चंडीगढ़ से भाजपा का उतारा जा सकता है पैराशूट कैंडीडेट!
- By Vinod --
- Monday, 18 Mar, 2024
BJP can field parachute candidate from Chandigarh!
BJP can field parachute candidate from Chandigarh!- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। चंडीगढ़ भाजपा में आपसी खींचतान के चलते यहां से भाजपा हाईकमान पैराशूट उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। भाजपा में टूट-फूट से बचने के लिये यह फार्मूला तैयार किया बताया जा रहा है। भाजपा हाईकमान को किसी लोकल प्रत्याशी के नाम पर मोहर लगाने में जबरदस्त मंथन करना पड़ रहा है। भाजपा में स्थानीय स्तर पर खूब गुटबाजी है। अलग-अलग खेमों में बंटी भाजपा के नेता लोकसभा टिकट पर अपनी-अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
खेमे में बंटे नेताओं की वजह से टिकट तय करने में खूब मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि भाजपा हाईकमान चाहता है कि किसी लोकल प्रत्याशी को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट थमा दिया जाए लेकिन तीन दमदार प्रत्याशी ऐसे हैं जो इसके आड़े आ रहे हैं क्योंकि तीनों के नेताओं के भाजपा हाईकमान में ऊपर तक अच्छी-खासी पहुंच है लिहाजा उनके लिये बड़े नेता भी लामबंदी कर रहे हैं।
चंडीगढ़ के चुनाव आखिरी फेज यानि सातवें फेस में हैं। चंडीगढ़ सहित पूरे देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून फिलहाल चंडीगढ़ से किसी उम्मीदवार का टिकट कनफर्म नहीं हुआ है। केवल भाजपा का ही नहीं बल्कि न कांग्रेस और न ही आप की ओर से कोई उम्मीदवार तय किया गया है, लेकिन भाजपा के सत्ता में आने की संभावना के चलते चंडीगढ़ से इसके लिये ज्यादा मारोमार है।
भाजपा के तीन प्रमुख टिकट दावेदारों में चंडीगढ़ से पूर्व भाजपा अध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी संजय टंडन, पूर्व सांसद व एडीशनल सॉलीसिटर जनरल (भारत) सत्यपाल जैन और पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष, चंडीगढ़, अरुण सूद ने दावेदारी पेश की है। भजन सम्राट कन्हैया मित्तल भी टिकट के लिये हाथ पैर मार रहे हैं। कुछ पूर्व मेयर जिनमें अनूप गुप्ता, रविकांत व हरजिंदर कौर और एडवोकेट व पार्षद सौरभ जोशी ने भी दावा किया है।
वर्तमान सांसद किरण खेर जो बॉलीवुड की जानीमानी हस्ति हैं से और दो खिलाडिय़ों से भी चुनाव में उतरने के लिये पूछा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह कसरत इसलिये हो रही है ताकि भाजपा में चल रही अंदरूनी खींचतान पर लगाम लगाई जा सके और कैंडीडेट अगर बाहर का हो तो सभी मिलकर उसके लिये चुनाव में काम करें। सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ से किरण खेर को एक मर्तबा फिर रिपीट करने के विकल्प पर भी जोरशोर से मंथन चल रहा है। बताया जा रहा है कि स्थानीय स्तर के नेताओं के नाम पर पार्टी हाईकमान सहमति नहीं बना पा रहा है। यही वजह है कि बाहर से कैंडीडेट लाकर उसे चुनाव लड़ाने की दिशा में हाईकमान सोच रहा है।
पवन को लग सकता है बड़ा झटका
उधर कांग्रेस और आप के बीच में वैसे तो गठबंधन बताया जा रहा है लेकिन हवा में ये बात भी तैर रही है कि आप अपना उम्मीदवार उतार सकती है। अगर ऐसा होता है तो जीत की आस संजोए पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल जिनके कांग्रेस के टिकट पर उतरने की पूरी-पूरी संभावना है के लिये बड़ा झटका हो सकता है। हालांकि कहा जा रहा है कि चूंकि कांग्रेस ने मेयर के हाल ही में हुये चुनावों में आप के कैंडीडेट की मदद की थी और उसके पक्ष में वोटिंग की थी लिहाजा गठबंधन कायम रहेगा लेकिन कांग्रेस की ओर से यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में आप ने वह रुचि व संजीदगी नहीं दिखाई जो कांग्रेस ने मेयर चुनाव में दिखाई थी।