क्या गेम चेंजर फिल्म सच में राम चरण और शंकर के लिए गेम बदल सकता है?
Ram Charan Game Changer: गेम चेंजर जो कि कल यानी 10 जनवरी को सिनेमाघर में रिलीज होने के लिए तैयार हो चुकी है उसने अपनी रिलीज से पहले ही काफी सुर्खियां बटोर ली है। ऐसे में रामचरण और निर्देशक शंकर दोनों के लिए यह फिल्म दावं ज्यादा नहीं हो सकते। इस सहयोग को एक मील का पत्थर परियोजना के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें शंकर की दूरदर्शी कहानी को ग्लोबल स्टार रामचरण की स्क्रीन उपस्थिति के साथ जोड़ा गया है। गेम चेंजर फिल्म से काफी उम्मीदें हैं। राम के लिए यह फिल्म वैश्विक घटना आरआरआर का अनुसरण करती है। जबकि शंकर के लिए यह इंडियन टू के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वापसी का एक काफी अच्छा मौका प्रस्तुत करती है।
राम चरण पर है काफ़ी दबाव
हालांकि फिल्म रिलीज होने में अब कुछ ही घंटे बाकी है और फिर उसके बाद दर्शकों का रिएक्शन देख समझ आ जाएगा की फिल्म उन्हें पसंद आई है या फिर नहीं। लेकिन दूसरी तरफ रामचरण के लिए यह काफी चैलेंजिंग फेस है। एसएस राजामौली द्वारा निर्देशित आर आर आर से रामचरण का कैरियर आसमान छू चुका है, फिल्म की वैश्विक प्रशंसा ऑस्कर विजेता ट्रैक के साथ मिलकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया है, और उन्हें एक वैश्विक आइकॉन भी बना दिया है। आर आर आर में सीताराम राजू का उनका किरदार अपनी तीव्रता, करिश्मा और गहराई के साथ सराह गया। स्वाभाविक रूप से उनके अगले प्रॉजेक्ट से बहुत उम्मीदें हैं हालांकि उन्होंने अपने पिता चिरंजीवी की आचार्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। गेम चेंजर आर आर आर के बाद उनका पहला पूर्ण प्रोजेक्ट होगा।
क्या पुष्पा 2 और RRR को टक्कर दे पाएगी फिल्म?
गेम चेंजर के बारे में चर्चा रामचरण के आर आर आर सह कलाकार जूनियर एनटीआर के विपरीत प्रदर्शनों से और भी ज्यादा बढ़ गई है, क्योंकि जूनियर एनटीआर की फिल्म देवरा 1 ने कुछ खास कमाल नहीं छोड़ा। वहीं दूसरी तरफ अल्लू अर्जुन और सुकुमार की फिल्म पुष्पा 2 द रूल की बॉक्स ऑफिस पर अभूतपूर्व सफलता ने गेम चेंजर पर भयंकर दबाव डाला है, जिससे न केवल तेलुगू सिनेमा के लिए बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी एक नए मानदंड स्थापित कर दिया है तथा आगामी बड़ी फिल्मों के लिए उम्मीदें बढ़ा दी गई है।