बिहार में CM नीतीश कुमार का इस्तीफा, सरकार भंग; लालू की RJD से गठबंधन तोड़ा, फिर से BJP के साथ आए, इसलिए फैसला लिया
Bihar CM Nitish Kumar Resigns For Alliance With BJP
Bihar CM Nitish Kumar Resigns: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में बड़ा खेला हो गया है। नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा देते हुए लालू यादव की पार्टी RJD और अन्य से गठबंधन तोड़ लिया है। नीतीश कुमार अब एक बार फिर से बीजेपी के साथ आ गए हैं। नीतीश अब बीजेपी के साथ गठबंधन करके बिहार में नई सरकार बनाएंगे।
नीतीश नौवीं बार बनेंगे CM, बीजेपी के 2 डिप्टी CM
इस नए गठबंधन में बीजेपी के सभी 78 विधायक, JDU के सभी 45 और HAM के सभी 4 विधायक शामिल रहेंगे। गठबंधन को एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन मिला है। गठबंधन के लिए इन सभी विधायकों ने अपना लिखित समर्थन पत्र सौंप दिया है। जहां इस समर्थन के साथ नीतीश कुमार नई सरकार बनाने के लिए नौवीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे। साथ ही बीजेपी से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
मालूम रहे कि, बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं और बहुमत से सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। वहीं इस नए गठबंधन का आंकड़ा 122 से भी ज्यादा है। कुल 128 विधायकों के समर्थन से बिहार में नए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। यहां यह भी ज्ञात रहे कि, बिहार में आखिरी विधानसभा चुनाव साल 2020 में हुआ था। अब साल 2025 यानि अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजेगा। लेकिन इन पांच सालों के बीच बिहार में सरकार तीसरी बार बन रही है।
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा ?
नीतीश कुमार ने RJD से गठबंधन क्यों तोड़ा। इसके पीछे की वजह नीतीश कुमार ने खुद बताई है। नीतीश कुमार ने कहा कि यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था और जब सब कुछ ठीक न हो तो फिर अलग होना ही पड़ेगा। क्योंकि बिहार के लिए अभी बहुत काम करना है। नीतीश कुमार ने मैं सभी से राय ले रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी और आज हमने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया और मौजूदा सरकार को समाप्त करने की सिफ़ारिश की।
नीतीश कुमार के RJD से अलग होने की अटकलें भी लग रहीं थीं
पिछले कुछ दिनों से बिहार की सियासत में सरगर्मी बेहद तेज हो रखी थी। अटकलें लगने लगीं थीं कि नीतीश कुमार और RJD के बीच गठबंधन का रिश्ता ठीक नहीं चल रहा है। लालू से भी नीतीश कुमार की लगातार दूरियाँ दिख रहीं थीं। जहां यह सब देखकर माना जाने लगा था कि नीतीश कुमार का इस गठबंधन में दम घुट रहा है और अब वह पाला बदलने चाहते हैं। नीतीश अब RJD के मिलकर सरकार नहीं चलाना चाहते। आखिर में नीतीश कुमार ने एक बड़ा फैसला ले ही लिया और RJD से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ आ गए।
नीतीश कुमार के RJD से अलग होने के ये कारण भी रहे
बताया जाता है कि, लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनाने की इच्छा जाहिर कर रहे थे। तेजस्वी यादव को सीएम बनाने को लेकर नीतीश कुमार पर लगातार लालू यादव का दवाब बना हुआ था। लेकिन नीतीश इसके लिए कतई राजी नहीं थे। वहीं नीतीश कुमार अब यह भी शक होने लगा था कि सियासी दिग्गज लालू यादव बेटे को सीएम बनाने क लिए कुछ भी कर सकते हैं। लालू उनकी पार्टी में सेंध लगा सकते हैं और तेजस्वी यादव को सीएम न बनाने के लिए उनके विधायक तोड़ सकते हैं। इसके अलावा खबर यह भी है कि, RJD द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने पर नीतीश दूरी बना रहे थे। सीएम ने RJD कोटे के मंत्रियों की कई फाइलें रोक रखी थीं, साथ ही जांच खोलने पर भी विचार कर रहे थे। इसके अलावा नीतीश यह भी भाँप चुके थे कि बिहार में बीजेपी की लहर चल गई है। विधानसभा चुनाव 2025 में बिहार में मोदी मैजिक चलेगा।