खुल गए बद्रीनाथ धाम के कपाट; चार धामों में एक प्रमुख धाम, यहां भगवान विष्णु का साक्षात रूप में निवास, कपाट खुलने का पहला वीडियो
Badrinath Dham Kapat Opens Today Char Dham Yatra Start 2024 Update
Badrinath Dham Kapat Opens: चार धामों में एक प्रमुख धाम 'बद्रीनाथ' के कपाट आज खोल दिए गए हैं। जिसके बाद बद्री-विशाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। कपाट खुलने के पहले से श्रद्धालु मंदिर परिसर में डटे रहे। इस बीच बारिश भी पड़ी लेकिन श्रद्धालु टस से मस नहीं हुए। वह मंदिर के खुले परिसर में खड़े होकर जय बद्रीनाथ, जय बद्रीनारायण और जय बद्री-विशाल के जयकारे लगाते हुए कपाट खुलने का इंतजार करते रहे। इसके बाद जब कपाट खुले तो श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बेहद उत्साह के साथ दर्शन के लिए आगे बढ़ी। पहले ही दिन बद्रीनाथ के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु धाम में पहुंचे हुए थे। जबकि कई श्रद्धालु जो रास्ते में हैं वो लगातार पहुंच रहे हैं।
विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुले कपाट
शुभ मुहूर्त को देखते हुए सुबह 6 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट पूर्ण विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले गए। इस बीच सेना के जवानों ने अपने बैंड की मधुर धुनें दीं। साथ ही शंख, घड़ियाल और घंटे बजे। बद्रीनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है मंदिर बेहद ही भव्य लग रहा है। बद्रीनाथ धाम के साथ-साथ केदारनाथ धाम, यमुनोत्री धाम और गंगोत्री धाम का नजारा बेहद अद्भुत और मनमोहक बना हुआ है। सबसे ज्यादा केदारनाथ धाम में हर-हर महादेव और जय बाबा केदार के जयकारों के साथ श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि, 10 मई को बाबा केदारनाथ, गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट सभी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे और इसी के साथ चार धाम यात्रा-2024 की शुरुवात हो गई थी।
बद्रीनाथ में पीएम मोदी के नाम से पहली पूजा
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि आज प्रातः काल 6 बजे बद्रीनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है, कपाट खुलने के समय थोड़ी बारिश भी हुई लेकिन श्रद्धालुओं की श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई। हमारी प्रथम अभिषेक पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम से की गई है। हमारा प्रयास है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो।
सीएम धामी ने श्रद्धालुओं से की ये अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं, हम सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हैं। हमारी कोशिश है कि यात्रा में कहीं किसी को कोई परेशानी न हो, व्यवस्थित तरीके से यात्रा हो। शुरुआती दिनों में ज्यादा लोग यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं मेरा उनसे अनुरोध है कि यात्रा के नियम, मौसम आदि की जानकारी लेने के बाद ही यात्रा शुरू करें।
बद्रीनाथ धाम है भू वैकुंठ
बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जनपद में अलकनन्दा नदी के दाहिने तट पर स्थित है। बद्रीनाथ धाम का यह पवित्र स्थल भू वैकुंठ माना जाता है। यानि यहां भगवान विष्णु का साक्षात रूप में निवास है। यहां भगवान बद्रीनाथ की शालिग्राम पत्थर की स्वयम्भू मूर्ति की पूजा होती है।
बताते हैं कि भगवान विष्णु ने नारायण रूप में सतयुग के समय इसी स्थान पर भगवान शंकर की घोर तपस्या की थी। इस धाम के बारे में कहावत है कि- "जो जाए बद्री, वो न आए ओदरी" यानि जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है उसे माता के गर्भ में दोबारा नहीं आना पड़ता। प्राणी जन्म और मृत्यु के चक्र से छूट जाता है और मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। बद्रीनाथ धाम पर किया गया कोई भी पुण्य या कोई भी पूजा का फल कभी खाली नहीं जाता है और बाकी स्थानों से उसका दुगना फल मिलता है।