बागेश्वर सरकार को जान से मारने की धमकी; फोन कर कहा- तेरहवीं की तैयारी कर लेना... SP बोले- FIR दर्ज कर जांच की जा रही
Bageshwar Sarkar Latest News
Bageshwar Sarkar Latest News: पाखंड और अंधविश्वास को लेकर विवादों में घिरे बागेश्वर सरकार को अब जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी फोन करके दी गई है। धमकी देने वाले का कहना है कि, बागेश्वर सरकार यानि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की तेरहवीं की तैयारी कर लेना। वहीं फोन पर धमकी देने वाले शख्स ने अपना नाम अमर सिंह बताया है।
FIR दर्ज कराई गई
बताते हैं कि, यह धमकी भरा फोन लोकेश गर्ग नाम के एक व्यक्ति के पास आया। लोकेश गर्ग ने छतरपुर के बमीठा थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने लिखित में खुद को पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का चचेरा भाई बताया है।
लोकेश गर्ग के अनुसार, अपना नाम अमर सिंह बताने वाले एक शख्स ने उन्हें फोन करके धीरेन्द्र से बात कराने को कहा। जिसके बाद जब उन्होंने उससे पूछा कि कौन धीरेन्द्र? तो वह बोला बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से।
लोकेश गर्ग बताते हैं कि, शख्स की बात सुन जब उन्होंने उससे यह कहा कि वह धीरेन्द्र शास्त्री से उसकी बात नहीं करा सकते। उनकी बात कराने की पहुंच नहीं है तो इतना सुनते ही शख्स बोला कि तेरहवीं की तैयारी कर लेना... जब उन्होंने पूछा किसकी? तो उसने कहा कि धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की और फोन काट दिया। बतादें कि, इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 506 और 507 के तहत केस दर्ज करके आगे की जांच शुरू कर दी है।
छत्तरपुर के SP सचिन शर्मा का कहना है कि, लोकेश गर्ग की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। आरोपी का नाम अमर सिंह बताया जा रहा है। पुलिस सिम धारक की जांच कर रही है। पुलिस IPC की धारा 506, 507 के तहत आगे की कार्रवाई करेगी। एसपी के अनुसार, शुरुवाती जांच में लगता है कि, इस व्यक्ति की बात धीरेंद्र शास्त्री से नहीं हो पाई शायद इसलिए इस व्यक्ति ने आवेश में ऐसी बातें बोलीं। फिलहाल जांच की जा रही है।
पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बारे में
बतादें कि, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर के रहने वाले हैं और यहीं बागेश्वर धाम (बाला जी) के पीठाधीश्वर हैं। जिसके चलते धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को बागेश्वर धाम वाले बाबा, बागेश्वर बाबा, बागेश्वर महाराज और बागेश्वर सरकार इत्यादि नामों से जाना जाता है। महज 27 साल के धीरेंद्र शास्त्री के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में लाखों अनुयायी हैं। यहां तक विदेशों में भी उनके अनुयायी हैं। इसके अलावा धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़े से बड़े नेता भी उनके सामने सिर झुकाते हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर बीजेपी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी तक उनसे आशीर्वाद लेते देखे गए हैं।
मन की बात पढ़ लेते हैं पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
बतादें कि, बागेश्वर सरकार यानि पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाते हैं और इस दरबार में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं। इस दौरान पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दरबार में अपनी अर्जी लेकर पहुंचे लोगों की मन की बात पढ़ लेते हैं और बाद में एक कागज पर लिखकर दिखाते हैं। जिसके बाद दरबार में अपने दुःख लेकर आया शख्स कहता है कि, ''हां सरकार यही समस्या है'' सरकार की जय हो।'' लेकिन बड़ा सवाल है कि आखिर बाबा लोगों के मन की बात कैसे जान जाते हैं? वहीं इन चमत्कारी शक्तियों पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि उन्हें सन्यासी गुरुओं की सेवा, बाला जी की भक्ति और ध्यान विधि से ये सिद्धि मिली है।
बतादें कि, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को केकर इसी बात का विवाद चल रहा है। जिसके चलते धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों खूब सुर्खियों में हैं। दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को लेकर यह विवाद तबसे छिड़ा जबसे वह महाराष्ट्र के नागपुर से भागवत कथा करके लौटे। इस विवाद के बाद उन्हें पाखंडी और अन्धविश्वास फैलाने वाला बताया जाने लगा। जिसके बाद सोशल मीडिया से लेके मीडिया तक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर गहन चर्चा शुरू हो गई। मीडिया वालों ने पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर कई बड़ी कवरेज कीं। उन्हें टटोला और उनके इंटरव्यू लिए। मीडिया में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को लेकर लगातार चर्चा जारी है। साथ ही सोशल मीडिया पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के समर्थकों और विरोध करने वाले लोगों में अलग खींचतान चल रही है।
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का नागपुर विवाद
बताया जाता है कि, नागपुर में उन्हें चुनौती दी गई कि वे जो दिव्य दरबार लगाते हैं और इस दौरान लोगों को अपनी सिद्ध शक्तियों का आभास कराने पर मजबूर करते हैं। यह सब ढकोसला है। बताते हैं कि, नागपुर में जब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कार को चुनौती दी गई तो वह नागपुर में भागवत कथा 2 दिन पहले ही खत्म कर वहां से चले आए। हालांकि, नागपुर की चुनौती पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि उन्होंने 7 दिन तक वहां पर भागवत कथा की और इस बीच दरबार भी लगाया। इस दौरान उन्हें चुनौती क्यों नहीं दी गई। बाद में कहते हैं कि बागेश्वर सरकार भाग गए। धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह सब गलत है। वे नागपुर 7 दिन के लिए ही गए थे और इसके बाद उन्हें फ़ौरन लौटना था।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में आने को कहा था
बतादें कि, नागपुर के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ के रायपुर में भागवत कथा करने पहुंचे और इस दौरान उन्होंने यहां दिव्य दरबार भी लगाया। जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर विवाद पर चैलेंज दिया है कि जिसे भी आना है वो रायपुर आ जाए और जो चुनौती देना चाहे। दे दे।