खुशियां ऐसा मातम भी लाएंगी, किसे पता था? उत्तराखंड में दहला देने वाला हादसा, बारातियों से भरी बस गहरी खाई में गिरी, 25 से ज्यादा लोगों की मौत
Bus Fell Into Ditch In Pauri Garhwal Uttarakhand
Bus Fell Into Ditch In Pauri Garhwal Uttarakhand : खाई में वाहनों के गिरने और साथ ही कई जिंदगियों के तमाम होने का सिलसिला थम नहीं रहा है| खबर एक बार फिर उत्तराखंड से है| जहां बीती रात एक बस के खाई में गिर जाने से बड़ा भयंकर हादसा हुआ है| इस हादसे में 25 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है| जबकि अन्य 21 लोगों को घायल अवस्था में खाई से बाहर निकाला गया है और इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है| ऐसी जानकारी है कि इनमें से भी कइयों की हालत गंभीर बनी हुई है|
बताया जाता है कि, बस के खाई में गिरने के बाद आस-पास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर काफी मदद की| इसके अलावा पुलिस-प्रशासनिक और SDRF की रेस्क्यू टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया| वहीं, इस हादसे के बाद सूबे के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद कंट्रोल रूम पहुंचकर राहत-बचाव कार्य पर पूरी नजर बनाकर रखी| आपको जानकारी दे दें कि हादसास्थल पर अबतक बचाव अभियान जारी है| खाई 500 मीटर गहरी बताई जाती है|
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में बस के साथ हुआ हादसा
आपको बतादें कि, बस के साथ यह दर्दनाक हादसा पौड़ी गढ़वाल जिले में हुआ| बीती रात 8 बजे के आस-पास यहां के बीरोंखाल इलाके में ड्राइवर ने बस पर से नियंत्रण खो दिया और बस सीधा गहरी खाई में जा गिरी| हादसे के वक्त बस में कई महिलाओं-बच्चों सहित 45 से ज्यादा लोग मौजूद थे| ये सभी बाराती बताये जाते हैं| बताया जाता है कि, यह बस हरिद्वार के लालढांग से इन बारातियों को लेकर निकली थी|
CM धामी ने दुःख जताया
बस हादसे में जान गवाने वालों के लिए उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख जताया है| धामी ने कहा- बस दुर्घटना में कई लोगों के हताहत होने का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने एवं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। दुःख की इस घड़ी में हमारी सरकार शोकाकुल परिजनों के साथ खड़ी है।
बीते कल ही उत्तराखंड में बर्फीले तूफान ने निगल ली थीं कई जिंदगियां
ध्यान रहे कि, बीते कल ही उत्तराखंड उत्तरकाशी में हिमस्खलन (Avalanche In Uttarkashi) से बर्फीला तूफान आया था| द्रौपदी डांडा-2 पर्वत शिखर पर अचानक से हिमस्खलन हुआ था और जिसके बाद बर्फ का भीषण गुबार उठ गया था| वहीं, जिस वक्त यह घटना घटी उस दौरान नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (उत्तरकाशी) के 29 पर्वतारोहियों (Mountaineer) का एक समूह डांडा-2 पर्वत शिखर पर मौजूद था| जो कि चपेट में आ गया| NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों ने राहत एवं बचाव कार्य चलाकर इन 29 पर्वतारोहियों में कइयों को तो बचा लिया लेकिन कई की मौत भी हो गई| मसलन, बीते मंगलवार का दिन उत्तराखंड के लिए अमंगलकारी रहा| पहले हिमस्खलन से कई मौतें और फिर खाई में बस के गिरने से मौतों का अंबार...