शिरोमणी अकाली दल ने बीबी जागीर कौर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया
Bibi Jagir Kaur Expelled from Party
अनुशासन कमेटी ने एस.जी.पी.सी सदस्यों से संपर्क करने में इकबाल सिंह लालपुरा की संलिप्ततता साबित करने के लिए स्टिंग भी जारी किया
चंडीगढ़/07नवंबर: Bibi Jagir Kaur Expelled from Party: शिरोमणी अकाली दल ने शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को तोड़ने की साजिश रचने सहित पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बीबी जागीर कौर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष सरदार सिकंदर सिंह मलूका ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बीबी जागीर कौर के खिलाफ सभी विकल्पों का इस्तेमाल करने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। अकाली दल ने हमेशा एसजीपीसी अध्यक्ष पद के लिए एक उम्मीदवार खड़ा करके पंथक एकता पेश करने की कोशिश की है, क्योंकि पार्टी अध्यक्ष सभी सदस्यों के विचार व्यक्तिगत रूप से लेते हैं। हम यह नही समझने में विफल रहे, क्यों बीबी जागीर कौर पार्टी के इस मानदंड को क्यों बदलना चाहती थी और सिख समुदाय में भ्रम पैदा करना चाहती थी, क्योंकि यह केवल पंथ विरोधी ताकतों की मदद करता है।
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एसजीपीसी चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए सरदार मलूका ने कहा कि बीबी जागीर कौर ने तीन महीने पहले सदस्यों से संपर्क करके एसजीपीसी चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होने कहा कि पार्टी में एकता बनाए रखने के मकसद से वरिष्ठ अकाली नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा और सरदार सुरजीत सिंह रखड़ा ने उनसे संपर्क किया था और उनसे पार्टी के अनुशासन का पालन करने का आग्रह किया था। यहां तक कि अकाली दल अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने भी उन्हे एसजीपीसी सदस्यों के दृष्टिकोण से अवगत कराया तथा उन्हे चुनाव लड़ने पर जोर नही देने की सलाह दी थी।
यह कहते हुए कि बीबी जागीर कौर जिद पर अड़ी रही , सरदार मलूका ने कहा कि उन्होने सदस्यों से समर्थन लेने के लिए मिलना तक शुरू कर दिया था। उन्होने कहा, ‘‘ स्थिति तब बाहर हो गई, जब एसजीपीसी सदस्यों की शिकायतें आई कि वरिष्ठ भाजपा नेता और अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा , बीबी जागीर कौर के समर्थन के लिए सदस्यों को फोन कर रहे हैं’’।
बीबी जागीर कौर को निलंबित कर दिया गया
सरदार मलूका ने कहा कि सदस्यों की शिकायत और शिरोमणी अकाली दल की दो सदस्यीय टीम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए बीबी जागीर कौर को निलंबित कर दिया गया है। उन्होने कहा,‘‘ उन्हे अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करने के लिए दो अवसर दिए गए तथा आज उन्हे व्यक्तिगत रूप से मामला समझाने के लिए समय दिया गया ’’। उन्होने कहा कि ऐसा करने के बजाय वह अनुशासन कमेटी के गठन पर सवाल उठा रही हैं, जिसे अकाली दल अध्यक्ष द्वारा पार्टी वर्किंग कमेटी , जिसकी वे सदस्य थी, को अपेक्षित अधिकार देकर बनाई गई है।
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इस बीच अनुशासन कमेटी के सदस्य विरसा सिंह वल्टोहा ने स्टिंग जरी किया जिसमें अमृतसर स्थित भाजपा नेता प्रो. सरचंद ने वोट हासिल करने के लिए एसजीपीसी सदस्यों को रिश्वत देने की भी पेशकश की है।
इस बीच अनुशासन कमेटी के सदस्य विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा अमृतसर स्थित भाजपा नेता प्रो. सरचंद सिंह पर किए गए स्टिंग जारी किया , जिसमें सरचंद सिंह को एसजीपीसी सदस्य सुरजीत सिंह भिटेवाड़ को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह राष्ट्रीय अल्पसंख्यक कमिशन के चेयरमैन के साथ उनकी मीटिंग की व्यवस्था करेंगें। उन्होने स्टिंग में प्रो. सरचंद ने एसजीपीसी सदस्यों को वोट हासिल करने के लिए रिश्वत देने की भी पेशकश की है।
सरदार वल्टोहा ने कहा कि स्टिंग से साबित हो गया है कि भाजपा और इकबाल सिंह लालपुरा न केवल एसजीपीसी के अध्यक्ष के चुनाव में हस्तक्षेप कर रहे हैं, बल्कि बीबी जागीर कौर के लिए वोट हासिल करने के लिए सदस्यों से भी संपर्क कर रहे हैं। उन्होने मांग की कि एसजीपीसी को तोड़ने की साजिश का पता लगाने के लिए प्रो. सरचंद और लालपुरा दोनों के फोन कॉल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए।
प्रेस कांफ्रेंस में अनुशासन कमेटी के अन्य सदस्यों में शरणजीत सिंह ढ़िल्लों और डॉ. सुखविंदर कुमार सुक्खी शामिल थे।