रेवाड़ी में गैंगस्टर की प्रॉपर्टी पर चला बुलडोजर, देखें कितनी हुुई तोडफ़ोड़
- By Krishna --
- Friday, 30 Sep, 2022
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Bulldozer ran on gangster's property in Rewari
Bulldozer ran on gangster's property in Rewari : रेवाड़ी। हरियाणा सरकार (Haryana Govt.) गैंगस्टर और नशा तस्करों पर लगातार प्रहार कर रही है। इसी के तहत इनकी कमर तोडऩे के लिए की जा रही तोडफ़ोड़ की कार्रवाई में शुक्रवार (Friday) को रेवाड़ी शहर में भी प्रशासन का बुलडोजर गैंगस्टर की प्रॉपर्टी पर चलना शुरू हो गया है। कालका रोड पर महर्षि वाल्मीकी ट्रस्ट की जमीन पर बनी 47 से ज्यादा दुकानें तोड़ी जा रही है।
इस ट्रस्ट का प्रधान बदमाश सुनील ढुलगच है। सुनील आलू गैंग का सरगना है और फिलहाल गुरुग्राम (Gurugram) की भोंडसी जेल में बंद है। आरोप है कि बगैर नक्शा पास कराए अवैध तरीके से दुकानें बनाकर लोगों को पगड़ी पर बेच दी गई। सभी दुकानें किराए पर है, जिनमें लोगों ने व्यापार किया हुआ है। तोडफ़ोड़ की कार्रवाई में 3 जेसीबी मशीनें लगी हुई हैं। शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे कार्रवाई शुरू होनी थी। लेकिन एक घंटे की देरी से नगर परिषद के अधिकारियों के अलावा ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार भूपसिंह, डीएसपी अमित भाटिया, डीएसपी सुभाष चंद भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और तोडफ़ोड़ की कार्रवाई शुरू की गई। तोडफ़ोड़ की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग भी मौके पर मौजूद रहे।
कांग्रेसी विधायक चिरंजीव राव ने कार्रवाई पर खड़े किए सवाल
दुकानें तोड़े जाने की सूचना के बाद रेवाड़ी से कांग्रेसी विधायक चिरंजीव राव भी पहुंचे और कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। चिरंजीव राव ने कहा कि एक आदमी ने गलती की है तो सजा गरीबों को क्यों दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दुकानें ट्रस्ट की जमीन पर बनी है। ऐसे में ट्रस्ट के सदस्य भी बदले जा सकते है। इस तरह गरीबों द्वारा गाढ़ी कमाई से बनाई गई दुकानें तोडऩा ठीक नहीं है। विधायक करीब एक घंटे तक लोगों के बीच ही रहे। इस दौरान लोगों ने विधायक के सामने कार्रवाई को रूकवाने की मांग भी की।
दो दिन पहले फरीदाबाद में भी हुई थी तोडफ़ोड़ की कार्रवाई
दो दिन पहले भी फरीदाबाद (Faridabad) में नशे के सबसे बड़े सौदागर रहे बिजेन्द्र उर्फ लाला के अवैध साम्राज्य को ध्वस्त किया गया था। उसने सेक्टर-22 की मछली मार्केट में सरकारी जमीन पर काफी इमारतें और दुकानें बनाई हुई थी, जिसके किराये पर दिया हुआ था। फरीदाबाद प्रशासन ने 18 इमारत को ध्वस्त कर दिया था। लाला पर नशा तस्करी के अलावा कई संगीन मामले दर्ज थे। बीमारी के चलते कुछ साल पहले उसकी मौत हो गई थी। लाला ने अवैध कमाई कर करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की हुई है।
प्रशासन ने 29 सितंबर तक इन दुकानों को खाली करने का नोटिस ट्रस्ट के गेट पर चस्पा किया था। 30 सितंबर को तोडफ़ोड़ की कार्रवाई की डेडलाइन दी गई। इन दुकानों पर व्यापार करने वाले लोगों का कहना है कि नगर परिषद ने 2 दिन पहले नोटिस चस्पा किया है। उन्होंने 12 से 15 लाख रुपए देकर पगड़ी पर दुकानें ली हुई हैं, जिसका हर माह किराया भी चुकता करते हैं।
दुकानदारों ने कहा कि अगर दुकानों को बनाने में किसी तरह की खामियां हैं तो ट्रस्ट के प्रधान पर कार्रवाई होनी चाहिए। इन खामियों को पूरा करने के लिए उन्हें समय दिया जाना चाहिए। त्योहार के सीजन में इस तरह तोडफ़ोड़ करने से उनका पेट पालना भी मुश्किल हो जाएगा।