ब्रह्मज्ञान ही जीवन का आधार: निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज
- By Vinod --
- Sunday, 05 Jan, 2025
Brahma Gyan is the basis of life
Brahma Gyan is the basis of life- चंडीगढ/पंचकुला/पिवोहाI ब्रह्मज्ञान प्राप्त करने के बाद जीवन सुखमय हो जाता है और परमात्मा के रंग में रंगा रहता है। यह उदगार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने स्थानीय अनाज मंडी में आयोजित विशाल निरंकारी संत समागम के दौरान व्यक्त किए। इस अवसर पर हरियाणा व पंजाब के अनेक स्थानों से श्रद्धालुओं ने समागम में पहुंचकर सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज व सत्कारयोग निरंकारी राजपिता रमित जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
सतगुरु माता जी ने फरमाया कि बेशक इस निराकार प्रभु को भक्त अनेकों नामों से पुकारते हैं। परन्तु भक्तों ने सदैव पूर्णयता से परमात्मा पर विश्वास किया। ऐसा विश्वास नहीं रखा कि जब परिस्थितियां अनुकूल न हुई, उस समय प्रभु परमात्मा में नुक्स निकलने आरंभ कर दिए। भक्त सदैव प्रभु की रजा को रहमत, प्रसाद मानते हुए हर पल हर हाल में इसका शुक्राना करते हैं।
सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि जब प्रभु परमात्मा ने इंसान की रचना करते हुए कोई भेदभाव नहीं किया तो फिर मनुष्य को भी नहीं करना चाहिए।
जब मानवीय गुण जीवन में रच जाते हैं तो नजरिया सकारात्मक हो जाता है। फिर दुख और सुख की अवस्था में कोई अंतर नहीं रहता। भक्तिमय जीवन ब्रह्मज्ञान की दात की प्राप्ति से होता है। भक्तिमय जीवन कल्याणकारी व सुखदायी बन जाता है। यह सेवा, सिमरन व सत्संग को जीवन में धारण करने से ही होता है।
इस अवसर पर जोनल इंचार्ज सुरेंद्र पाल सिंह व पेहवा के मुखी सरबजीत जी ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज व सत्कारयोग निरंकारी राजपिता रमित जी का पिहोवा में पहुंचकर आशीर्वाद देने पर आभार व अभिवादन किया। वहीं सभी प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर पालिका व अन्य सभी विभागों के सहयोग के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने सभी के खुशहाल व सुखमय जीवन की भी कामना की।