नीतीश कुमार अब 9वीं बार बिहार के CM बने; BJP से 2 डिप्टी CM, मंत्री पद की शपथ लेने वाले नेताओं की ये लिस्ट, JP नड्डा पहुंचे
Bihar New Cabinet Nitish Kumar Became 9th CM Of Bihar BJP 2 Deputy CM
Bihar New Cabinet: लालू की पार्टी RJD से गठबंधन तोड़कर सियासी धमाका करने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अब 9वीं बार बिहार के CM बन गए हैं। नीतीश ने अब बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाई है। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने नीतीश कुमार को सीएम पद की शपथ दिलाई। वहीं नीतीश के अलावा बीजेपी से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने डिप्टी CM पद शपथ ली है। जबकि बीजेपी से ही नेता प्रेम कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली है।
इसी प्रकार जेडीयू से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। वहीं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। यानि नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में 2 डिप्टी CM समेत ये 8 मंत्री रहेंगे। बता दें कि, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। राजधानी पटना में शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ।
नीतीश कुमार कब-कब बने बिहार के CM?
नीतीश कुमार सबसे पहले साल 2000 में हुए चुनाव के बाद 10 दिन के लिए सीएम बने। इसके बाद नीतीश कुमार की सरकार बहुमत हासिल न कर पाने के कारण गिर गई। फिर साल 2005 में चुनाव के बाद नीतीश कुमार दूसरी बार बिहार के सीएम बने। इस दौरान नीतीश कुमार ने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। वहीं 2010 में चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली और 3.5 साल के लिए बिहार के सीएम रहे। इसके बाद बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा।
वहीं 2015 में नीतीश कुमार ने मांझी को हटाकर चौथी बार सीएम पद की शपथ ली और 9 महीना बिहार के सीएम रहे। जबकि 2015 में हुए चुनाव बाद पाँचवीं बार नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली और 1.5 साल तक बिहार के सीएम रहे। वहीं 2017 में फिर से नीतीश कुमार पलटे और छठी बार सीएम पद की शपथ ली और इस दौरान 3.5 साल के लिए बिहार के सीएम रहे।
जबकि 2020 में हुए चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने 7वीं बार सीएम पद की शपथ ली और 20 महीने बिहार के सीएम रहे। क्योंकि 2022 में बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने 8वीं बार सीएम पद की शपथ ली और 16 महीना बिहार के सीएम रहे। और अब फिर से बीजेपी के साथ आकर 9वीं बार नीतीश कुमार बिहार के सीएम बने हैं। अब कब तक रहेंगे, पता नहीं? बिहार में साल 2025 में अगला विधानसभा चुनाव होना है।
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा ?
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा। इसके पीछे की वजह नीतीश कुमार ने खुद बताई है। नीतीश कुमार ने कहा कि यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था और जब सब कुछ ठीक न हो तो फिर अलग होना ही पड़ेगा। क्योंकि बिहार के लिए अभी बहुत काम करना है। नीतीश कुमार ने मैं सभी से राय ले रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी और आज हमने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया और मौजूदा सरकार को समाप्त करने की सिफ़ारिश की।
नीतीश कुमार के RJD से अलग होने की अटकलें भी लग रहीं थीं
पिछले कुछ दिनों से बिहार की सियासत में सरगर्मी बेहद तेज हो रखी थी। अटकलें लगने लगीं थीं कि नीतीश कुमार और RJD के बीच गठबंधन का रिश्ता ठीक नहीं चल रहा है। लालू से भी नीतीश कुमार की लगातार दूरियाँ दिख रहीं थीं। जहां यह सब देखकर माना जाने लगा था कि नीतीश कुमार का इस गठबंधन में दम घुट रहा है और अब वह पाला बदलने चाहते हैं। नीतीश अब RJD के मिलकर सरकार नहीं चलाना चाहते। आखिर में नीतीश कुमार ने एक बड़ा फैसला ले ही लिया और RJD से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ आ गए।
नीतीश कुमार के RJD से अलग होने के ये कारण भी रहे
बताया जाता है कि, लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की इच्छा जाहिर कर रहे थे। तेजस्वी यादव को सीएम बनाने को लेकर नीतीश कुमार पर लगातार लालू यादव का दवाब बना हुआ था। लेकिन नीतीश इसके लिए कतई राजी नहीं थे। वहीं नीतीश कुमार अब यह भी शक होने लगा था कि सियासी दिग्गज लालू यादव बेटे को सीएम बनाने क लिए कुछ भी कर सकते हैं। लालू उनकी पार्टी में सेंध लगा सकते हैं और तेजस्वी यादव को सीएम न बनाने के लिए उनके विधायक तोड़ सकते हैं।
इसके अलावा खबर यह भी है कि, RJD द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने पर नीतीश दूरी बना रहे थे। सीएम ने RJD कोटे के मंत्रियों की कई फाइलें रोक रखी थीं, साथ ही जांच खोलने पर भी विचार कर रहे थे। इसके अलावा नीतीश यह भी भाँप चुके थे कि बिहार में बीजेपी की लहर चल गई है। विधानसभा चुनाव 2025 में बिहार में मोदी मैजिक चलेगा।