हरियाणा में AAP को बड़ा झटका; अशोक तंवर ने पार्टी छोड़ी, अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा भेज कहा- इस फैसले से खुश नहीं हूं
Ashok Tanwar Resigns From AAP Haryana Politics News Update
Ashok Tanwar Resigns From AAP: हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पूर्व कद्दावर मंत्री चौधरी निर्मल सिंह और चित्रा सरवारा के बाद अब सिरसा के पूर्व सांसद डॉक्टर अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अशोक तंवर इस समय आप हरियाणा कैंपेन कमेटी के चेयरमैन थे। तंवर साल 2022 में टीएमसी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने अपनी मौजूदगी में अशोक तंवर को पार्टी में शामिल किया था। फिलहाल, अशोक तंवर के इस्तीफे से हरियाणा की राजनीति के अंदर आम आदमी पार्टी पर इसका काफी असर देखने को मिल सकता है।
केजरीवाल को इस्तीफा भेज कहा- इस फैसले से खुश नहीं हूं
डॉक्टर अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा भेजा है। केजरीवाल को भेजे अपने इस्तीफे में अशोक तंवर ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने को लेकर एतराज जताया है। तंवर ने लिखा- केजरीवाल जी, वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ आपके जुड़ाव को देखते हुए, मेरी नैतिकता मुझे आम आदमी पार्टी हरियाणा के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के रूप में बने रहने की अनुमति नहीं देगी। इसलिए, कृपया आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी जिम्मेदारियों से मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
तंवर ने आगे लिखा- इस देश के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में और छात्र जीवन से ही सक्रिय राजनीति में रहने के कारण, मैंने हमेशा सबसे पहले हमारे संविधान, देश और इसके लोगों में विश्वास किया है। मैं हरियाणा राज्य, हमारे प्यारे देश भारत और उसके लोगों की भलाई के लिए काम करना जारी रखूंगा।
तंवर के इस्तीफे की अटकलें लग रहीं थीं
बता दें कि, अशोक तंवर के आप से इस्तीफे की अटकलें पहले ही लग रहीं थीं। अशोक तंवर के आप छोड़ने की चर्चा तबसे तेज हो गई थी जबसे उनके समर्थकों द्वारा जारी पोस्टर में आम आदमी पार्टी का जिक्र नहीं किया गया था। पोस्टर में अशोक तंवर को आम आदमी पार्टी का नेता न बताकर अपना भारत मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया गया था।
BJP में जाने की अटकलें
आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद अशोक तंवर के बीजेपी में जाने की अटकलें भी खूब लग रहीं हैं। कहा जा रहा है कि, अशोक तंवर बीजेपी के संपर्क में हैं और वह बीजेपी के साथ मिलकर सिरसा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, इससे पहले बीजेपी को लेकर अशोक तंवर के सुर कभी सही नहीं देखे गए। तंवर हमेशा बीजेपी पर हमला ही बोलते रहे। जब वह नए-नए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी में शामिल हुए थे तो उन्होने बयान देते हुए कहा था- आज एक ही नेता है जो बीजेपी को हरा सकता है। वह नेता हैं ममता बनर्जी। क्योंकि बंगाल में ममता बनर्जी ने बीजेपी को हरा चुकी हैं। मुझे लगता है कि ममता बनर्जी के साथ विपक्ष को आने और 2024 में भाजपा को हराने की जरूरत है। हालांकि वो बात अलग है कि बाद में अशोक तंवर खुद ममता के साथ नही रहे।
कांग्रेस छोड़ने के बाद नवंबर 2021 में टीएमसी की थी जॉइन
बतादें कि, अशोक तंवर अपने राजनीतिक सफर में विभिन्न अहम पदों पर रहे हैं। तंवर जब पहले कांग्रेस में हुआ करते थे तो वह यहां रहते भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और सिरसा से सांसद रहे। इसके साथ ही अहम बात यह कि अशोक तंवर राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे। लेकिन हरियाणा कांग्रेस पार्टी के अंदर ऐसी अनबन पैदा हुई कि अशोक तंवर ने साल 2019 में पार्टी छोड़ दी और इसके बाद उन्होंने सबको तब चकित कर दिया जब वह नवंबर 2021 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन अशोक तंवर को ममता बनर्जी भी रास नहीं आईं और इसीलिए वह तृणमूल कांग्रेस को अलविदा कहकर अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी के साथ आ गए और नई राजनीतिक पारी खेलने के लिए तैयार हुए। मगर अब लगता है कि तंवर यहां से भी ऊब चुके हैं।