पोस्ट ऑफिस की इन योजनाओं में पैसा लगाने पर मिलता है मोटा ब्याज
पोस्ट ऑफिस की इन योजनाओं में पैसा लगाने पर मिलता है मोटा ब्याज
नई दिल्ली। हर व्यक्ति को अपनी कुल आय के कुछ प्रतिशत हिस्से की बचत जरूर करनी चाहिए। आपकी बचत आपको भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा देती है। मौजूदा समय में बचत करने के तमाम उपाय हैं। अलग-अलग लोग अलग-अलग तरह के बचत उपायों को अपनाते हैं। कुछ लोग बैंक की योजनाओं में निवेश करते हैं, कुछ इक्विटी बाजारों में निवेश करते हैं, कुछ लोग पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में निवेश करते हैं और कुछ लोग अपनी सहूलियत के लिहाज से अन्य उपायों को अपनाते होंगे। सबके रिटर्न अलग-अलग होते हैं। ऐसे में आज हम आपको पोस्ट ऑफिस से संबंधित बचत योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे। पोस्ट ऑफिस की तमाम बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज के बारे में बताएंगे कि आखिर आपको किस योजना में निवेश करने पर कितनी ब्याज दर से रिटर्न मिलेगा।
डाकघर बचत योजनाओं पर ब्याज (Post Office Savings Schemes)
- डाकघर बचत खाता: ब्याज दर- 4 फीसदी, कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- वार्षिक
- 1 वर्षीय टीडी खाता: ब्याज दर- 5.5 फीसदी (रु. 10,000/- जमा पर वार्षिक ब्याज रु. 561/-), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- तिमाही
- 2 वर्षीय टीडी खाता: ब्याज दर- 5.5 फीसदी (रु. 10,000/- जमा पर वार्षिक ब्याज रु. 561/-), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- तिमाही
- 3 वर्षीय टीडी खाता: ब्याज दर- 5.5 फीसदी (रु. 10,000/- जमा पर वार्षिक ब्याज रु. 561/-), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- तिमाही
- 5 वर्षीय टीडी खाता: ब्याज दर- 6.7 फीसदी (रु. 10,000/- जमा पर वार्षिक ब्याज रु. 687/-), पाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- तिमाही
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना: ब्याज दर- 7.4 फीसद (रु. 10,000/- जमा पर तिमाही ब्याज रु.185/-), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- तिमाही
- मासिक आय योजना खाता: ब्याज दर- 6.6 फीसद (रु. 10000/- जमा जमा पर मासिक ब्याज रु. 55/-), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- मासिक
- पीपीएफ: ब्याज दर- 7.1 फीसद, कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- वार्षिक
- किसान विकास पत्र: ब्याज दर- 6.9 फीसदी (124 महीने में परिपक्व होगी), कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- वार्षिक
- सुकन्या समृद्धि खाता: ब्याज दर- 7.6 फीसदी, कंपाउंडिंग फ्रीक्वेंसी- वार्षिक