लुलु माल विवाद में बड़ी कार्रवाई, पुलिस उपायुक्त हटे और इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
लुलु माल विवाद में बड़ी कार्रवाई, पुलिस उपायुक्त हटे और इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
लखनऊ। सुशांत गोल्फ सिटी के लुलु मॉल में 12 जुलाई को साजिश के तहत नमाज पढ़ी गई थी। इसका खुलासा मॉल के सीसीटीवी कैमरों ने कर दिया है। पुलिस के हाथ लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में नमाज पढ़ने गए युवकों की पूरी हरकत कैद हो गई है। पुलिस के मुताबिक, नमाज पढ़ने वाले किस धर्म के हैं, इसकी भी जांच की जा रही है। सभी आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है। उनको जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लुलु मॉल का विवाद बढ़ने के बाद शनिवार देर शाम पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर एक्शन मोड में आ गए। शाम को प्रभारी निरीक्षक सुशांत गोल्फ सिटी अजय प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया। उनकी जगह प्रभारी निरीक्षक गोसाईगंज शैलेंद्र गिरी को प्रभार सौंपा। वहीं देर रात 11 बजे डीसीपी दक्षिण गोपाल कृष्ण चौधरी को मॉल पर हंगामा और विवाद को संभाल न पाने के कारण हटाकर अपराध शाखा का प्रभार सौंप दिया है। वहीं यातायात संभाल रहे सुभाष चन्द्र शाक्य को दक्षिण जोन का प्रभार दिया गया है। साथ ही डीसीपी क्राइम रहे प्रमोद कुमार तिवारी को महिला अपराध एवं सुरक्षा भेजा, तो डीसीपी राहुल राज को यातायात की जिम्मेदारी सौंपी है। दूसरी तरफ मध्य जोन में तैनात निरीक्षक विनय सिंह को गोसाईंगंज की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रदेश के सबसे बड़े मॉल लुलु का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 जुलाई को किया था। ठीक दो दिन बाद मॉल के अंदर आठ युवक पहुंचे। उन्होंने मॉल की दूसरी मंजिल पर नमाज पढ़ी जिसका वीडियो 13 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों ने मॉल का विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने इसकी जानकारी होते ही जांच शुरू की। वहीं इसके दूसरे दिन एक और वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद मॉल के जनसंपर्क अधिकारी ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में केस दर्ज कराया था। वहीं मॉल के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए।
पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि अंदर दाखिल होने के साथ ही ये सभी नमाज पढ़ने के लिए बैठने की कोशिश करने लगे। इस पर भूतल पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। फिर पहली मंजिल पर भी गए जहां भीड़ थी और सुरक्षाकर्मियों ने फिर उन्हें रोका। इसके बाद वे दूसरी मंजिल पर पहुंचे जहां कुछ जगह खाली दिखी। इसी बीच युवकों ने नमाज पढ़नी शुरू कर दी। आठ युवक मॉल में गए थे। दो युवक वीडियो बना रहे थे तो वहीं अन्य युवक नमाज पढ़ रहे थे। एडीसीपी दक्षिणी राजेश कुमार श्रीवास्तव कहते हैं, जिस तरह से युवकों ने नमाज पढ़ी है, इससे साफ है कि वे सिर्फ साजिश के तहत मॉल में नमाज पढ़ने गए थे। सीसीटीवी कैमरे में दिखे आरोपियों को चिह्नित करने केलिए टीम लगाई गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सरकार की योजनाओं को असफल बनाने की आरोपियों की साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
न सामान खरीदा, न घूमे, सीधे नमाज पढ़ी और निकल गए
पुलिस के हाथ लगे फुटेज में साफ दिख रहा है कि सभी युवक एक साथ मुख्य द्वार से प्रवेश कर रहे हैं। इसके बाद सभी साथ-साथ भूतल, प्रथम तल और द्वितीय तल पर गए। इनमें से कोई भी युवक किसी शोरूम में नहीं गया। न ही परिसर में घूमने का प्रयास किया। न ही नए मॉल में फोटो खिंचवाई। तीनों तलों पर पहुंचने के बाद सीधे नमाज पढ़ने की कोशिश करने लगे। नमाज पढ़ने के दौरान वीडियो बनाया और इसके बाद बाहर निकल गए। कोई अंदर नहीं रुका।
महज 18 सेकंड में पूरी कर दी नमाज
एक वक्त की नमाज पढ़ने में कम से कम 7 से 8 मिनट का समय लगता है। लेकिन इन नमाज पढ़ने वाले युवकों ने महज 18 सेकंड में ही नमाज पूरी कर ली जिसका वीडियो भी बनाया। वहीं नमाज पढ़ने वाले युवकों ने सही दिशा का भी ख्याल नहीं रखा। मुस्लिम धर्म के अनुसार, नमाज हमेशा काबा की तरफ रुख करके पढ़ी जाती है जो दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ है। वहीं, इन युवकाें का रुख पूरी तरह से पश्चिम की तरफ था। नमाज पढ़ने के समय सभी का चेहरा एक तरफ होना चाहिए। लेकिन वीडियो में नमाज पढ़ने वाले युवकों में एक का चेहरा दूसरी दिशा में है तो बाकी अन्य के चेहरे दूसरी तरफ हैं।
लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंचे 20 लोग गिरफ्तार
लखनऊ। सुशांत गोल्फ सिटी स्थित लुलु मॉल में शनिवार को करणी सेना और राष्ट्रीय हिंदू संरक्षक दल के सदस्य लुलु मॉल में हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचे थे। सूचना पर डीसीपी साउथ गोपाल चौधरी समेत अन्य आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। वहां मौजूद संगठनों के सदस्यों से पुलिस की झड़प हो गई। इस पर पुलिस ने सभी को खदेड़ा और 20 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, पुलिस से बचकर दो युवकों ने मॉल में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। एडीसीपी साउथ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मॉल के बाहर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। आगे से ऐसी घटना हुई तो गिरफ्तारी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।