पंजाब के राज्यपाल द्वारा के. शिव प्रसाद की ‘गीता आचरण - इक साधक दे दृष्टिकोण तों’ नामक पुस्तक का विमोचन
Ek Sadhak De Drashtikon To
चंडीगढ़, 14 अगस्त: Ek Sadhak De Drashtikon To: पंजाब के माननीय राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित ने राजभवन, चंडीगढ़ में ‘गीता आचरण - अ प्रेक्टीशनर्स पर्सपेक्टिव’ नामक पुस्तक का पंजाबी संस्करण (गीता आचरण - इक साधक दे दृष्टिकोण तों) लॉन्च किया। यह पुस्तक पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी के. शिव प्रसाद द्वारा लिखी गई है।
माननीय राज्यपाल ने कहा कि उन्हें भगवद गीता से प्रेरणा मिलती है। इससे उन्हें पिछले 50 वर्षों से एक सार्थक और बेदाग सार्वजनिक जीवन जीने की शक्ति प्राप्त करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि उनके दिन की शुरुआत भगवद गीता के 12वें अध्याय के पाठ से होती है। उन्होंने भगवद गीता का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करवा कर आम आदमी के लिए समझने में आसान बनाने के लिए शिव प्रसाद द्वारा किए गए प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया।
शिव प्रसाद ने बताया कि यह पुस्तक अवधारणाओं को संक्षेप रूप में बहुत ही सरल ढंग से समझाने का एक प्रयास है। इन लेखों के माध्यम से आधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग करके गीता में मौजूद जटिल मुद्दों को सरल बनाया गया है। इसका अध्ययन करने वाले लोगों, विशेषकर युवाओं को गीता के अंतर्गत अपना जीवन आनंदमय बनाने में मदद मिलेगी। वे अपने दैनिक जीवन में आने वाले तनावों से निपटने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि यह इस क्षेत्र में उनकी 30 साल से अधिक समय की मेहनत का नतीजा है। लोगों और परिस्थितियों से प्राप्त अनुभव से उन्हें गीता के उपदेशों को समझने में काफी मदद मिली। इसके अलावा उन्होंने अपने दैनिक अनुभव में वृद्धि हेतु पश्चिमी विचार प्रक्रियाओं और व्यवहार विज्ञान का अध्ययन भी किया।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस पुस्तक का पंजाबी भाषा में अनुवाद होने से दुनिया भर के पंजाबी पाठकों को अपनी मातृभाषा में गीता के ज्ञान को समझने की सुविधा मिलेगी। यह पुस्तक अंग्रेजी, हिंदी, उड़िया और तेलुगु भाषाओं में पहले से ही उपलब्ध है।
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