Russia-Ukraine War: आखिर क्यों दे रहा है रूस अपने सैनिकों को वियाग्रा, कर दिया ये बड़ा खुलासा
Russia-Ukraine War
Russia-Ukraine War: अभी भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम ही नहीं है, इसी के बीच रूस के दक्षिणी शहर येस्क में एक रूसी युद्धक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस हादसे में 19 लोगों के घायल होने की भी खबर है। सोमवार को कीव में कामिकेज़ ड्रोन के हमलों में आठ लोग मारे गए थे। इसके बाद रूस ने यूक्रेन पर ड्रोन और मिसाइलों की बौछार की। विमान हादसों और ड्रोन हमलों में अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने चौंकाने वाली बात कही है। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने दावा किया है कि यूक्रेन की महिलाओं से बलात्कार करने के लिए रूसी सैनिकों को वियाग्रा दी जा रही है। इतना ही नहीं रूसी सैनिक महिलाओं के साथ-साथ बच्चों और पुरुषों को भी निशाना बना रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि प्रमिला पैटन के अनुसार, यूक्रेन की महिलाओं के साथ बलात्कार और बर्बरता करने के लिए रूसी सैनिकों को वियाग्रा की आपूर्ति की जा रही है। पैटन का दावा है कि यूक्रेन के लोगों के साथ बर्बरता करने के लिए रूस द्वारा जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है, जो रूसी सेना की रणनीति का भी हिस्सा है।
प्रमिला पैटन ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि, 'जब महिलाओं को बंधक बनाकर कई दिनों तक बलात्कार किया जा रहा है, जब छोटे बच्चों और पुरुषों का भी शारीरिक शोषण किया जा रहा है, जब महिलाओं के जननांगों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जब महिलाएं वियाग्रा रखने वाले रूसी सैनिकों की गवाही देती हैं, तो यह है स्पष्ट रूप से एक सैन्य रणनीति।
यूएन की प्रमिला पैटन ने आगे कहा कि पीड़ितों ने बताया है कि उनके साथ रेप के दौरान जो कहा जा रहा है उससे साफ पता चलता है कि उन्हें जानबूझकर क्रूरता दिखाई जा रही है.
पैटन ने यूएन में जानकारी देते हुए कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में रेप और शारीरिक शोषण के 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने बताया कि जितने मामले सामने आए हैं, ये सभी मामलों में से कुछ ही हैं. ज्यादातर मामले ऐसे हैं जिनकी रिपोर्ट ही नहीं आई है।
पैटन ने आगे कहा कि रूसी सेना की शिकार ज्यादातर महिलाएं हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसमें पुरुष और बच्चे भी शामिल हैं। पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ था कि रूसी सैनिकों ने भी कई बच्चों के साथ बलात्कार किया और सबसे छोटी पीड़िता केवल चार साल की थी।