Bandwidth Speed up to 10 Mbps: वर्तमान वर्ष के अंत तक राज्य के सभी पुलिस थानों में बढ़ेगी 10 एमबीपीएस तक बैंडविड्थ स्पीड
Bandwidth Speed up to 10 Mbps: वर्तमान वर्ष के अंत तक राज्य के सभी पुलिस थानों में बढ़ेगी 10 एमबीपीए
हाई स्पीड नेटवर्क कनेक्टिविटी से अपराधों व अपराधियों से सम्बन्धित डाटा बेस सीसीटीएनएस पर जल्द हो सकेगा अपडेट
मूल्यांकन हेतू संबंधित रिपोर्ट भी कम समय में हो सकेगी तैयार
एसीआरबी द्वारा एकत्र डाटा के उपयोग संबंधी एसओपी की जाए तैयार – मुख्य सचिव
चंडीगढ़, 22 सितंबर - Bandwidth Speed up to 10 Mbps: ई-शासन के माध्यम से पुलिस की दक्षता एवं प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए विश्वसनीय, सुरक्षित तथा अबाधित हाई स्पीड नेटवर्क कनेक्टिविटी(Uninterrupted high speed network connectivity) प्रदान करने के उद्धेश्य से हरियाणा के 244 पुलिस थानों में स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क बैंडविड्थ स्पीड(State Wide Area Network Bandwidth Speed) को 10 एमबीपीएस तक बढ़ाया गया है। बाकी पुलिस थानों में भी इस वर्ष के अंत तक बैंडविड्थ स्पीड को बढ़ा दिया जाएगा(Bandwidth speed will be increased)। इस हाई स्पीड नेटवर्क कनेक्टिविटी से सभी अपराधों तथा अपराधियों से सम्बन्धित डाटा बेस क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम (सीसीटीएनएस) पर अपडेट किया जा सकेगा। डाटा अपडेट होने से विभिन्न अपराधों के मूल्यांकन हेतू संबंधित रिपोर्ट भी कम समय में तैयार हो सकेगी।
यह जानकारी आज यहां मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल की अध्यक्षता में सीसीटीएनएस-हरियाणा की स्टेट अपैक्स समिति की 22वीं बैठक में दी गई।
श्री कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैंडविड्थ स्पीड बढ़ाने के कार्य को तय समयावधि में पूर्ण किया जाए। साथ ही, स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा एकत्र डाटा के आगे के उपयोग संबंधी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाए, ताकि सभी अपराधों तथा अपराधियों से सम्बन्धित डाटा ऑनबोर्ड हो सके। इसके अलावा, एसओपी में सुपरवाइजरी अधिकारी, रूल बुक और कार्यवाही संबंधित तय समयावधि भी उल्लेखित होनी चाहिए।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सीसीटीएनएस में डाटा अपडेट व रिपोर्ट जनरेशन संबंधित अन्य राज्यों में की उपयोग की जा रही तकनीकों तथा विभिन्न पहलों का अध्ययन कर तुलनात्मक चार्ट तैयार किया जाए। तदानुसार, उपयुक्त तकनीक को हरियाणा में भी अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीसीटीएनएस के बेहतर क्रियान्वयन हेतू विभिन्न संबंधित विभागों जैसे जेल, स्वास्थ्य इत्यादि के डाटा को एकीकृत किया जाए।
बेहतर पुलिस व्यवस्था के लिए सीसीटीएनएस को किय जा रहा अपग्रेड
बैठक में बताया गया कि सीसीटीएनएस सिस्टम को अपग्रेड करने से कार्यप्रणाली में सुधार होगा जिससे बेहतर पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित होगी। इसके लिए नये मॉड्यूल्स तैयार किए जा रहे हैं। इसके तहत धारा अनुसार तथा एफआईआर में दर्ज निर्दिष्ट धारा को खोजना संभव होगा, जिससे पुराने केसों की जानकारी ढूंढने में आसानी होगी। सीसीटीएनस के साथ एफएसएल, ई-कोर्ट, ई-प्रॉसीक्यूशन, एलएमएस और स्वास्थ्य विभाग के साथ एकीकरण किया जाएगा।
सीसीटएनस के उपयोग को बढ़ावा देने हेतू जिला स्तर पर क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो किए गए स्थापित
बैठक में बताया गया कि सीसीटीएनएस –आईसीजेएस यानि क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम व इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के क्रियान्वयन के लिए स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को नोडल एजेंसी नामित किया गया है। पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षकों व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, डीसीपी व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को उनके अधिकार क्षेत्रों में सीसीटीएनएस के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अपराधिक आंकड़ों के मूल्यांकन हेतू सीसीटएनस के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तर पर क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो स्थासपित किया गया है।
बैठक में बताया गया कि राज्य में अपराध पर रोक लगाने के उद्देश्य से लागू किया गया सीसीटीएनएस के माध्यम से पुलिस की कार्यप्रणाली में और दक्षता आई है, जिसके परिणामस्वरूप सीसीटीएनएस प्रणाली में हरियाणा देश में शीर्ष राज्यों में शामिल है। मासिक डायरी व अपराधिक डायरी भी सीसीटीएनएस प्रणाली के माध्यम से रिकॉर्ड की जा रही है और प्रतिदिन इसकी निगरानी की जा रही है।
बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, पुलिस महानिदेशक श्री पी के अग्रवाल और एससीआरबी के निदेशक श्री ओ पी सिंह सहित अन्य अधिकारी उपिास्थत रहे।