BJP should give account of old election promises

पूर्व मुखयमंत्री भूपेंद्र हुड्डा बोले, नई घोषणाएं करने से पहले बीजेपी पुराने चुनावी वादों का दे हिसाब

Former Chief Minister Bhupendra Hooda said, before making new announcements, BJP should give account

Former Chief Minister Bhupendra Hooda said, before making new announcements, BJP should give account

BJP should give account of old election promises- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I पूर्व मुखयमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि हरियाणा में आज निकम्मी, नकारा, नाकाम और यू-टर्न सरकार चल रही है। लोकसभा में करारी हार के बाद से ये सरकार कोई काम करने में दिलचस्पी नहीं ले रही बल्कि अपने फैसलों से यू-टर्न ले रही है। भाजपा को जवाब देना चाहिए कि उसके मौजूदा फैसले सही थे या अभी लिए जा रहे फैसले सही हैं? सरकार के ऊल-जलूल फैसलों के चलते 10 बरस में जनता का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कौन करेगा? हुड्डा आज प्रेस क्लब में ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 10 साल एक के बाद एक जनविरोधी नीतियां बनाने वाली भाजपा अब चुनाव में हार सामने देखकर घोषणाएं करने में लगी है लेकिन नए वादे करने से पहले अपनी पुरानी चुनावी घोषणाओं का हिसाब देना चाहिए। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर खाली पदों को भरना और बेरोजगारी पर अंकुश लगाना पहली प्रथामिकता होगी। कांग्रेस फिर से हरियाणा को बेरोजागरी और अपराध मुक्त राज्य बनाएगी। प्रदेश से अगर बेरोजगारी व अपराध खत्म होगा तो इससे नशा, पलायन रुकेगा, निवेश आएगा और हरियाणा उन्नति करेगा।

हुड्डा ने सवाल उठाए कि भाजपा ने 2014 में किसानों को दी गई एमएसपी की गारंटी को पूरा क्यों नहीं किया? स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक रेट क्यों नहीं दिए? किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई? कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान क्यों नहीं दिया? हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने का वादा क्यों नहीं पूरा हुआ? बेरोजगारी में हरियाणा नंबर वन कैसे बना? हरियाणा देश का सबसे असुरक्षित राज्य क्यों बना? 5000 स्कूलों को क्यों बंद किया गया? शिक्षा विभाग में 50 हजार पद क्यों खाली हैं? स्वास्थ्य सेवाओं में करीब 20 हजार पद क्यों खाली हैं? सभी गरीबों को पक्के मकान देने के वादे का क्या हुआ? कांग्रेस की 100-100 गज प्लॉट आवंटन की स्कीम क्यों बंद की गई?

हुड्डा ने जेजेपी के साथ सरकार बनाने के समय किए गए वादों पर भी सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि किसानों को एमएसपी गारंटी और एमएसपी पर बोनस क्यों नहीं दिया गया? 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन क्यों नहीं हुई? पुरानी पेंशन स्कीम क्यों लागू नहीं की गई? हरियाणवियों को नौकरियों में 75 फीसदी आरक्षण क्यों नहीं मिला?

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गरीब, एससी और ओबीसी से 100-100 गज के प्लॉट का अधिकर छीनकर भाजपा 30 गज के प्लॉट की फर्जी घोषणा कर रही है। प्लॉट का झांसा देकर गरीबों से 10000-10000 रुपये लिए जा रहे हैं, जबकि सरकार ने प्लॉट के लिए ना कोई जमीन चिन्हित की है, ना कोई डिमार्केशन हुआ है, ना कोई नक्शा सामने आया है, ना पानी कनेक्शन, सडक़, गलियों व सीवरेज का कहीं कोई जिक्र हुआ है। जनता अब इन फर्जी घोषणाओं के झांसे में नहीं आएगी।

2 लाख से ज्यादा पद खाली

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा के सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। तमाम विभाग कर्मचारियों के भारी टोटे को झेल रहे हैं। इसकी वजह से जनता को हर छोटे-बड़े काम के लिए दफ्तरों के बार-बार धक्के खाने पड़ते हैं और इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। कौशल निगम कर्मियों के वेतन में मामूली बढ़ोतरी करके भाजपा उनके घावों पर नमक छिडक़ रही है, क्योंकि कौशल कर्मियों को बमुश्किल 15 हजार रुपये महीना वेतन मिलता है। उसकी आमदनी एक दिहाड़ी मजदूर से भी भी कम होती है। उसमें मामूली बढ़ोत्तरी कर्मियों के साथ भद्दा मजाक है।

कांग्रेस ने कराया चहमुंखी विकास

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस ने पहले भी हरियाणा का चहुमुखी विकास करवाया और उसे प्रति व्यक्ति आय, निवेश व रोजगार सृजन में देश का नंबर राज्य बनाया था। कांग्रेस ने प्रदेश को खेल, शिक्षा व उद्योग व आईटी का हब बनाया था। आगे भी कांग्रेस जनहित की नीतियों पर चलेगी। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान पंचकूला में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, कुरुक्षेत्र में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, करनाल में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, सोनीपत में भगत फूल सिंह यूनिवर्सिटी फॉर विमेन, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी एक्सटेंशन सेंटर, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, रोहतक में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स यूनिवर्सिटी, झज्जर में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट, जींद में चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी, महिला कॉलेज, भिवानी में चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी, सिरसा में चौधरी देवी लाल के नाम पर बने 2 कमरों के संस्थान को पूरी तरह यूनिवर्सिटी बनाया गया। इसी तरह हिसार में लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम में इंडियन डिफेंस यूनिवर्सिटी, महेंद्रगढ़ में सेंट्रल यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद में मेडिकल कॉलेज, ङ्घरूष्ट्र यूनिवर्सिटी, मेवात में हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज, रेवाड़ी में इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर, सैनिक स्कूल, राव बिरेंदर सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज, झज्जर में न्यूक्लियर एनर्जी स्टडी सेंटर की स्थापना हुई। कांग्रेस की सरकार बनने पर फिर से इन विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा।

हर फ्रंट पर फेल रही भाजपा सरकार

हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार के दौरान हरियाणा में ना कोई मेडिकल कॉलेज बना, ना कोई बड़ी यूनिवर्सिटी बनी, ना कोई बड़ा शिक्षण संस्थान स्थापित हुआ, ना कोई बड़ा उद्योग आया, ना मेट्रो एक इंच आगे बढ़ी, ना कोई नई रेल लाइन बिछी, बावजदू इसके इस सरकार ने हरियाणा पर साढ़े 4 लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा दिया। चुनाव में जब जनता कांग्रेस और बीजेपी का रिपोर्ट कार्ड देखेगी तो निश्चित ही कांग्रेस के पक्ष में फैसला करेगी। इसकी बानगी लोकसभा चुनाव में दिख चुकी है। जहां इस चुनाव में बीजेपी के वोट बैंक में 12 प्रतिशत की कमी आई तो कांग्रेस गठबंधन के वोटों में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई।

पोर्टल के मकडज़ाल में उलझी जनता

आज जनता बीजेपी द्वारा खड़े किए गए पोर्टल के मकडज़ाल से बुरी तरह परेशान है। प्रॉपर्टी आईडी ने निगम व नगर पालिकाओं को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। पीपीपी परमानेंट परेशानी पत्र बन गई है और ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ किसानों की एमएसपी के लिए सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है। कांग्रेस सरकार बनने पर ऐसे तमाम जनविरोधी पोर्टलों को खत्म करके डिजिटलाइजेशन का सही दिशा व जनता की सहुलियत के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

घोटाले माने भी, जांच नहीं कराई

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 10 साल में भाजपा ने कई गलत नीतियों और भ्रष्टाचार का अंबार लगा दिया। सरकार ने प्रदेश में हजारों करोड़ के दर्जनों घोटाले किए। कई घोटालों को तो खुद सरकार ने माना और जांच की बात कही लेकिन आज तक किसी भी घोटाले की जांच नहीं की गई। इससे स्पष्ट है कि भाजपा का चरित्र बदलने वाला नहीं है। सरकार ने बिजली पर 47 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त सरचार्ज को जारी रखने का फैसला लिया है। पूरे कार्यकाल में इस सरकार ने कोई नया पावर प्लांट स्थापित नहीं किया और एक यूनिट बिजली नहीं बनाई। जबकि कांग्रेस सरकार ने 4 पावर प्लांट और 1 न्यूक्लियर प्लांट प्रदेश में स्थापित किए थे।