Around thousand taxis will not ply in the district including the city, the Joint Action Committee took a meeting and decided

12 हजार के करीब टैक्सियां शहर सहित जिला में नहीं चलेगी, ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने बैठक कर लिया निर्णय

Around thousand taxis will not ply in the district including the city, the Joint Action Committee took a meeting and decided

Around thousand taxis will not ply in the district including the city, the Joint Action Committee to

शिमला:राजधानी शिमला में दो टैक्सी यूनियन के बीच हुई हिंसा का मामला तूल पकड़ गया है। क्षेत्रवाद की राजनीति से नाराज शिमला जिला के टैक्सी ऑप्रेटरों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। मामला तूल पकड़ता देख सरकार द्वारा गठित कमेटी ने यूनियन को वार्ता के लिए बुलाया। यूनियन के पदाधिकारियों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। यूनियन का कोई भी पदाधिकारी बैठक में नहीं गया।

टैक्सी ऑप्रेटरों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने की अपनी बैठक

शिमला जिला के टैक्सी ऑप्रेटरों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने दोपहर को बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि वीरवार को शिमला स्थित उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इसमें जिले की 26 टैक्सी यूनियन भाग लेंगी। इस दौरान 12 हजार के करीब टैक्सियां शहर सहित जिला में नहीं चलेगी। इससे आम जनता को काफी परेशानी भी हो सकती है। टैक्सी केवल स्कूल, आपातकाल स्थिति व अस्पतालों के लिए ही चलाई जाएंगी।

आंदोलन को जिला के पंचायत प्रतिनिधियों का समर्थन

टैक्सी यूनियनों के इस आंदोलन को जिला के पंचायत प्रतिनिधियों ने भी समर्थन दिया है। शिमला में होने वाले प्रदर्शन में जिलाभर से पंचायत प्रधान, जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य भी मौजूद रहेंगे। जिला टैक्सी यूनियनों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग जिनका टैक्सी कारोबार से लेनादेना नहीं है वे क्षेत्रवाद के नाम पर लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।

यूनियन का विरोध किस बात को लेकर है इसका उन्हें पता नहीं इसे क्षेत्रवाद का नारा दिया गया है जो गलत है। यह हिमाचल की संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि वीरवार को जिला में कोई भी टैक्सी नहीं चलेगी। आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक मांगों को पूरा नहीं कर लिया जाता।