4 साल के जश की हत्या करने वाली चाची 3 दिन के पुलिस रिमांड पर, खुद है गर्भवती
4 साल के जश की हत्या करने वाली चाची 3 दिन के पुलिस रिमांड पर, खुद है गर्भवती
करनाल। करनाल: बहुचर्चित जश हत्याकांड में चौंकाने वाला रहस्योद्घाटन हुआ है। जांच में तथ्य उभरा है कि चार वर्षीय मासूम की हत्या उसी की चाची ने की थी। रविवार को इंसाफ की मांग उठाते हुए सड़कों पर उतरे परिवार व ग्रामीणों की ओर से दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने आरोपित महिला को इंद्री ले जाकर अदालत में पेश किया। इसके बाद उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। इस अवधि में पुलिस उससे तमाम पहलुओं पर पूछताछ करेगी।
अब तक मासूम के ताऊ व अन्य स्वजनों पर घूम रही थी शक की सुईं
इंद्री कोर्ट में आरोपित महिला को रिमांड पर लेने के बाद सीआइए टू इंचार्ज मोहनलाल ने बताया कि महिला को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। मेडिकल परीक्षण के बाद उसे अदालत में पेश किया गया। इसके बाद कोर्ट से तीन दिन का रिमांड मिला है। इस अवधि में महिला से गहन पूछताछ की जाएगी। उससे यह भी जाना जाएगा कि जश की हत्या किस तरह और किसलिए की गई। जश की हत्या में प्रयुक्त वस्तुओं की रिकवरी भी होगी। उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि सुनियोजित ढंग से हत्या करने के बाद जश का शव पशुओं के बाड़े की छत पर फेंक दिया गया। पूरी वारात को अंजाम देने में किस-किस का हाथ रहा, इसकी बेहद बारीकी से पड़ताल की जा रही है।
धीमी जांच को लेकर स्वजनों के सब्र का बांध टूटा
इससे पूर्व पुलिस प्रशासन की धीमी जांच को लेकर स्वजनों के सब्र का बांध टूट गया। वे रविवार सुबह ग्रामीणों को साथ लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी गंगाराम पूनिया से मिलकर अपनी बात रखते हुए मामले में जल्द राजफाश करने की मांग उठाई। इसके बाद पुलिस की जांच प्रक्रिया से असंतुष्ट होकर उन्होंने नारेबाजी के बीच सेक्टर-12 चौक पर प्रदर्शन किया। कुछ देर जाम भी लगाया। मासूम जश के स्वजनों और ग्रामीणों ने इस दौरान जस्टिस फार जश और जश के हत्यारों को फांसी दो के नारे लगाते हुए मांग दोहराई कि मामले में तमाम आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसा नहीं हुआ तो लामबंद होकर हर स्तर पर निर्णायक संघर्ष किया जाएगा। वहीं, उनका समर्थन करने पहुंचे भाकियू नेता राजेंद्र आर्य दादूपुर और अधिवक्ताओं ने भी दोहराया कि इस मामले में इंसाफ की खातिर मिलकर आवाज बुलंद करेंगे। आवश्यकतानुसार अधिवक्ता पूरी तरह निशुल्क केस लड़ेंगे। पुलिस प्रशासन को मामले में जल्द ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
ढाई माह की गर्भवती आरोपित
चार माह के मासूम जश की हत्या के आरोप में जिस महिला को गिरफ्तार करने के बाद सीआइए टीम ने रिमांड पर लिया है, वह ढाई माह की गर्भवती बताई जा रही है। ऐसे में यह साफ है कि जितने संगीन आरोप महिला पर लगे हैं, यदि वे वाकई सही साबित होते हैं तो एक गर्भवती महिला द्वारा इतने जघन्य अपराध को अंजाम देने की चर्चाओं पर मुहर लग जाएगी। वहीं, लोगों का कहना है कि महज चार माह के जश के साथ रिश्ते में उसी की चाची द्वारा की गई यह दरिंदगी बेहद शर्मनाक है।
आरोपितों से हो रही पूछताछ
धीमी जांच प्रक्रिया को लेकर सवालों का सामना कर रही पुलिस टीम अब तक इस चर्चित मामले में जश के ताऊ के परिवार के चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। वहीं, पूरे घटनाक्रम को लेकर मासूम के स्वजनों सहित ग्रामीणों में गहरा रोष है। जबकि ग्रामीणों की ओर से दो दिन पहले इस मामले में हुई पंचायत के दौरान जश के ताऊ के परिवार का सामाजिक बहिष्कार का ऐलान किया गया था। पंचायत ने कहा था कि उनके घर कोई नहीं जाएगा और न उनके खेतों में काम करेगा। परिवार की जमीन कोई मोल या ठेके पर नहीं लेगा। कोई दुकानदार उन्हें सामान नहीं देगा। कोई भी व्यक्ति परिवार से संबंध नहीं रखेगा।
परिवार असंतुष्ट, सीबीआई जांच की मांग
इस मामले में जश के चाचा पुलिस की ओर से अब तक की गई जांच को लेकर काफी असंतुष्ट नजर आए। रविवार को जिला मुख्यालय पर एसपी से मिलने के बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों से वार्ता में अपना रोष भी जाहिर किया। उन्होंने दो टूक कहा कि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी किया जाए। इसके लिए मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
कई वीडियो लगातार वायरल
लगातार सुर्खियों में बने मामले में कई वीडियो भी लगातार वायरल हो रहे हैं। इनमें एक तरफ जहां मासूम जश के अपने पिता व अन्य स्वजनों के साथ की यादों को बेहद मार्मिक ढंग से दर्शाया गया है वहीं रविवार को सबसे ज्यादा वीडियो जश की चाची की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेशी के वायरल हुए। लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर इसे शेयर करने के साथ आरोपित महिला के प्रति कई प्रकार के कमेंट भी करते हुए मामले में सख्त कार्रवाई की मांग भी की।