केजरीवाल बोले- केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को गिरफ्तार करो; इनके पास रोहिंग्याओं को बसाने का सारा डेटा, इधर हरदीप पुरी का भीषण पलटवार
Arvind Kejriwal Vs Hardeep Puri on Rohingyas Settling in Delhi
Arvind Kejriwal Vs Hardeep Puri: विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही दिल्ली में बांग्लादेश से आए रोहिंग्याओं का मुद्दा खूब गर्म है। एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस अवैध रूप से बसे रोहिंग्याओं की पहचान में अभियान चला रही है और बनती कार्रवाई कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ सियासत में बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर दिल्ली में रोहिंग्याओं को बसाने के लिए आमने-सामने हैं। इसी कड़ी में आज अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को गिरफ्तार किए जाने की मांग भी कर दी।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं हरदीप सिंह पुरी को गिरफ्तार करने का अनुरोध करता हूं। दिल्ली में रोहिंग्याओं को कहां और कैसे बसाया गया, उनके पास इसका सारा डेटा है। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी। केजरीवाल ने आगे कहा कि, हरदीप सिंह पुरी के साथ-साथ अमित शाह के पास भी रोहिंग्याओं का सारा डेटा है। केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में बीजेपी वालों ने रोहिंग्याओं को लेकर नौटंकी मचा रखी है। इन्हें देश थोड़ी चलाना है। सुबह से शाम तक नाटक करते रहते हैं।
हरदीप पुरी का केजरीवाल पर भीषण पलटवार
इधर केजरीवाल के इस आरोप पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने भीषण पलटवार किया है। हरदीप पुरी ने कहा, केजरीवाल घटिया राजनीति कर रहे हैं। वह झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे। जिसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए। केजरीवाल यह जान लें कि झूठ को बार-बार दोहराने से वह सच नहीं हो जाता। हरदीप पुरी ने आगे कहा कि, सभी यह बात जानते हैं कि, रोहिंग्याओं को केजरीवाल का सपोर्ट है। केजरीवाल ऐसा करके देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक लंबा ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा, ''झूठ की धूप से तो बर्फ भी नहीं पिघलती, सच तो फिर भी चट्टान की तरह होता है! एक ही झूठ को बार-बार फैलाने से वह सच में तो बदलेगा नहीं। हां आपके झूठे होने का बार बार प्रमाण जरूर देगा। सच्चाई यह है कि आज तक कहीं भी किसी भी रोहिंग्या को कोई भी EWS फ्लैट नहीं दिया गया है।
लेकिन केजरीवाल के विधायक ने जरूर उन्हें दिल्ली में बसाकर, उन्हें मुफ्त राशन, पानी और बिजली के साथ हर एक को 10,000 देकर उनका वोटर कार्ड बनवाया है। इसलिए पूरा देश जानता है कि रोहिंग्या किसके वोटर हैं और वह किस पार्टी के वोटर हो सकते हैं। जो लोग झूठे नारे लगा रहे हैं वो भी ये बात जानते हैं.
हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा, ''बार-बार रोहिंग्याओं का समर्थन करके केजरीवाल भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। यह बहुत ही घटिया स्तर की राजनीति है. इससे केजरीवाल की फ़ितरत समझ आती है कि ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको केजरीवाल ने ठगा नहीं।
वहीं जिस ट्वीट को आधार बनाकर केजरीवाल झूठ फैला रहे हैं, उसका स्पष्टीकरण उसी दिन महज कुछ घंटे बाद गृह मंत्रालय व मेरे द्वारा दे दिया गया था! यह पब्लिक डोमेन में है, फिर भी झूठ फैलाना बेशर्मी जैसा है! यह निम्नस्तर की राजनीति की पराकाष्ठा है! शर्म करिए, झूठ बोलने से बाज आइए!"
केजरीवाल का कहना- दिल्ली में रोहिंग्यों को नहीं बसाने देंगे
दरअसल, केजरीवाल का आरोप है कि बीजेपी दिल्ली में रोहिंग्यों को बसा रही है। जबकि वहीं बीजेपी कह रही है केजरीवाल रोहिंग्यों को बसा रहे हैं। इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि, हम किसी हालत में बीजेपी को दिल्ली में रोहिंग्यों को नहीं बसाने देंगे। दिल्ली के ग़रीबों के फ्लैट, उनके रोज़गार, उनके हक़ की सुविधाएं किसी हालत में बीजेपी को रोहिंग्यों को नहीं देने देंगे।
पूर्वांचली भाइयों की तुलना रोहिंग्यों से की जा रही
केजरीवाल ने यह भी कहा था कि, जिन पूर्वांचल के भाइयों ने अपने खून-पसीने से दिल्ली के निर्माण में योगदान दिया, उन्हें भाजपा अध्यक्ष रोहिंग्या कैसे कह सकते हैं? BJP अध्यक्ष नड्डा जी ने संसद में हमारे पूर्वांचली भाइयों की रोहिंग्या, बांग्लादेशियों और घुसपैठियों से तुलना की। दिल्ली का पूरा पूर्वांचली समाज अब BJP को जवाब देगा।
केजरीवाल ने कहा था- बीजेपी पूर्वांचल के लोगों को रोहिंग्या बता कर उनके अधिकार छीनना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ़ हमने पिछले 10 वर्षों में दिन-रात मेहनत करके अपने पूर्वांचल समाज के लोगों को दिल्ली में सम्मानजनक जीवन देने का काम किया है।
वहीं सीएम आतिशी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था और कहा था- एक तरफ़ भाजपा वाले हैं जो बांग्लादेश से बॉर्डर पार करवा कर रोहिंग्याओं को दिल्ली लाते हैं और दिल्ली वालों के हक़ के EWS फ्लैट और दिल्ली वालों के हक़ की सुविधाएँ उन्हें देते हैं। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार है जो हर संभव कदम उठा रही है कि दिल्ली वालों का हक रोहिंग्याओं को ना मिले।
आतिशी का कहना था कि, आज दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने सख्त आदेश पारित किया है कि किसी भी रोहिंग्या को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में एडमिशन नहीं देना है। हम दिल्ली वालों का हक छिनने नहीं देंगे!