Before the Lok Sabha elections, 1870 criminals are on the radar of the police,

Chandigarh: लोकसभा चुनाव से पहले 1870 अपराधी पुलिस के राडार पर, पुलिस ने शांतिपूर्वक चुनाव कराने की दृष्टि से ऐसे आपराधिक छवि वाले लोगों से भरवाया बांड

Before the Lok Sabha elections, 1870 criminals are on the radar of the police,

Before the Lok Sabha elections, 1870 criminals are on the radar of the police,

Before the Lok Sabha elections, 1870 criminals are on the radar of the police- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ में 1 जून को होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले शहर के विभिन्न इलाकों के 1870 अपराधी पुलिस के राडार पर हैं। इन आपराधिक किस्म के लोगों को एक बांड भरना होगा जिसमें यह आश्वासन देना होगा कि वह चुनाव अवधि के दौरान सार्वजनिक शांति और व्यवस्था को बिगाडऩे वाला कोई काम नहीं करेंगे और उससे बचेंगे।

शांतिपूर्ण लोकसभा चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, स्थानीय पुलिस 1,870 व्यक्तियों पर कड़ी नजर रख रही है। ये वो व्यक्ति हैं जिनका या तो आपराधिक रिकॉर्ड है या जिनके बारे में अंदेशा है कि ये कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा कर सकते हैं। ये लोग वो हैं जो बार-बार अपराधिक आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं और कोई न कोई संगीन अपराध करते रहे हैं। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 107/150, 107/151 और 110 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए शांति भंग होने की आशंका में इन व्यक्तियों को पाबंद कर दिया है।

जिला चुनाव अधिकारी-सह-उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा, इस साल 1 जनवरी से अब तक, हमने कानून और व्यवस्था के मुद्दों से निपटने और चुनाव के दौरान संभावित चुनाव संबंधी हिंसा को विफल करने के लिए लगभग 1,870 से अधिक लोगों की सूची बनाई थी जिन पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। इनसे बांड भी भरवाया जा रहा है कि ये शांति व्यवस्था को भंग नहीं करेंगे। पकड़े गए लोगों में बार-बार अपराध करने वाले और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोग शामिल हैं। पुलिस और चुनाव विभाग ने चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने के अंदेशे वाले लोगों की पहचान करने के लिए ऐसे लोगों के रिकॉर्ड की गहन समीक्षा की। ऐसे व्यक्तियों को एक बांड भरना होगा, जिसमें यह आश्वासन दिया जाएगा कि वे चुनाव अवधि के दौरान सार्वजनिक शांति और व्यवस्था को बिगाडऩे वाले किसी भी कार्य से बचेंगे। यह प्रक्रिया एक निवारक के रूप में कार्य करती है, जिससे हिंसा की संभावना कम हो जाती है। ईसीआई ने हमें इस चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि कोई प्रलोभन मतदान के दौरान वोटरों को न किया जाए। हम नकदी, शराब और ड्रग्स जब्त कर रहे हैं। शहर भर में और राज्य की सीमाओं के आसपास कई नाके लगाए गए हैं और मोहाली और पंचकूला के समकक्षों की मदद से निगरानी की जा रही है।

कुल 614 में से 23 प्रतिशत बूथ असुरक्षित

चुनाव विभाग के अनुसार, लगभग 23 प्रतिशत (कुल 614 में से 139) मतदान केंद्रों को असुरक्षित के रूप में पहचाना गया है और कुल 9,534 मतदाताओं को आसान लक्ष्य के रूप में पहचाना गया है। कमजोर बूथ उन क्षेत्रों में आते हैं जहां मतदाताओं, विशेषकर समाज के कमजोर वर्गों के मतदाताओं को प्रभावित करने या डराने-धमकाने के लिए धन और बाहुबल के दुरुपयोग की आशंका होती है। विभाग ने 365 लोगों की पहचान संभावित उपद्रवियों के रूप में भी की है। अधिकतर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले ये लोग बाहुबल/धनबल के इस्तेमाल से कमजोर मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं और उन्हें किसी राजनीतिक दल या उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रभावित कर सकते हैं।