कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे; बागेश्वर सरकार ने अब किसको दे डाली चेतावनी? जारी किया ये VIDEO
Bageshwar Sarkar New Video
Bageshwar Sarkar New Video: विवादों में घिरने के बाद और तमाम आलोचनाओं के बीच भी बागेश्वर सरकार के तल्ख तेवर नहीं बदले हैं। वो पुराने पहले जैसे ही हैं। बागेश्वर सरकार अपनी किसी भी बात को एकदम खुलकर कहते हैं। बागेश्वर सरकार को सनातन धर्म के लिए आएदिन दहाड़ते और ललकार भरते देखा जाता है। बागेश्वर सरकार का कहना है कि, वह अंतिम सांस तक सनातन धर्म का झंडा ऊंचा करके रहेंगे और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाएंगे। बतादें कि, बागेश्वर सरकार अन्य धर्मों से लोगों को सनातन धर्म में लाने में जुटे हुए हैं। अब तक वह कई लोगों को सनातन धर्म में शामिल कर चुके हैं और उनकी यह पहल लगातार जारी है। वहीं बागेश्वर सरकार का अब एक नया वीडियो सामने आया है। जिसमें वह इशारों-इशारों में चेतावनी देते हुए दिख रहे हैं।
उत्तराखंड पहुंचे बागेश्वर सरकार
बतादें कि, बागेश्वर सरकार इस वक्त उत्तराखंड पहुंचे हुए हैं और यहां देव भूमि के पहाड़ों के बीच से अपना एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में बागेश्वर सरकार कहते हैं कि वह दो से तीन दिन की यात्रा पर निकले हुए हैं। वह यज्ञ के लिए तमाम तीर्थ स्थलों के महात्माओं-संतों को आमंत्रण दे रहे हैं और उनका अपने सभी पागलों से कहना है कि वह बहुत जल्द ही बागेश्वर धाम आ रहे हैं, आप सब इंतजार करिए और सनातन का झंडा गाड़े रहिए.... अंत में बागेश्वर सरकार ने कहा कि कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे.... हालांकि, यह चेतावनी भरा लहजा किसके लिए था। बागेश्वर सरकार ने इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा। लेकिन माना जा रहा है कि, वह अपने विरोधियों को नसीहत दे रहे थे कि वह सुधर जाएं।
वीडियो देखिए
बागेश्वर सरकार को जान से मारने की धमकी मिल चुकी
बतादें कि, हाल ही में बागेश्वर सरकार को जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है। यह धमकी फोन करके दी गई थी। धमकी देने वाले का कहना था कि, बागेश्वर सरकार की तेरहवीं की तैयारी कर लेना। वहीं फोन पर धमकी देने वाले शख्स ने अपना नाम अमर सिंह बताया था।
बागेश्वर सरकार का विवाद क्या है?
बतादें कि, बागेश्वर सरकार पर विवाद तबसे छिड़ा जबसे वह महाराष्ट्र के नागपुर से भागवत कथा करके लौटे। इस विवाद के बाद उन्हें पाखंडी और अन्धविश्वास फैलाने वाला बताया जाने लगा। जिसके बाद सोशल मीडिया से लेके मीडिया तक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर गहन चर्चा शुरू हो गई। मीडिया वालों ने पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर कई बड़ी कवरेज कीं। उन्हें टटोला और उनके इंटरव्यू लिए। साथ ही सोशल मीडिया पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के समर्थकों और विरोध करने वाले लोगों में अलग खींचतान शुरू हो गई और अभी भी जारी है।
बागेश्वर सरकार का नागपुर में क्या विवाद हुआ?
बताया जाता है कि, नागपुर में उन्हें चुनौती दी गई कि वे जो दिव्य दरबार लगाते हैं और इस दौरान लोगों को अपनी सिद्ध शक्तियों का आभास कराने पर मजबूर करते हैं। यह सब ढकोसला है। बताते हैं कि, नागपुर में जब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कार को चुनौती दी गई तो वह नागपुर में भागवत कथा 2 दिन पहले ही खत्म कर वहां से चले आए। हालांकि, नागपुर की चुनौती पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि उन्होंने 7 दिन तक वहां पर भागवत कथा की और इस बीच दरबार भी लगाया। इस दौरान उन्हें चुनौती क्यों नहीं दी गई। बाद में कहते हैं कि बागेश्वर सरकार भाग गए। धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह सब गलत है। वे नागपुर 7 दिन के लिए ही गए थे और इसके बाद उन्हें फ़ौरन लौटना था।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में आने को कहा था
बतादें कि, नागपुर के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ के रायपुर में भागवत कथा करने पहुंचे और इस दौरान उन्होंने यहां दिव्य दरबार भी लगाया। जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर विवाद पर चैलेंज दिया है कि जिसे भी आना है वो रायपुर आ जाए और जो चुनौती देना चाहे। दे दे।
बागेश्वर सरकार के बारे में?
बतादें कि, बागेश्वर सरकार का वैसे नाम पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री है। पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले हैं और यहीं बागेश्वर धाम (बाला जी) के पीठाधीश्वर हैं। जिसके चलते धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर धाम वाले बाबा, बागेश्वर बाबा, बागेश्वर महाराज और बागेश्वर सरकार इत्यादि नामों से जाना जाता है। महज 27 साल के धीरेंद्र शास्त्री के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में लाखों अनुयायी हैं। यहां तक विदेशों में भी उनके अनुयायी हैं। इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़े से बड़े नेता भी उनके सामने सिर झुकाते हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर बीजेपी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी तक उनसे आशीर्वाद लेते देखे गए हैं।
मन की बात पढ़ लेते हैं पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
बतादें कि, बागेश्वर सरकार यानि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाते हैं और इस दरबार में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं। इस दौरान पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दरबार में अपनी अर्जी लेकर पहुंचे लोगों की मन की बात पढ़ लेते हैं और बाद में एक कागज पर लिखकर दिखाते हैं। जिसके बाद दरबार में अपने दुःख लेकर आया शख्स कहता है कि, ''हां सरकार यही समस्या है'' सरकार की जय हो।'' लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर बाबा लोगों के मन की बात कैसे जान जाते हैं? वहीं इन चमत्कारी शक्तियों पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि उन्हें सन्यासी गुरुओं की सेवा, बाला जी की भक्ति और ध्यान विधि से ये सिद्धि मिली है।