600 यूनिट फ्री योजना पर ग्रहण: जीरकपुर के हजारों उपभोक्ताओं को भेजे एवरेज बिजली बिल

600 यूनिट फ्री योजना पर ग्रहण: जीरकपुर के हजारों उपभोक्ताओं को भेजे एवरेज बिजली बिल

Eclipse on 600 Unit Free Plan

Eclipse on 600 Unit Free Plan

साढ़े चार महीने बाद दोबारा असली खपत वाली यूनिटों के साथ आ गया बिल, एकमुश्त भरनी पड़ रही लोगों को बिल की राशि
परेशान उपभोक्ता लगातार लगा रहे बिजली महकमे के चक्कर,कोई वास्तविक स्थिति बताने को तैयार नहीं

जीरकपुर, 25 अक्तूबर (साजन शर्मा): पंजाब में आम आदमी की सरकार भले ही कुछ दावे करे लेकिन अभी तक बिजली महकमे का काम अब तक सुचारु नहीं हो पाया है। महकमे की ओर से औसत आधार पर बिजली बिल भेजे जा रहे हैं जिससे सरकार की 600 यूनिट बिजली फ्री वाली योजना पर ही ग्रहण लग गया है। जीरकपुर के अधिकांश इलाकों में बिजली महकमे ने बीते चार-पांच माह से औसत के आधार पर ही बिल भेजा है जिससे आम उपभोक्ता न केवल परेशान हो रहा है बल्कि उसे कितना बिल देना है, यह भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा। लोग बिजली विभाग के चक्कर काट काट थक गए लेकिन कोई स्थिति स्पष्ट करने को तैयार नहीं है। बिजली महकमा दावा कर रहा है कि ऐसा कुछ इलाकों में ही हुआ होगा, जीरकपुर के सभी इलाकों में यह समस्या नहीं है।

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मिली जानकारी के मुताबिक मई 2022 में इससे पहले बिजली विभाग की ओर से बिल भेजा गया था। इसे मीटर रीडिंग के हिसाब से नहीं भेजा गया था बल्कि औसत आधार पर कई हजारों उपभोक्ताओं को भेज दिया गया था। जिस कंपनी को बिजली मीटर की रीडिंग का ठेका दिया हुआ है उसके मुलाजिम रीडिंग लेने बहुत से इलाकों में आते ही नहीं। अगर आते भी हैं तो वह घरों में बिजली के रीडिंग वाले बिल पकड़ा कर भी नहीं जाते। या फिर औसत आधार पर बिल बना कर बिना रीडिंग दे जाते हैं। इससे उपभोक्ताओं को जबरदस्त परेशानी हो रही है क्योंकि अगली बार उनका पिछला बिल औसत के अनुसार भेजने के चलते बड़ी रकम का आता है। उपभोक्ताओं का इससे बजट गड़बड़ा रहा है। उनकी दलील है कि कम से कम उपभोक्ताओं को तय समय के अनुसार बिल भेजा जाना चाहिए। मीटर रीडिंग लेने वाले स्टाफ पर लगाम कसनी चाहिए ताकि वह किसी का बिना बिल दिये न जाएं या बिना रीडिंग बिल न दें। उपभोक्ताओं की दलील है कि एवरेज बिल देने के बाद उन्हें हर मर्तबा जीरकपुर स्थित बिजली महकमे के चक्कर लगाने पड़ते हैं। यहां अफसर भी अक्सर उन्हें बिल की वास्तविक स्थिति नहीं समझा पाते। अगर पहले औसत बिल दिया भी है तो मुलाजिम उन्हें वह बिल कम कर जमा कराने की हिदायत दे देते हैं। इससे स्थितियां पेचिदा होती जा रही हैं। जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग ने जो लेटेस्ट बिल उपभोक्ताओं के पास भेजे हैं उनकी मीटर रीडिंग का खेल देखिये। 9 मई 2022 से लेकर 26 सितंबर 2022 तक रीडिंग भेजी गई। यानि बिल का पीरियड 140 दिन रखा गया। इसमें भी बिजली विभाग खेल करता है। पहले मई में जो एवरेज बिल बिना रीडिंग के भेजा उसमें भी टैक्स इत्यादि लगा दिये गए और चार्ज कर लिये गए। दोबारा रीडिंग के अनुसार जो बिल भेजा गया, उसमें भी पूरे बिल पर रीडिंग के अनुसार टैक्स लगा दिया गया। इस पर भी उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि सीएम भगवंत मान की अगुवाई में चल रही सरकार ने तो जनता के हक में फैसला देते हुए 600 यूनिट तक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को बिजली बिल फ्री करने का ऐलान किया था लेकिन मीटर रीडिरों या इस इलाके के बिजली अधिकारियों के चलते इस योजना को ग्रहण लग रहा है। इस हिसाब से तो कभी भी किसी का 600 यूनिट से कम का बिजली बिल आएगा ही नहीं।

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जीरकपुर इलाके के एक्सईएन ओबराय के मुताबिक सरकार ने 600 यूनिट फ्री की जो योजना लागू की है, उसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरती जा रही। अगर चार या साढ़े चार माह का एवरेज बिल भी कहीं आया है तो उसमें 1200 यूनिट या महीनों के हिसाब से तय कर दिया जाएगा। इसमें उपभोक्ता को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। उधर उपभोक्ताओं की शिकायत है कि बिजली दफ्तर में उनकी कोई सुनवाई नहीं। पूछने पर कोई सही जवाब नहीं देता। पहले पूरा बिल जमा कराने की दलील दी जाती है और साथ ही कहा जाता है कि वरना कनेक्शन कट जाएगा। किसी बिल में अगर त्रुटि हो भी तो महज पैन से मुलाजिम प्रिंटेड बिल पर रकम घटा कर उसे जमा कराने का लिख देते हैं लेकिन कंप्यूटराइज रिकार्ड में वह कम नहीं होता। अगले बिलों में राशि लग कर आ जाती है।