चंडीगढ़: भाजपा के मनोज सोनकर ने दिया मेयर पद से इस्तीफा, आप के तीन पार्षद भाजपा में शामिल
- By Vinod --
- Sunday, 18 Feb, 2024
BJP's Manoj Sonkar resigns from the post of Mayor
BJP's Manoj Sonkar resigns from the post of Mayor- चंडीगढ़। शहर में मेयर पद को लेकर सियासी घमासान बढ़ता ही जा रहा है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुनाना है, इससे पहले ही चंडीगढ़ भाजपा के मनोज सोनकर ने मेयर पद से अपना त्यागपत्र दे दिया। इसके साथ ही खबर ये भी आ रही है कि आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं।
जिसमें आम आदमी पार्टी के पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावट भाजपा में शामिल हो गए एवं गुरचरण काला की घर वापसी हुई। तीनो पार्षदों का भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के साथ पार्टी के पटके पहनाकर भाजपा में स्वागत किया। इस अवसर पर विनोद तावड़े ने कहा तीनो पार्षदों को भाजपा में पूर्ण मान सम्मान मिलेगा और महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी जाएगी।
अरूण सूद ने बताया के भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है और मेयर भाजपा का ही रहेगा और चंडीगढ़ भाजपा लोक भलाई की नीतियों के चलते भाजपा का कारवां बढ़ता रहेगा।
इस अवसर पर नेहा मुसावट ने कहा के आम आदमी पार्टी अपनी नीतियों में असफल रही है और वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा ज्वाइन कर रही है। पूनम देवी ने कहा के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों और दलितों के मसीहा हैं और उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए बहुत विकास के काम किए है और वह भाजपा ज्वाइन कर के बहुत खुश हूं। गुरचरण काला ने कहा के वह पहले ही भाजपा में थे, वह कुश लोगों के हाथों गुमराह हो गए थे और पुन: भाजपा में ही हैं।
यह खरीद-फरोख्त बंद करें: प्रेम गर्ग
आप नेता प्रेम गर्ग ने अपने दो पार्षदों नेहा और पूनम के भाजपा में शामिल होने पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे दो पार्षद नेहा और पूनम को भाजपा ने खरीद लिया है। यहां तक कि नगर निगम के मेयर जैसे चुनाव के लिए भी बीजेपी को ऑपरेशन लोटस को अंजाम देना पड़ा। यह वाकई शर्म की बात है। माननीय न्यायालयों को सत्ताधारी दल द्वारा अपने धन के थैलों का उपयोग करके इस खरीद-फरोख्त का अवश्य संज्ञान लेना चाहिए। हमारी मांग है कि अनिल मसीह द्वारा धोखे से अवैध घोषित किए गए सभी 8 मतपत्रों को वैध माना जाए और आप के उम्मीदवार को मेयर घोषित किया जाए। साथ ही माननीय सुप्रीम कोर्ट को नगर निगम में दल-बदल विरोधी कानून लागू करने की दृढ़ता से सिफारिश करनी चाहिए, जहां चुनाव पार्टी प्रतीकों पर होते हैं। मेयर का चुनाव हाथ उठाकर होना चाहिए।
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