बिहार में बड़ा रेल हादसा टला; नई दिल्ली आ रही 'संपर्क क्रांति एक्सप्रेस' दो हिस्सों में बंटी, इंजन से अलग-थलग पड़े डिब्बे, अफरा-तफरी
Bihar Sampark Kranti Express Train Divided Into Two Parts In Samastipur
Bihar Sampark Kranti Express: देश में रेल हादसों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। हाल ही में 18 जुलाई को यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) पटरी से उतर गई थी। जिसमें दो लोगों की मौत के साथ कई लोग घायल हुए थे। वहीं इस रेल हादसे के बाद कुछ जगहों पर मालगाड़ियां पटरी से उतरकर पलटते हुए देखी गईं। वहीं अब बिहार में एक बड़ा रेल हादसा टल गया है।
बिहार के समस्तीपुर में सोमवार दोपहर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन (12565) अचानक 2 हिस्सों में बंट गई। ट्रेन के आधे से ज्यादा डिब्बे इंजन से अलग-थलग हो गए और पीछे छूट गए। जबकि इंजन दो डिब्बों को लेकर आगे बढ़ता चला गया। इस बीच ट्रेन में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, राहत की बात यह है कि, ट्रेन के डिब्बों के अलग होने के बाद भी किसी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। सभी यात्री सुरक्षित हैं। एक बड़ा रेल हादसा होते-होते रह गया।
दरभंगा से नई दिल्ली आ रही थी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस
बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन (12565) दरभंगा जंक्शन से नई दिल्ली के बीच चलती है। जिस समय ट्रेन के साथ डिब्बों के अलग होने का हादसा हुआ। उस समय भी ट्रेन दरभंगा से नई दिल्ली आ रही थी। लेकिन इस बीच समस्तीपुर में खुदीराम बोस, पूसा और कर्पूरी ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेन अचानक दो हिस्सों में अलग-अलग हो गयी। जैसा ही यह हादसा हुआ। ट्रेन में बैठे यात्री बुरी तरह से घबरा गए। हालांकि, गनीमत रही कि ट्रेन के डिब्बे इंजन से अलग होकर पीछे छूटने के बाद पटरी से नीचे नहीं उतरे। क्योंकि हादसे के वक्त ट्रेन चल रही थी। ऐसे में डिब्बे में पटरी से उतर भी सकते थे।
रेल अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची
हादसे की सूचना मिलते ही रेल अधिकारियों की टीम आनन-फानन में मौके पर पहुंच गई थी। रेलवे पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। इस दौरान मौके पर यात्रियों में डर का माहौल बना रहा। वहीं ट्रेन के अलग हुए डिब्बे फिर से इंजन और अन्य डिब्बों के साथ जोड़े गए। वहीं यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए कुछ ही समय में ही ट्रेन का काम पूरा कर लिया गया। इसके बाद बिहार संपर्क क्रांति को नई दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया। बताया जाता है कि, डिब्बों को जोड़ने वाला कपलिंक टूट गया था। जिसके कारण ट्रेन दो हिस्सों में बंट गयी थी।
पिछले महीने पश्चिम बंगाल में हुआ था भीषण ट्रेन हादसा
गोंडा ट्रेन हादसे से पहले 17 जून को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। यहां रंगापानी स्टेशन के नजदीक कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन (13174) को एक तेज रफ्तार मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी थी। टक्कर के वक्त कंचनजंगा एक्सप्रेस रुकी हुई थी और ट्रैक पर खड़ी थी। जिस समय यह हादसा हुआ, उस वक्त ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से निकली थी।
ट्रेन अगरलता से चलकर सियालदह की तरफ जाने वाली थी। वहीं मालगाड़ी की कंचनजंगा एक्सप्रेस से टक्कर इतनी भीषण रही कि, हादसे में दोनों ट्रेनों के डिब्बे ट्रैक से हटके हवा में उछलकर एक-दूसरे के ऊपर जा चढ़े और इधर-उधर बिखर गए। इस हादसे में 3 रेल कर्मियों के साथ आठ से नौ लोगों की मौत हो गई थी।
पिछले साल हुआ बालासोर ट्रेन हादसा याद है
पिछले साल 2 जून को ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे (Balasore Train Accident) का मंजर अब तक भुलाए नहीं भूलता है। कैसे यहां एक खड़ी मालीगाड़ी और दो पैसेंजर ट्रेनों की आपस में भयानक टक्कर में 250 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।