अगर काले तिल करेंगे प्रयोग तो इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही मिलेंगे ये 5 बड़े फायदे
अगर काले तिल करेंगे प्रयोग तो इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही मिलेंगे ये 5 बड़े फायदे
नई दिल्ली। तिल काला हो या फिर सफेद सेहत के लिए दोनों ही तरह के तेल बेहद उपयोगी होते हैं। सर्दी में अच्छी सेहत के लिए काला तिल का सेवन दोगुना फायदा पहुंचाता है। यह स्किन और बालों के लिए बेहद उपयोगी है। आयुर्वेद के मुताबिक सभी तरह के तिलों में काले तिल के सबसे ज्यादा फायदे हैं। औषधीय गुणों से भरपूर काला तिल की तासीर गर्म होती है जो सर्दी में बॉडी को गर्म रखती है। काले तिल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, फाइबर, कार्ब्स और हेल्दी फैट्स मौजूद होते हैं जो अच्छी सेहत के लिए उपयोगी है। काले तिल का इस्तेमाल गुड़ के साथ मिलाकर तिल से बने लड्डू तैयार किए जाते हैं। आइए जानते हैं इससे सेहत को कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं।
काले तिल के फायदे
कब्ज से निजात दिलाता है काला तिल:
फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर काला तिल कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में बेहद असरदार है। इसका सेवन करने से पेट के कीड़ों से निजात मिलती है और पाचन ठीक रहता है।
इम्युनिटी बढ़ाते हैं:
काले तिल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाते हैं। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बॉडी की हिफ़ाज़त करते है। हालांकि सभी तरह के तिल में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाव करनी की क्षमता नहीं होती, लेकिन काले तिल में इसकी मात्रा ज्यादा होती हैं।
हेल्दी हेयर और स्किन के लिए:
काले तिल में हानिकारिक पराबैंगनी किरणों के दुष्प्रभावों से लड़ने की ताकत होती है। चोट लगने के बाद काले तिल के तेल से मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है। काला तिल बालों और स्किन को हेल्दी रखता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखता है:
रोजाना 3.5 ग्राम काले तिल का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होने लगता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि ब्लड प्रेशर में सुधार लाने के लिए काले तिल की अहम भूमिका है। तिल में मौजूद कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम हार्ट को कई बीमारियों के खतरे से बचाने में मदद कर सकता हैं।
हड्डियों को मजबूत करता है:
तिल में कैल्शियम, डाइटरी प्रोटीन और एमिनो एसिड होता हैं, जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है, साथ ही मांसपेशियों को भी स्ट्रॉन्ग करता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।