ब्रिटिश पीएम छोड़ेंगे कुर्सी, देखें क्या है मामला....
British PM will leave the chair, see what is the matter....
लंदन। ब्रिटेन में बड़ा फेरबदल हो रहा है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री जल्द ही संसद में कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर पद से इस्तीफा देंगे। हालांकि, अक्टूबर में नया नेता चुने जाने तक वो कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते रहेंगे। जॉनसन इस्तीफे से पहले राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे। इस इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह 30 जून को डिप्टी चीफ व्हिप की पोस्ट पर क्रिस पिंचर का अपॉइंटमेंट है। पिंचर सेक्स स्कैंडल में फंसे थे। इसके बाद ही ब्रिटिश कैबिनेट से इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया।
पिंचर की नियुक्ति और जॉनसन के काम करने के तरीके से नाराज 50 मंत्री और सांसद इस्तीफा दे चुके हैं। इन लोगों का कहना है कि ब्रिटिश पीएम सब जानते थे, इसके बावजूद अपॉइंटमेंट किया। सरकार के खिलाफ अविश्वास इस कदर बढ़ता जा रहा है कि 36 घंटे पहले ही मंत्री बनाए गए मिशेल डोनेलन ने भी इस्तीफा दे दिया।
कंजर्वेटिव पार्टी के रूल्स के हिसाब से 12 महीने तक उनके खिलाफ दूसरा नो-कॉन्फिडेंस मोशन नहीं लाया जा सकता, क्योंकि पिछले महीने जॉनसन ने कॉन्फिडेंस वोट जीता था। पार्टी के कुछ सांसद मांग करने लगे हैं कि 12 महीने के इस इम्युनिटी पीरिएड को कम या खत्म किया जाए। एक रास्ता यह भी है कि जॉनसन फ्रेश इलेक्शन की घोषणा कर दें। संभावना नहीं के बराबर है, क्योंकि संसद और जॉनसन की पार्टी ही नए चुनाव के फेवर में नहीं हैं।
विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारर ने कहा- बोरिस जॉनसन को बहुत पहले ही पद छोड़ देना चाहिए था। उनका कुर्सी छोडऩा देश के लिए अच्छी खबर है। ब्रिटेन को नई शुरुआत की जरूरत है। कंजर्वेटिव पार्टी ने 12 सालों में देश का बहुत नुकसान किया है।
पीएम पद के दावेदारों में वर्तमान वित्त मंत्री नदीम जाहवी और पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट भी दौड़ में हैं। माना जा रहा है कि पूर्व रक्षा मंत्री पैनी मॉरडॉट भी अपनी दावेदारी जता सकती हैं। बोरिस जॉनसन के खिलाफ पिछले काफी समय से पैनी मुखर रही हैं। ब्रिटिश पीएम की रेस में कुल 6 नाम हैं।