India Gate का नाम बदलकर भारत माता द्वार करने की जोरदार मांग, भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र!
- By Arun --
- Tuesday, 07 Jan, 2025
BJP leader demands renaming of India Gate to Bharat Mata Dwar in letter to Prime Minister
दिल्ली, 7 जनवरी: BJP leader calls for renaming India Gate to Bharat Mata Dwar: भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने दिल्ली स्थित इंडिया गेट का नाम बदलकर 'भारत माता द्वार' रखने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने यह सुझाव दिया कि इंडिया गेट का नाम बदलना देश के 10,000 शहीद जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि देने का एक तरीका होगा।
प्रधानमंत्री से नाम बदलने की अपील
सिद्दीकी ने अपनी चिट्ठी में कहा, "प्रधानमंत्री जी, आपने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया, जॉर्ज पंचम की मूर्ति को हटाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति स्थापित की और राजपथ का नाम कर्तव्य पथ रखा। उसी तरह, अब इंडिया गेट का नाम बदलकर 'भारत माता द्वार' किया जाना चाहिए।"
भारत माता द्वार से बढ़ेगी राष्ट्र की पहचान
सिद्दीकी ने कहा कि इस कदम से एक सकारात्मक संदेश जाएगा और यह राष्ट्र के प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक बनेगा। उन्होंने बताया कि इंडिया गेट केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि यह भारत की पहचान का प्रतीक है, जो शहीदों की बलिदान को याद दिलाता है। इस कारण, उनका मानना है कि इसका नाम 'भारत माता द्वार' रखने से इस पहचान को और मजबूती मिलेगी।
भारत माता द्वार से युवाओं को मिलेगा प्रेरणा
सिद्दीकी ने कहा, "दुनिया भर से आने वाले पर्यटक इस नाम को देखकर एक सार्थक संदेश लेकर जाएंगे। यह युवाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनेगा।" उनका यह भी कहना था कि इसी तरह के बदलावों से देश में सकारात्मक बदलाव आएंगे, जैसा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से पहले भी कुछ बदलावों के लिए अनुरोध किया था।
दिल्ली में सड़कों के नाम बदलने की बढ़ती मांग
यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली में कई सड़कों का नाम बदलने की मांग उठ रही है, जिनमें मुग़ल शासकों और ब्रिटिश अधिकारियों के नाम पर बनी सड़कें शामिल हैं। इनमें डलहौजी रोड, मिंटो रोड, शाहजहां रोड, बाबर रोड और हुमायूं रोड जैसी सड़कों के नाम भी शामिल हैं। इन नामों को बदलने के लिए कई गैर सरकारी संगठन और राजनीतिक दल सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं।