पंजाब से बड़ी खबर : चुनाव परिणाम से पहले रोपड़ में ब्लास्ट

Blast in Ropar before election results
रोपड़। पंजाब में चुनाव नतीजों से ठीक पहले रोपड़ के नूरपुरबेदी की पुलिस चौकी कलमां की बाहरी दीवार के पास बम ब्लास्ट हुआ। बम ब्लास्ट होने की पुष्टि एसएसपी विवेकशील सोनी ने की। इस ब्लास्ट से जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन कलमां चौकी की बाहरी दीवार से एक से डेढ़ फीट का गड्ढा पड़ गया है। देर रात करीब 11:30 बजे हुए इस ब्लास्ट का पुलिस को पता नहीं चला। पुलिस ने भी ये समझा कि किसी ट्रक का टायर फट गया हो, लेकिन सुबह एक पुलिस मुलाजिम ने दीवार के पास मिट्टी निकली हुई देखी। तब पता चला कि यहां पर ब्लास्ट हुआ है। चुनाव के नतीजे से ऐन पहले हुआ ये ब्लास्ट कई सवाल खड़े कर रहा है। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर जांच के लिए आईजी रोपड़ रेंज अरुण कुमार मित्तल, एसएसपी विवेकशील सोनी समेत फॉरेंसिक टीमें, डॉग स्क्वायड टीमें पहुंची और जांच शुरू की। जब ये ब्लास्ट हुआ उस वक्त चौकी में चौकी इंचार्ज रजिंदर सिंह समेत 4 पुलिस मुलाजिम मौजूद थे। जिस जगह पर ये धमाका हुआ उस जगह के अंदरूनी हिस्से में पुलिस की बैरक व असलहा रखने का कमरा है।
कांग्रेस का चंडीगढ़ में मंथन
मतगणना से पहले पंजाब कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के सीनियर नेता अजय माकन चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। यहां एक फाइव स्टार होटल में कांग्रेस का मंथन हो रहा है। जिसमें पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिद्धू से चर्चा हो चुकी है। अब मीटिंग के लिए सीएम चरणजीत चन्नी को भी बुलाया गया है। माकन के अलावा सीनियर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और कृष्णा अल्लावुरु भी यहां मौजूद रहेंगे। इसके अलावा नवजोत सिद्धू ने अजय माकन से मुलाकात के बाद सेक्टर 15 स्थित कांग्रेस भवन में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुला ली है। सिद्धू ने सभी नए चुने विधायकों को यहां पहुंचने के लिए कहा है। कांग्रेस ने अजय माकन को पंजाब में विधायकों के जोड़तोड़ को रोकने के लिए भेजा है। इसलिए उन उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है, जिनके जीत क्लियर है। इसके बाद उन उम्मीदवारों पर मंथन होगा, जो करीबी मुकाबले में या जिनके जीतने के चांसेज हैं। कांग्रेस की कोशिश है कि जो भी उम्मीदवार जीते, उसे किसी भी तरह से विरोधियों के हत्थे न चढऩे दिया जाए। पंजाब में मतगणना से पहले ही कांग्रेस ने कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुलाई।
पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू ने शाम 5 बजे यह मीटिंग बुलाई है। कांग्रेस को यह स्पष्ट नहीं है कि वह कितनी सीटें जीत रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से योजना बना रही है। सूत्रों की मानें तो जो भी उम्मीदवार जीतेगा, उसे तुरंत बुलाया जाएगा। इसके बाद उन्हें राजस्थान भेजा जा सकता है।
बढ़ाई गई भगवंत मान की सुरक्षा
पंजाब में आम आदमी पार्टी के सीएम फेस भगवंत मान ने बढ़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी 80 से 100 सीटें तक जीत सकती है। मान ने कहा कि इस बार लोगों में परंपरागत राजनीतिक दलों के प्रति गुस्सा था। लोगों ने बदलाव के लिए मतदान किया। इससे उन्हें उम्मीद है कि चुनाव के रिजल्ट में भी बदलाव का यह फतवा दिखेगा। वहीं पंजाब सरकार ने भगवंत मान की सुरक्षा बढ़ा दी है। सांसद होने की वजह मान को पहले ही सुरक्षा मिली हुई थी लेकिन इसमें बढ़ोत्तरी कर दी गई है। हालांकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। पंजाब चुनाव में भगवंत मान ने खूब प्रचार किया। प्रचार के बाद वह शांत बैठे हुए थे। हालांकि जैसे ही एग्जिट पोल में पंजाब में आम आदमी पार्टी को बहुमत नजर आया तो मान सक्रिय हो गए। उन्होंने पंजाब के कई जिलों में जाकर अफसरों के साथ स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम की सुरक्षा का जायजा लिया। भगवंत मान धूरी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के यंग लीडर दलवीर गोल्डी से है। मान संगरूर लोकसभा सीट से लगातार दो बार सांसद बने हैं। इससे पहले वह लेहरागागा से पंजाब पीपुल्स पार्टी और जलालाबाद से आप की टिकट पर विस चुनाव ल? चुके हैं लेकिन वह जीत नहीं सके।
वाराणसी, मेरठ में निगरानी के लिए अधिकारी नियुक्त
निर्वाचन आयोग ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को उत्तर प्रदेश के मेरठ और बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी को वाराणसी में मतगणना प्रक्रिया पर निगरानी के लिए नियुक्त किया है। आयोग ने बताया कि डाक मतपत्रों की गणना गुरुवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी और यह प्रक्रिया लगातार जारी रखते हुए संपन्न की जाएगी। निर्वाचन आयोग ने कल की मतगणना के संबंध में बताया कि 130 पुलिस पर्यवेक्षक और 10 विशेष पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है। ईवीएम मशीनों को तीन घेरों वाली सुरक्षा में रखा गया है। मशीनों की चौबीसों घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। सभी राजनीतिक दलों को ईवीएम मशीनों के क्रमांक उपलब्ध कराए गए हैं।
कांग्रेस ने भेजे दिग्गज पर्यवेक्षक
कांग्रेस ने पांचों राज्यों में वरिष्ठ नेताओं को समन्वय के लिए भेजा है। पांच राज्यों गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में गुरुवार को वोटों की गिनती की जानी है। पार्टी को गोवा और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में जीत की उम्मीद है, इसलिए वह कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती और हर स्थिति से रणनीतिक स्तर पर निपटने की तैयारी कर रही है। उसने वरिष्ठ नेताओं के दल इन दोनों राज्यों में पर्यवेक्षक बनाकर भेजे हैं। इन राज्यों के सभी मतगणना केंद्रों पर मतगणना का काम सुबह आठ बजे से शुरू होगा।