Punjab : काली रातों में जोरों से चल रहा रेत खनन का काला धंधा, पुलिस, खनन अधिकारियों और राजनेताओं का रेत माफियाओं को मिल रहा सहयोग
booming sand mining business
Arth Parkash/Deepak Jain
booming sand mining business : जगराओं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अपनी पार्टी की सरकार के बारे में लाखों दावे करते रहे हैं, भले ही वे ईमानदारी की लाख शपथ खाकर अपनी ईमानदारी का इजहार करते रहें और बालू के रेट कम करने के लाख दावे करते रहें। लेकिन आज सोने से भी ऊंचे दामों पर बिक रही रेत ने बहुसंख्यक गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के घर बनाने के सपने को तोड़ दिया है। बेखौफ चल रहे इस धंधे को रोकने में पुलिस और खनन विभाग पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। पुलिस भले ही रात में पेट्रोलिंग और नाके लगाकर इस अवैध खनन को रोकने के दावे कर रही है।लेकिन फिर भी दर्जनों ओवरलोड ट्रॉलियां और ट्रक बेखौफ अपने गंतव्य की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं।
लुधियाना जिले में अभी भी कई ऐसी रेत खदानें हैं जिनकी नीलामी नहीं हो पाई है। लेकिन उनसे बालू निकालने का काला कारोबार बेखौफ चल रहा है। प्रखंड सिधवा बेट की बात करें तो इसके गांव अक्कुवाल, बघियां, हुजरा, चंडीगढ़ के छन्ना गोरसियां खान मुहम्मद, भुंदडी व कुलगना में अवैध बालू का कारोबार किया जा रहा है, जहां से रेत माफिया प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर ट्राली ले जाते हैं। लाखों रुपए कमाए जा रहे हैं। माफिया यह भ्रम देने के लिए सुबह-सुबह खनन स्थल को समतल कर देते हैं कि सब ठीक है। लेकिन पुलिस कुछ ही ट्रालियों पर कार्रवाई कर के खानापूर्ति कर रही है । सुबह-सुबह बालू से लदी ये ओवरलोड ट्रालियां सडक़ों पर दौड़ती नजर आती हैं, जो आमतौर पर पेट्रोल पंपों, चौराहों और सडक़ के किनारे बने घरों में लगे सीसीटीवी मैं देखी जा सकती हैं। रेत से लदे हुए वाहन मुख्य सडक़ों की बजाय गांवों की संपर्क सडक़ों से गुजरते हैं। सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल ली जाएगी तो पूरी हकीकत सामने आ जाएगी। रेत के इस काले धंधे से रेत माफिया अपनी तिजोरीया भर रहे हैं, जहां सरकार को लाखों का नुकसान हो रहा है, वहीं रेत के काले धंधे को रोकने वाले खनन विभाग के अधिकारी गहरी नींद का नाटक कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कई पुलिस कर्मी और छोटे अधिकारी इस धंधे को बढ़ावा देने में माफिया का सहयोग कर रहे हैं, जिसके चलते माफिया को काफी मदद मिल रही है।
क्षेत्र में इस धंधे से जुड़े लोग कर रहे हैं दिन-रात दोगुनी और चौगुनी तरक्की
विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि पिछले दिनों एक कनिष्ठ स्तर के अधिकारी ने अपने वरिष्ठ को इस काले धंधे की जानकारी दी थी। जिसके कारण शिकायत करने वाले को ही लाइन हाजिर कर दिया गया था। उनके सीनियर ने जूनियर की बर्खास्तगी के बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारी को भी कहां था। लेकिन जूनियर ने इस काले धंधे का वीडियो अधिकारियों को दिखाया, जिससे उस जूनियर को लाइन हाजिर किया गया।
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आसान और लाभदायक साधन बन गया है रेत का कारोबार
आज के समय में पैसा कमाने के लिए रेत का काला धंधा रेत माफियाओं के लिए मालामाल होने का शॉर्टकट बनता जा रहा है। पिछले तीन दशकों से जब भी कोई पार्टी सत्ता में आती है तो रेत के धंधे पर कई निगाहें टिकी रहती हैं, क्योंकि लोगों को यह काम आसान और ज्यादा मुनाफे वाला लगता है, जिसके कारण यह काम राजनीति के लालची नेताओं की पैनी निगाहों में रहता है। खनन नीति के नियमों की निर्भयता से धज्जियां उड़ाने वाले निर्भय होकर प्राकृतिक संसाधनों को इतना नुकसान पहुंचा रहे हैं कि उसकी भरपाई करना मुश्किल हो गया है। रेत माफियाओं द्वारा अवैध खनन के नतीजे इतने खराब हो सकते हैं कि आने वाले दिनों में जब बरसात का मौसम जोरों पर हो और सतलुज नदी का पानी लबालब भर कर बह रहा होता है और उसके किनारों को तोडक़र बाढ़ का रूप ले लेता है। इस अवैध खनन से खनन वाले गांवों के इलाकों में बाढ़ आने का खतरा बन सकता है और भारी तबाही होने का भी खतरा बना हुआ है।
एसडीओ ने फोन रिसीव नहीं किया
जब इस संबंध में खनन विभाग के जिला अधिकारी से संपर्क करना चाहा तो उन्होंने घंटी बजने के बावजूद फोन रिसीव करना जरूरी नहीं समझा।
किसी को बख्शा नहीं जाएगा : एसएसपी
पुलिस जिला लुधियाना देहाती के कप्तान एसएससी नवनीत सिंह बैंस का कहना है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुलिस ने रेत माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है, किसी को भी रेत का अवैध कारोबार नहीं करने दिया जायेगा। रात्रि गश्त और नाकाबंदी के कारण इस धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में पिछले कुछ दिनों में 4 मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं और इस धंधे से जुड़े किसी भी गलत काम करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।
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