गन्ने के रेट में मामूली बढ़ोत्तरी कर बीजेपी ने किसानों के जख्मों पर छिड़का नमक- हुड्डा

गन्ने के रेट में मामूली बढ़ोत्तरी कर बीजेपी ने किसानों के जख्मों पर छिड़का नमक- हुड्डा

By Marginally Increasing the Price of Sugarcane

By Marginally Increasing the Price of Sugarcane

कांग्रेस सरकार ने की थी 165% तो बीजेपी ने की सिर्फ 24% बढ़ोत्तरी- हुड्डा  

इतनी बढ़ोत्तरी तो कांग्रेस सिर्फ एक साल में कर देती थी, जितनी बीजेपी ने 10 साल में की- हुड्डा   

चंडीगढ़, 16 नवंबरः By Marginally Increasing the Price of Sugarcane: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि बीजेपी ने एकबार फिर गन्ना किसानों के साथ भद्दा मजाक किया है। सरकार ने गन्ने के रेट में 14 रुपये की मामूली बढ़ोत्तरी करके किसानों के जख्मों पर नमक छिड़का है। उन्होंने कहा कि खेती बढ़ती लागत के मद्देनजर आज की तारीख में रेट 450 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा होना चाहिए। लेकिन 10 साल सत्ता में रहते हुए भी बीजेपी ने मात्र 386 रुपये ही रेट किया है। 

बीजेपी सरकार द्वारा रेट में जितनी बढ़ोत्तरी की है, इसके मुकाबले खाद, बीज, दवाई, ट्रैक्टर पार्ट्स, खेती उपकरणों, डीजल व लेबर का रेट कई गुणा बढ़ोत्तरी हो चुकी है। इसलिए यह मामूली बढ़ोत्तरी ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। 

जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान गन्ने के रेट में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोत्तरी हुई थी। प्रदेश की सत्ता में जब कांग्रेस आई तो 2005 में गन्ने का भाव मात्र 117 रुपये था। लेकिन कांग्रेस ने अपने साढ़े नौ साल के कार्यकाल में लगभग 3 गुणा यानी 165 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करके रेट को 310 रुपये तक पहुंचाया था। लेकिन बीजेपी ने अपने पूरे कार्यकाल में गन्ने के रेट में मात्र 24 प्रतिशत ही बढ़ोत्तरी की। इतनी बढ़ोत्तरी तो कांग्रेस सिर्फ एक साल के भीतर कर देती थी, जितनी बीजेपी ने 10 साल में की है।  

हुड्डा ने कहा कि सरकार द्वारा जिस रेट का ऐलान किया जाता है, उसके लिए भी किसानों को कई-कई महीने, कई-कई साल तरसाया जाता है। हरबार किसानों को गन्ने के भुगतान के लिए आंदोलन करना पड़ता है। इसलिए कांग्रेस ने की मांग है कि गन्ने के रेट में उचित बढ़ोत्तरी करते हुए सरकार समय पर भुगतान की व्यवस्था करे।