केंद्र सरकार ने किया 10 लाख नौकरियों का इंतजाम, मंत्री पीयूष गोयल ने दी 'खुशखबरी'
केंद्र सरकार ने किया 10 लाख नौकरियों का इंतजाम, मंत्री पीयूष गोयल ने दी 'खुशखबरी'
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि भारत और यूएई के बीच हुए व्यापार समझौते सीईपीए से देश के निर्यातकों को कई अवसर मिलेंगे और देश में 10 लाख लोगों को रोजगार (Job) हासिल होगा. भारत और यूएई ने शुक्रवार को ही व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किेये हैं. केन्द्रीय मंत्री ने आज कहा कि सीईपीए छोटे उद्योगों, स्टार्टअप, किसानों, कारोबारियों के लिये काफी फायदेमंद साबित होगा. इस समझौते से सामान और सेवाओं की पहुंच बढ़ेगी और युवाओं को नये अवसर मिलेंगे, स्टार्टअप को नये बाजार हासिल होंगे. इससे अर्थव्यवस्था को फायदा मिलेगा.उन्होने कहा कि सभी सेक्टर से बात करने पर पता चला है कि इस समझौते से 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. गोयल ने कहा कि हमारा जोर एक्सपोर्ट (export) पर है और जीसीसी, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ जारी बातचीत से आने वाले समय में देश के उद्योगों को नये बाजार मिलेंगे और निर्यात तेज होगा.
समझौते से रोजगार देने वाले सेक्टर को फायदा
पीयूष गोयल ने कहा कि इस समझौते से ऐसे सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा जहां काफी सारे लोगों को रोजगार मिलता है इसमें टेक्सटाइल, रत्न और आभूषण. दवाएं, एग्री प्रोडक्ट, फुटवियर, चमड़ा उद्योग, खेल के सामान, ऑटो कंपोनेंट, प्लास्टिक आदि हैं. व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता यानि सीईपीए मई में प्रभावी हो सकता है और पहले दिन से ही भारतीय हित से जुड़े करीब 90 प्रतिशत उत्पादों के लिये यूएई को निर्यात का रास्ता खुल जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबु धाबी के शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की ऑनलाइन शिखर वार्ता के दौरान व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये गये. समझौते पर भारत की तरफ से गोयल और यूएई के अर्थव्यवस्था मामलों के मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री ने हस्ताक्षर किये. दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर रूपरेखा भी जारी की.
उद्योग को मिलेंगे कई फायदे
मुक्त व्यापार समझौते से भारत और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे. इसमें बेहतर बाजार पहुंच और कम शुल्क दरें शामिल हैं. इस एफटीए से अगले पांच साल में दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर पहुंच जाने की उम्मीद है. उल्लेखनीय है कि भारत और यूएई ने व्यापार समझौते के लिये औपचारिक बातचीत पिछले साल सितंबर में शुरू की थी. कुल 881 पृष्ठ के समझौते को रिकार्ड 88 दिनों में ही पूरा कर लिया गया. इस समझौते से कपड़ा, हथकरधा, रत्न और आभूषण, चमड़ा और जूता-चप्पल जैसे श्रम गहन क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों के अवसर बनेंगे. दवा क्षेत्र के बारे में गोयल ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात ने सहमति व्यक्त की है कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया द्वारा अनुमोदित भारत में बने चिकित्सा उत्पादों को आवेदन जमा करने के 90 दिनों के भीतर बाजार पहुंच और नियामकीय मंजूरी प्राप्त होगी. जहां यूएई भारतीय आभूषणों पर शुल्क समाप्त करने पर सहमत हो गया है, वहीं भारत 200 टन तक सोने के आयात पर शुल्क में छूट देगा. भारतीय सेवा क्षेत्र के लाभ के बारे में उन्होंने कहा कि समझौते से सेवाओं से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों की आसान बाजार पहुंच होगी. संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल जेयोदी ने कहा कि यह समझौता 2030 तक संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 1.7 प्रतिशत या 8.9 डॉलर का इजाफा करेगा और निर्यात में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि करेगा