बागेश्वर सरकार को बिहार में नहीं मिलेगी एंट्री...; लालू के बेटे और मंत्री तेज प्रताप यादव ने दे दिया अल्टीमेटम, रख दी यह बड़ी शर्त

Bageshwar Sarkar No Entry in Bihar Controversy
Bageshwar Sarkar No Entry in Bihar Controversy: मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम (बाला जी) के पीठाधीश्वर और बागेश्वर सरकार नाम से मशहूर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को शायद ही अब कोई नहीं जानता होगा। धीरेन्द्र शास्त्री पूरे देश-विदेश में चर्चित हो रखे हैं। उनके बेबाक अंदाजी बयान हमेशा ही सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। धीरेन्द्र शास्त्री का जहां से गुजरना होता है तो वहां लोगों का रैला देखते ही बनता है। वहीं अब पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बिहार की राजधानी पटना आ रहे हैं। वह यहां कथा करेंगे और अपना दिव्य दरबार भी लगाएंगे। लेकिन धीरेन्द्र शास्त्री के बिहार आने से पहले मामला थोड़ा गड़बड़ा गया है। बिहार सरकार में पर्यावरण मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने धीरेन्द्र शास्त्री को अल्टीमेटम दे दिया है।
.jpg)
लालू के बेटे का बागेश्वर सरकार को क्या अल्टीमेटम?
दरअसल, तेज प्रताप ने कड़े शब्दों में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने बिहार में हिंदू-मुस्लिम किया तो एंट्री नहीं मिलेगी। तेज प्रताप ने कहा- अगर बागेश्वर सरकार हिंदू मुसलमान भाई को लड़वाने के लिए आ रहे हैं तो मैं उनका विरोध करूंगा, मैं उनका हवाई अड्डे पर घेराव करूंगा। अगर भाईचारे का संदेश देंगे कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हम सब हैं भाई-भाई तो उनकी बिहार में एंट्री हो सकती है। अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो फिर हम एंट्री रोकेंगे। जानकारी के अनुसार, आगामी 13 मई से 17 मई तक बागेश्वर सरकार पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा होनी है और इस बीच दिव्य दरबार लगना है। लेकिन तेज प्रताप के खुलेआम अल्टीमेटम के चलते विवाद खड़ा हो गया है।
वीडियो(एएनआई के हवाले से)
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर देते हैं बयान
आपको बता दें, धीरेंद्र शास्त्री बार-बार देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कहते हुए नजर आते हैं। वे लगातार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और सनातन का प्रचार-प्रसार करने पर जोर देते हैं। धीरेंद्र शास्त्री हिंदू राष्ट्र की मांग उठाते हुए यह तक कह चुके हैं कि सनातनी लोग उनका साथ दें वह भारत को हिंदू राष्ट्र बना देंगे।
मन की बात पढ़ लेते हैं पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
बतादें कि, बागेश्वर सरकार यानि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाते हैं और इस दरबार में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं। इस दौरान पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दरबार में अपनी अर्जी लेकर पहुंचे लोगों की मन की बात पढ़ लेते हैं और बाद में एक कागज पर लिखकर दिखाते हैं। जिसके बाद दरबार में अपने दुःख लेकर आया शख्स कहता है कि, ''हां सरकार यही समस्या है'' सरकार की जय हो।'' लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर बाबा लोगों के मन की बात कैसे जान जाते हैं?
ध्यान रहे कि, हाल ही में पाखंड और अंधविश्वास फैलाने को लेकर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ नागपुर में मामला दर्ज कराया गया था। इस मामले से धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री काफी ज्यादा चर्चा में आ गए थे। हालांकि, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना था उन्हें सन्यासी गुरुओं की सेवा, बाला जी की भक्ति और ध्यान विधि से ये सिद्धि मिली है। वह पाखंड नहीं करते। बतादें कि, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को पिछले दिनों जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है।
.jpg)
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बारे में
बतादें कि, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले हैं और यहीं बागेश्वर धाम (बाला जी) के पीठाधीश्वर हैं। जिसके चलते धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर धाम वाले बाबा, बागेश्वर बाबा, बागेश्वर महाराज और बागेश्वर सरकार इत्यादि नामों से जाना जाता है। महज 27 साल के धीरेंद्र शास्त्री के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में लाखों अनुयायी हैं। यहां तक विदेशों में भी उनके अनुयायी हैं। इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़े से बड़े नेता भी उनके सामने सिर झुकाते हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर बीजेपी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी तक उनसे आशीर्वाद लेते देखे गए हैं।