BJP presented its intentions to the public with Modi guarantee.

Editorial: भाजपा ने मोदी की गारंटी से जनता के समक्ष पेश किए इरादे

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BJP presented its intentions to the public with Modi guarantee.

BJP presented its intentions to the public with Modi guarantee. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनवमी से पूर्व अपने पहले चुनावी साक्षात्कार में जिस प्रकार से विपक्ष पर हमला बोला है, वह बताता है कि भाजपा ने हिंदुत्व का मुद्दा बना लिया है। यह पहले से तय था कि भाजपा की ओर से इस बार राम मंदिर के निर्माण को प्रमुखता से सामने रखा जाएगा। अब राम मंदिर के जरिये प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस एवं उसके मित्र दलों को निशाने पर लिया है। यह भी खूब है कि बीते दिनों राजद नेता तेजस्वी यादव के द्वारा नवरात्र के दौरान मछली खाने के वीडियो और पूर्व में सावन के महीने में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा लालू प्रसाद यादव के साथ नॉनवेज पकाने के वीडियो पर भी प्रधानमंत्री ने कटाक्ष किया था।

भारतीय राजनीति में मुद्दों की कभी कमी नहीं रही है, लेकिन चुनाव के दौरान एकाएक ऐसे मुद्दे भी कायम हो जाते हैं, जोकि जनता को चौंकाते हैं। बेशक, राजनीतिक दलों को अपने मुद्दों पर काम करना चाहिए लेकिन उन्हें ठोस घोषणा पत्र भी सामने लाना चाहिए, ताकि जनता बखूबी समझ सके कि किस प्रकार की नीतियों को सरकार बनने पर संबंधित राजनीतिक दल पेश करेंगे।

गौरतलब है कि आगामी आम चुनावों के लिए भाजपा ने अपना चुनाव घोषणा पत्र जारी किया है। इसे मोदी की गारंटी नाम दिया गया है। बेशक, अभी तक एक राजनीतिक दल की ओर से घोषणा पत्र जारी किया जाता था, लेकिन भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी की छवि और उनके कार्यकाल की उपलब्धियों को सामने रखते हुए अगले पांच साल के लिए जनता का मत मांगा है। ऐसे में मोदी की गारंटी नामक पत्र जारी करते हुए दावा किया गया है कि भाजपा के फिर सरकार में आने के बाद गारंटी से इन कार्यों को पूरा किया जाएगा। वैसे भाजपा का घोषणापत्र इस मायने में आश्वस्त करने वाला है कि  मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की लुभावन घोषणाओं से प्रभावित हुए बगैर इसने विकास योजनाओं पर अपना जोर बनाए रखा है। इसमें सरकार के अब तक के काम और मोदी की विश्वसनीयता पर पार्टी का सबसे ज्यादा भरोसा दिखता है।

गौरतलब है कि मुफ्त एलानों को घोषणापत्र का अहम हिस्सा बनाने का तरीका अब कुछ कम होता दिख रहा है। पिछले कुछ समय से जोर पकड़ रहे इस तरीके को पूरे सिस्टम के लिए खतरा बताया गया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकाधिक मौकों पर इससे आगाह किया था। कुछ विधानसभा चुनावों में भी इस मामले को लेकर  राजनीतिक दलों का रवैया लोक लुभावना रहा था। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में मुफ्त राशन योजना पांच साल जारी रखने की गारंटी जरूर दी गई है, लेकिन इसके अलावा पार्टी घोषणापत्र मुख्यत: सुधार कार्यक्रम और विकास योजनाएं जारी रखते हुए 2047 तक देश को विकसित राष्ट्रों में शामिल करने के संकल्प की ही बात करता है।  सस्ता आवास मुहैया कराने और 70 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान के दायरे में लाने जैसी बातें हैं, जो नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के पार्टी के संकल्प को रेखांकित करती हैं।

घोषणा पत्र में रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया है। यह इस घोषणापत्र की एक खास बात है। इसके तहत मिलिट्री थिएटर कमान स्थापित करने और चीन, पाकिस्तान, म्यांमार सीमाओं पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की बात कही गई है। घोषणा पत्र से संकेत मिलता है कि दुनिया में भारत की साख मजबूत करने वाली मौजूदा सरकार की छवि पर पार्टी को भरोसा है और मतदाताओं को रिझाने की कोशिश में वह इसका इस्तेमाल करना चाहेगी। पार्टी के पुराने वादों की बात की जाए तो इसमें नागरिकता संशोधन कानून और समान आचार संहिता के साथ ही एक देश एक चुनाव का जिक्र प्रमुखता से किया गया है। एक अहम तथ्य यह है कि इस बार नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस का कोई उल्लेख नहीं है।

भाजपा ने इस ‘संकल्पपत्र’ को तैयार करने में 15 लाख सुझावों को सुना और समझा है। पार्टी ने इन सुझावों के आधार पर तैयार संकल्प पत्र को 10 सामाजिक समूहों गरीब, युवा, मध्यम, मछुआरे, वंचित वर्ग, वरिष्ठ नागरिक, पिछड़े-कमजोर में बांटा है। पार्टी के इस 78 पेज के संकल्प पत्र में 24 गारंटी के साथ करीब 292 वादे किए गए हैं। निश्चित रूप से भाजपा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के काम, उनकी छवि और अगले दो-ढाई दशकों के लिए देशवासियों को दिखाए उनके सपनों को जनता के समक्ष पेश किया है। देश की जनता इस गारंटी पत्र पर कितना भरोसा करेगी, यह समय ही बताएगा। हालांकि भाजपा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ जनता के समक्ष आई है।

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