भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को मिली गोली मारने की धमकी, नगीना सीट से चुनावी मैदान में हैं आसपा प्रमुख
Chandrashekhar received threat to shoot
सहारनपुर। Chandrashekhar received threat to shoot: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है। इस बार एक आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करके धमकी दी गई है। ऑडियो में दो लोग बात कर रहे हैं और असपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूरे अनुसूचित समाज को गाली दी जा रही है। चंद्रशेखर को गोली मारने की धमकी दी जा रही है।
इस मामले में आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत 15 से 20 पदाधिकारी और कार्यकर्ता एसएसपी से मिले और जिलाध्यक्ष की तरफ से एक तहरीर एसएसपी को दी गई। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि आडियो और तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
इंटरनेट पर वायरल हो रही है ऑडियो
आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष कर्णवीर ने तहरीर देते हुए बताया कि इंटरनेट मीडिया पर एक 16.44 मिनट की एक ऑडियो वायरल हो रही है। जिसमें दो युवक आपस में बातचीत कर रहे हैं। एक युवक अनुसूचित जाति से हैं। बातचीत की शुरुआत यहां से हो रही है कि भाई आपकी मिस कॉल आई थी। जिसके बाद दूसरा युवक तबाक से बोलता है जातिसूचक शब्द बोलकर बात शुरू करता है।
हत्या करने की दी धमकी
बातचीत के दौरान एक युवक ताबड़तोड़ जातिसूचक शब्द बोलकर गालियां दे रहा है। आखिरी में जब दूसरा युवक चंद्रशेखर से शिकायत की बात करता है तो दूसरा आरोपित युवक तपाक से बोलता है कि वह तो उसके निशाने पर है। जिस दिन उसे मौका मिलेगा, वह उसकी हत्या कर देगा।
पुलिस को दी गई है जानकारी
जिलाध्यक्ष कर्णवीर ने बताया कि इस संबंध में पुलिस को पहले मौखिक सूचना दी गई थी। गुरुवार को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता एसएसपी डा. विपिन ताडा से मिले हैं। उन्होंने तहरीर और आडियो पर पूरी जांच करने के बाद कार्रवाई की बात कही हैं।
पहले भी हो चुका हमला, मिली है वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर पिछले साल जुलाई में देवबंद में हमला हुआ था। उनकी कमर में गोली मारी गई थी। हालांकि वह बच गए थे। उन्हें कई बार फोन पर भी हत्या की धमकी मिली है। वह कई बार सुरक्षा की मांग कर चुके थे, लेकिन अब केंद्र सरकार ने उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। अब वह सीआरपीएफ के घेरे में रहते हैं।