: चंडीगढ़ के बाबा बालकनाथ मंदिर में चुनाव; चुन लिए गए चेयरमैन और प्रेसिडेंट, मगर विवाद हो गया

चंडीगढ़ के बाबा बालकनाथ मंदिर में चुनाव; चुन लिए गए चेयरमैन और प्रेसिडेंट, मगर विवाद हो गया

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election: चंडीगढ़ के सेक्टर-29A स्थित सिद्ध बाबा बालकनाथ मंदिर में एक बार फिर नए सिरे से सभा के पदाधिकारी चुन लिए गए हैं। मंदिर सभा का चुनाव आज रविवार को आयोजित हुआ। जिसमें अशोक शर्मा चेयरमैन, विनोद कुमार चड्ढा प्रेसिडेंट, मुरारी लाल शर्मा वाइस प्रेसिडेंट, कमलेश चन्द्र जनरल सेक्रेटरी, सतीश राणा संगठन सेक्रेटरी, उजागर राम प्रोपेगेंडा सेक्रेटरी, तरसेम शर्मा असिस्टेंट सेक्रेटरी और सतसेव सूद को ऑडिटर चुना गया है। मंदिर सभा के निर्वाचित प्रेसिडेंट विनोद कुमार चड्ढा ने बताया कि, चुनाव पूरी पारदर्शिता और सही ढंग से हुआ है। सभी पदाधिकारी सर्वसम्मति से चुने गए हैं।

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023
Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023

 

मगर चुनाव में ये विवाद कैसा?

बता दें कि, सिद्ध बाबा बालकनाथ मंदिर सभा का यह चुनाव विवाद के बीच संपन्न हुआ है। सभा के कुछ सदस्यों ने चुनाव में धक्केशाही का आरोप लगाते हुए खुद को दूर कर लिया। अर्थ प्रकाश कार्यालय पहुंचकर उक्त सदस्यों ने बताया कि, बालकनाथ मंदिर सभा के पदाधिकारी जबरदस्ती अपना कब्जा जमाए हुए हैं। उनका कहना है कि, इस चुनाव में पदाधिकारियों ने अपनी मनमर्जी चलाई। अर्थ प्रकाश कार्यालय पहुंचे इन सदस्यों में सुभाष चंद, दिलबाग सिंह, नरिंदर कुमार शर्मा, दिलजीत सिंह, गिरीश कुमार शर्मा, रीता राउन, अविनाश सोनी, स्वरूप सिंह इत्यादि सदस्य शामिल रहे।

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023
चुनाव के विरोध में उतरे सदस्य

Chandigarh Baba Balak Nath Mandir Election 2023

 

इन सदस्यों ने कहा कि, पिछले कई वर्षों से बाबा बालकनाथ में विकास के काम भी नहीं कराये जा रहे हैं और न ही फंड का हिसाब दिया जाता है। कुछ कहो तो बोलने से रोक दिया जाता है। आरोप है कि, चुनाव को लेकर जब जनरल हाउस की मीटिंग चली तो इस बीच सदस्यों को बोलने से रोका गया व धक्केशाही से सभा की कार्यकरिणी गठित कर दी गई।

प्रशासन को अवगत कराएंगे

चुनाव के विरोध में भारी रोष से भरे सदस्यों का कहना है कि, इस तरह के चुनाव को पूरी तरह रद्द करने की उनकी मांग है और वह इस बारे मे प्रशासन को अवगत कराएंगे। वह प्रशासन से आग्रह करेंगे कि बाबा बालकनाथ के सभा द्वारा भेजी गई कार्यकरिणी सूची को रद्द किया जाये और अपनी देख रेख में चुनाव फिर से कराया जाए। आरोप है कि, पिछले 10 सालों से कुछ खास लोगों ने ही सभा पर कब्जा कर रखा है और वह किसी सदस्य को आगे नहीं आने देते।

प्रेसिडेंट चड्ढा ने कहा- सभी आरोप बिल्कुल बेबुनियाद

इधर, जब दूसरे पक्ष को जानने के लिए अर्थ प्रकाश कार्यालय ने प्रेसिडेंट विनोद कुमार चड्ढा से संपर्क साधा और उनसे इस बारे में सवाल किया तो उनका कहना था कि, सभी आरोप बिल्कुल बेबुनियाद हैं। चड्ढा ने कहा कि, विरोधी सूर अलाप रहे इन सदस्यों ने खुद ही चुनाव प्रक्रिया संबन्धित जनरल हाउस की मीटिंग से वॉकआउट किया और अपने किए कराये साइन काट दिए। चड्ढा का कहना है कि, चुनाव सही तरह से पूरी पारदर्शिता के साथ कराया गया है। चुनाव को लेकर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी यह धक्केशाही नहीं की गई है। चड्ढा ने बताया कि, 2012 से वह लगातार प्रेसिडेंट हैं।