अतीक अहमद के हत्यारों को बनना था गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई; देखते थे इंटरव्यू और वीडियोज, नाम-काम और हिंदुत्व के मिजाज से प्रभावित थे
Atiq Killers Inspired With Gangster Lawrence Bishnoi
Atiq Killers Inspired With Gangster Lawrence Bishnoi: 15 अप्रैल की रात को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बाहुबली माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशराफ की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। अतीक और अशरफ को मारने तीन शूटर आए थे। जो हत्या करने के बाद मौके पर ही सरेंडर हो गए। तीनों शूटरों की पहचान सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के रूप में हुई। तीनों ही यूपी के अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते हैं। तीनों हत्यारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं तीनों हत्यारों ने पूछताक्ष में कुछ चौंकाने वाली बातें बताई हैं।
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया है कि, अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के ये तीनों हत्यारे कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से बेहद ज्यादा प्रभावित थे। लॉरेंस बिश्नोई को अपना रोल मॉडल मानते थे। पूछताक्ष में हत्यारों ने बताया कि, वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की तरह ही बनना चाहते थे और बिश्नोई जैसा ही नाम कमाना चाहते थे।
क्योंकि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम और काम से वह प्रभावित थे। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उनपर अपना और प्रभाव डाला। हत्यारों ने बताया कि, वह लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू और वीडियोज देखते थे। उन्हें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का हिंदुत्व मिजाज बड़ा अच्छा लगता था। लॉरेंस बिश्नोई से प्रभावित होकर ही उन्होंने बड़े कांड को अंजाम देने की योजना बनाई।
बतादें कि, अतीक अहमद और उसके भाई अशराफ की हत्या से पूरे देश में सनसनी फैल गई है। हर ओर इस हत्याकांड की जोरों से चर्चा है। हत्यारों ने अतीक को मारने (UP Atiq Ahmad Murder) की हिम्मत की। ये तो अपने-आप में चौंका देने वाली बात है ही लेकिन इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है हत्यारों ने पुलिस सुरक्षा घेरे के बीच अतीक और अशराफ को मार दिया। बताया जाता है कि, हत्यारों ने अतीक और अशराफ की हत्या में तुर्की में बनी जिगाना पिस्टल का इस्मेताल किया। यह पिस्टल बड़ी महंगी आती है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पास सबसे अधिक जिगाना पिस्टल होने की बात कही जाती है। लॉरेंस गैंग के पकड़े गए कई शूटरों के पास यह महंगी पिस्टल बरामद की जाती रही है।
तीनों हत्यारों पर पहले से मामले दर्ज
जानकारी के अनुसार, अतीक-अशराफ के तीनों हत्यारों पर पहले से भी मामले दर्ज हैं। ये कोई नए-नए अपराधी नहीं बने। सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य में सबसे मुख्य सरगना सनी सिंह है। इसके ऊपर कई मामले दर्ज हैं और हरियाणा के पानीपत और यूपी की हमीरपुर जेल में बंद रह चुका है। इसी तरह अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी भी पहले जेल जा चुके हैं। लवलेश तिवारी एक लड़की को थप्पड़ मारने के आरोप में करीब डेढ़ साल जेल में रहा था।
अतीक-अशराफ हत्याकांड का पूरा घटनाक्रम
बतादें कि, 15 अप्रैल की रात को अतीक-अशराफ को मेडिकल के लिए प्रयागराज मेडिकल कॉलेज लाया गया था। इसी दौरान मौके पर मौजूद मीडिया का जमावड़ा जब अतीक-अशराफ की बाईट लेने पहुंचा तो इस बीच मीडिया कर्मियों के भेष में आए तीन हत्यारों ने अतीक की कनपटी पर पहली गोली मारी। जिसके बाद मौके अफरा-तफरी मच गई। पुलिस भी तितर-बितर हो गई। इस दौरान हत्यारों ने अतीक के भाई अशराफ को भी गोलियों से भून दिया। अतीक-अशराफ के सड़क पर गिर जाने के बावजूद हत्यारे दोनों पर गोलियां बरसाते रहे और इसके बाद जय श्री राम के नारों के साथ खुद को सरेंडर कर दिया।