48 बार घर से खाना आया, आम सिर्फ 3 बार आए; केजरीवाल की याचिका पर कोर्ट में सुनवाई, ED के आरोप पर दिल्ली CM की ये दलीलें
Arvind Kejriwal Diet and Insulin Hearing in Delhi Rouse Avenue Court
Kejriwal in Delhi Court: सीएम अरविंद केजरीवाल की डाइट, उन्हें इंसुलिन दिए जाने और साथ ही उनके नियमित डॉक्टर से रोजाना 15 मिनट के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर पाने को लेकर निर्देश देने संबन्धित याचिका पर दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में आज सुनवाई हुई है। सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने सभी पक्षों की दलीलें विस्तार से सुनी और इसके बाद केजरीवाल की इस याचिका पर 22 अप्रैल तक के लिए आदेश सुरक्षित रख लिया। जज साहिबा ने इस बीच तिहाड़ और ईडी को इस संबंध में कल तक विस्तृत जवाब दाखिल करने को कहा है। जज बावेजा ने आज की सुनवाई में भी तिहाड़ जेल के अधिकारियों से केजरीवाल के खान-पान और उनकी मेडिकल रिपोर्ट मंगाई थी।
48 बार घर से खाना आया, आम सिर्फ 3 बार आए- केजरीवाल
कोर्ट में सुनवाई के दौरान केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ईडी के केजरीवाल पर वो आरोप भी उठाए। जिनमें यह कहा गया था कि केजरीवाल जानबूझकर अपना शुगर लेवल बढ़ाने के लिए जेल में आलू-पूड़ी, आम और मिठाई खा रहे हैं। साथ ही चीनी वाली चाय पी रहे हैं ताकि वह मेडिकल आधार पर फायदा लेकर जमानत हासिल कर सकें। जबकि सच यह है कि, केजरीवाल के घर से जेल में उनके लिए 48 बार जो खाना आया। उस खाने में सिर्फ 3 बार घर से आम आए। 8 अप्रैल के बाद से केजरीवाल के घर से कोई आम उनके लिए नहीं आया।
इसके अलावा रही बात मिठाई की तो केजरीवाल को दी जाने वाली मिठाई शुगर फ्री थी और शुगर फ्री मिठाई भी सिर्फ 6 बार आई। वहीं केजरीवाल ने चाय में कभी चीनी नही ली। उन्होने शुगर फ्री चाय पी। इसी प्रकार केजरीवाल पर आलू-पूड़ी खाने का जो आरोप लगा है तो इसकी सच्चाई यह है कि केजरीवाल ने सिर्फ एक बार आलू-पूड़ी खाई क्योंकि वो नवरात्रि प्रसाद था। सिंघवी ने कोर्ट में केजरीवल की तरफ से कहा कि, जेल अधिकारियों ने ईडी के साथ मिलकर यह आरोप लगाकर मीडिया ट्रायल करने की कोशिश की है कि उनका शुगर लेवल उनके मीठा खाने से बढ़ रहा है। सिंघवी ने कहा कि आमों को चीनी की गोलियों की तरह दिखाया गया है। मैंने अपने अनुभव में कभी आम खाने की शिकायत करते किसी को नहीं देखा।
जेल में केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिया जा रहा
सुनवाई के दौरान केजरीवाल को इंसुलिन नहीं देने का विषय खास तौर पर उठाया गया। वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि, न्यायिक हिरासत के बाद से केजरीवाल का शुगर लेवल तेजी से ऊपर-नीचे हो रहा है। ऐसे में उनके स्वास्थ्य के लिए उच्च जोखिम पैदा हो रहा है। खास बात यह है कि केजरीवाल को जेल में इंसुलिन नहीं लेने दी जा रही है। जबकि शुगर मरीज के लिए प्रतिदिन इंसुलिन कितना जरूरी है। यह सभी जानते हैं।
सिंघवी ने कहा कि, मैं कोर्ट से जेल अधीक्षक को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध कर रहा हूं कि केजरीवाल को पर्याप्त उपचार उपलब्ध कराया जाए। सिंघवी ने कहा कि, केजरीवाल एक कैदी हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें स्वास्थ्य का कोई अधिकार नहीं है। क्या वह गैंगस्टर है? क्या वह कट्टर अपराधी है? कि उन्हें अपने डॉक्टर के साथ रोजाना 15 मिनट की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है।