क्या पेट में बच्चेदानी के अलावा कहीं और भी पनप सकता है भ्रूण? देखिए पूरी जानकारी
Pregnancy Complication
Pregnancy Complication: अक्सर लोगों का सवाल रहता है कि क्या एक बच्चा भ्रूण गर्भाशय (Uterus) के बाहर भी विकसित हो सकता है? इसे लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि भ्रूण गर्भाशय के बाहर भी बच्चा विकसित हो सकता है, जिसे एक्टोपिक प्रेगनेंसी (ectopic pregnancy) कहा जाता है. हालांकि, यह प्रेगनेंसी सामान्य प्रेगनेंसी नहीं होती है और चिकित्सकीय रूप से खतरनाक भी मानी जाती है.
गर्भाशय के अलावा आमतौर पर प्रेगनेंसी फैलोपियन ट्यूब (fallopian tube) में डेवलप हो सकती है, इसके अलावा पेट की अन्य गुहाओं में भी प्रेगनेंसी हो सकती है. आइए आज हम आपको इसी बारे में बताते हैं.
पेट में इन जगहों पर हो सकता है भ्रूण का विकास
फैलोपियन ट्यूब
फैलोपियन ट्यूब गर्भाशय के अलावा गर्भावस्था का सबसे आम प्रकार है, इसे ट्यूबल प्रेग्नेंसी भी कहा जाता है. यह सामान्य प्रेगनेंसी की तरह ही होती है, लेकिन बहुत खतरनाक होती है इसमें ज्यादा समय तक बच्चा पनप नहीं सकता है.
अंडाशय या डिम्बग्रंथि गर्भावस्था
कई रेयर केस में प्रेगनेंसी अंडाशय में भी हो सकती है. हालांकि, इस तरह की प्रेगनेंसी में कॉम्प्लिकेशन बहुत ज्यादा होते हैं और इस स्थिति में अबॉर्शन करने की ही सलाह दी जाती है.
सरविक्स या सर्वाइकल प्रेगनेंसी
इस स्थिति में एग सरविक्स में इंप्लांट हो सकते हैं, जो यूट्रस के नीचे का हिस्सा होता है और योनि में खुलता है.
एब्डोमिनल कैविटी
एब्डोमिनल कैविटी जिसे एब्डोमिनल प्रेगनेंसी के नाम से भी जाना जाता है, इसमें फर्टिलाइज्ड एग पेट के अन्य अंग जैसे आंत, लीवर या अन्य जगह से जुड़ सकता है, जो प्रेगनेंसी में आगे कॉम्प्लिकेशन पैदा कर सकते हैं.
सिजेरियन प्रेगनेंसी
कई रेयर मामलों में फर्टिलाइजर एग पिछले सिजेरियन सेक्शन निशान में डेवलप हो सकता है, इससे महिलाओं को कई कॉम्प्लिकेशन प्रेगनेंसी के दौरान हो सकते हैं.
एक्टोपिक प्रेगनेंसी का खतरा
एक्टोपिक प्रेगनेंसी एक ऐसी स्थिति है जहां पर भ्रूण एक ऐसे क्षेत्र में बढ़ता है जो प्रेगनेंसी के लिए सूटेबल नहीं होता है. ऐसी प्रेगनेंसी में महिलाओं को इंटरनल ब्लीडिंग, अधिक दर्द और यहां तक की मौत का खतरा भी होता है. एक्टोपिक प्रेगनेंसी का पता अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी के जरिए किया जा सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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